@बनारस –  खबरें जिसका हैं आपसे मतलब

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इस अंक में – तीसरा सोमवार भी रहा सुना , टोकेंगे – कोरोना को रोकेंगे ,सब्जी से ऐसे हटाए कोरोना वायरस , यूसी पुतला फूंकने का प्रयास , अंडे और मांस से भी ज्यादा ताकत देने वाली और कोविड-19 महामारी से सम्बंधित बैठक

तीसरा सोमवार भी रहा सुना
@बनारस / इन्नोवेस्ट / 20 जुलाई

सावन का तीसरा सोमवार ,आज भी भक्त अपने आराध्य को सुमिरन करने पहुंचे अपनी अर्जी भी बाबा तक पहुंचाई .लेकिन भीड़ कम ही रहा। यूं तो हर साल सावन का मास आता है यह सावन है साल के सावन से जुदा  है सावन मास में कशी सभी शिवालयों में तिल रखने की जगह नहीं होती थी लेकिन उन शिवालयों में आज या तो ताले पड़े हैं या फिर भक्तों के टोटा .शिव की नगरी काशी जहाँ के आराध्य भगवान शिव,ऐसे नगरी में भक्त अपने भगवान से मिलने में परेशानियाँ महसूस कर रहे हैं बावजूद उसके लोग घर से या फिर देवालय के बाहर से प्रभु का सुमिरन कर अपनी अर्जी लगा रहे हैं।  12 ज्योतिर्लिंगों में से सातवें स्थान पर बाबा काशी विश्वनाथ का नंबर आता है लेकिन इस मंदिर में भी भक्तों की संख्या नहीं के बराबर है मंदिर प्रशासन की ओर से सारी व्यवस्था ज्यों की त्यों या फिर धरी की धरी रह गई है। भक्तों का मंदिर तक ना आना है डर की वजह हैं।

आज के शृंगार का ये चित्र्

टोकेंगे – कोरोना को रोकेंगे, व्यवहार परिवर्तन जन अभियान
@बनारस / इन्नोवेस्ट / 20 जुलाई

काशी हिंदू विश्वविद्यालय राष्ट्रीय सेवा योजना और भारत सरकार के युवा कार्य एवं खेल मंत्रालय के उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड राष्ट्रीय सेवा योजना क्षेत्रीय निदेशालय द्वारा कोरोना संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव हेतु टोकेंगे – कोरोना को रोकेंगे, व्यवहार परिवर्तन जन अभियान का शुभारंभ आज किया गया। आयोजन में वक्ताओं ने कहा कि जिस गति से कोरोना का संक्रमण बढ़ रहा है , यह हर व्यक्ति का नैतिक कर्तव्य है कि सरकार के द्वारा निर्धारित नियमों का पालन करें और यदि कोई व्यक्ति उन नियमों की अवहेलना करता है तो उसे जरूर टोकें। टोकेंगे – कोरोना को रोकेंगे। इस अभियान का मूल उद्देश्य स्वयंसेवकों और युवाओं को जागरूक करते हुए ऐसे लोगों को टोकना है जो स्वयं तो संक्रमित हो ही रहे हैं और जाने अनजाने अन्य लोगों को भी संक्रमित कर रहे हैं। “व्यवहार परिवर्तन जन- अभियान- टोकेंगे कोरोना को रोकेंगे” के तहत स्वयं सेवकों और लोगों के बीच बेहतर संवाद हेतु स्वयंसेवकों को प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। कार्यक्रम में विभिन्न महाविद्यालयों के स्वयंसेवकों को प्रशिक्षित किया जा रहा है।

यूजीसी पुतला फूंकने का प्रयास
@बनारस / इन्नोवेस्ट / 20 जुलाई

काशी विद्यापीठ के छात्रों ने आज यूजीसी के लास्ट ईयर का परीक्षा न कराए जाने को लेकर  विरोध स्वरूप काशी विद्यापीठ मुख्य द्वार पर पुतला फूंकने का प्रयास किया लेकिन पुलिस प्रशासन के द्वारा पुतला के दहन ने पूर्व ही पुतला को छीन लिया। छात्रों और पुलिस के इस छिना झपटी में छात्रों को निराशा जरूर लगी लेकिन मौके को देखते हुए छात्रों ने पुतला में लाग लगाने में सफल तो हो ही गए जिसे बाद में बुझाया गया।  पुतला दहन में छात्रसंघ महामंत्री ऋषभ पांडे एवं अन्य छात्र रहे.

जिलाधिकारी के अपील पर व्यापार मंडल की  पहल 
@बनारस / इन्नोवेस्ट / 20 जुलाई

वाराणसी व्यापार मंडल ने आज कोरोना टास्क फोर्स से लोगों को जागरूक करने के लिए लहुराबीर चौराहे से शुरू किया। इस टास्क फोर्स का मुख्य उद्देश्य शहर के लोगों और दुकानदारों को सोशल डिस्टेंसिंग के बारे में जागरूक करना, कोरोना संक्रमण से बचने के उपायों के बारे में बताना तथा मास्क लगाने के लिए प्रेरित करना है।  इस कोरोना टास्क फ़ोर्स  के साथ मास्क और सैनिटाइजर भी है जिसे  जरूरतमंद  के बीच  वितरित किया गया । यह टास्क फोर्स शहर में घूम-घूम कर लोगों को कोरोना से जागरूक करेगी ।अध्यक्ष अजीत सिंह बग्गा, महामंत्री प्रमोद अग्रहरी ,सन्नी जौहर, सविता सिंह ,सुष्मिता सिंह ने संयुक्त रूप से टास्क फोर्स को झंडी दिखाकर रवाना किया ।

सब्जी से ऐसे हटाए कोरोना वायरस
@बनारस / इन्नोवेस्ट / 20 जुलाई

सब्जियों को साबुन से नहीं धोना चाहिए क्योंकि सब्जियों की ऊपर की स्किन में छोटे-छोटे छेद होते हैं जो आंखों से दिखाई नहीं देते, साबुन और गंदा पानी उन छेदों से सब्जी के अंदर चला जाएगा और यह सब्जी को खराब भी करेगा और बाद में सब्जी से हमारे मुंह में जाएगा। आप जानते हैं साबुन बाहरी स्किन को साफ करने के लिए इस्तेमाल होता है ना कि खाने के लिए।यह नुकसान पहुंचा सकता है। अब बात करते हैं कि धोना किस से चाहिए। सब्जियों को बेकिंग सोडा के घोल में पांच मिनट रखकर निकाल लें और सादे पानी से धो लें ।आप बेकिंग सोडा के इलावा vinegar का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।


जानिये क्या हैं अंडे और मांस से भी ज्यादा ताकत देने वाली

@बनारस / इन्नोवेस्ट / 20 जुलाई

जैसे कि हम सब जानते है कि अंडा और चिकन खाने से शरीर को भरपूर प्रोटीन की मात्रा मिलती है, और इसके साथ ही शरीर ताकतवर बनता है। तो ऐसे में आज हम आपको ऐसी 5 शाकाहारी चीजों के बारे में बताएंगे। जिनको खाने से शरीर को अंडे और चिकन खाने से भी ज्यादा प्रोटीन मिलती है।

मूंगफली – आपको बतादें की मूंगफली में काफी ज्यादा प्रोटीन की मात्रा पाई जाती है। ऐसे में 100 ग्राम मूंगफली खाने से शरीर को 24 ग्राम प्रोटीन मिलती हैं। जबकि 100 ग्राम चिकन खाने से शरीर को केवल 15 से 16 ग्राम प्रोटीन ही मिलती है।

बादाम –
क्या आप जानते है कि सुबह भीगे हुए बादाम खाने से शरीर को भरपूर प्रोटीन और अन्य पोषक तत्त्व मिलते हैं और शरीर ताकतवर बनता है।
भीगे चने – बतादें की100 ग्राम भीगे हुए चने खाने से शरीर को लगभग 50 ग्राम प्रोटीन की मात्रा मिलती है। जो चिकन के मुकाबले दुगुनी हो जाती है।
पनीर – बतादें की 100 ग्राम पनीर में 35 से 40 ग्राम प्रोटीन पाया जाता है। जो चिकन के मुकाबले कई गुना ज्यादा होता है।
राजमा – अब आपको बतादें की राजमा में भी प्रोटीन की भरपूर मात्रा पाई जाती है। राजमा का सूप या राजमा की सब्जी का सेवन करने से शरीर को भरपूर प्रोटीन की मात्रा मिलती है।

कोविड-19 महामारी से सम्बंधित बैठक 
@बनारस / इन्नोवेस्ट / 20 जुलाई

जिलाधिकारी ने आज एक महत्वपूर्ण बैठक कोविड-19 महामारी पर की जिसमें अपने अधीनस्तों के लिए  निम्न निर्देश जारी किया। निर्देश में प्रमुख्य बातें निम्न है।  हाट स्पाट के पाज़िटिव मरीज को अस्पताल पहुंचाने में देरी न की जाय तथा उसके परिवार के लोगों की सैम्पलिंग तथा कान्टैक्ट ट्रेसिंग का कार्य दो दिन के भीतर  कराया जाए। एमओआईसी अपनी-अपनी पीएचसी पर ही सैम्पलिंग, प्लानिंग, मरीजों को हास्पिटल भिजवाने का कार्य स्वयं करेंगे।उन्हे सम्बंधित थाने और सम्बंधित प्रभारी डाक्टर से सम्पर्क में रह  कर कार्य करने का निर्देश दिया। प्रत्येक पीएचसी प्रतिदिन 35 सैम्पलिंग आरटीपीसीआर तथा 35 एण्टीजन जांच करायेगी।डोर टू डोर जांच के दौरान टीमें अपने साथ पल्स आक्सी मीटर, बीपी चेक करने की मशीन, एन्टी बायटिक मेडिसिन व अन्य आवश्यक दवायें, आयुर्वेदिक काढ़ा, होम्योपैथिक दवायें पर्याप्त मात्रा में अपनी एम्बुलेंस तथा गाड़ियों में रखें। जांच के दौरान मिले मरीजों को रोग के अनुसार उनको तत्काल एन्टी बायटिक व जरुरी दवायें मौके पर ही दी जायें। पल्स आक्सी मीटर से शरीर में आक्सीजन की मात्रा जांची जाय 90 से कम होने पर खतरा बढ़ जाता है ऐसे मरीजों की स्थिति के अनुसार  अस्पताल भेजने की कार्यवाही की जाय। टीमों द्वारा भ्रमण के दौरान घोषणा की जाय कि अगर किसी को भी बीमारी के लक्षण हैं तो वह आकर जांच करा कर दवा ले सकता है। कोरोना मरीजों की खोज के साथ साथ बीपी, शुगर, हार्ट के मरीजों की डोर टू डोर खोजे गए 50 हजार मरीजों की सूची पीएचसी की आशा व एएनएम द्वारा उपलब्ध करायी गयी है जिसमें 30 हजार मरीज शहरी क्षेत्र में चिन्हित किये गये हैं। उनको मौके पर जाकर दवा व उपयुक्त सलाह दी जाय।

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