
टुडे विशेष –
अदालत – हाईकोर्ट के आदेश पर आज यानी 23 जून से सभी अदालतें खुल रही है । कोविड को लेकर जारी गाइड लाइंस का पालन करने का भो निर्देश दिया है।
– BHU अस्पताल – आज यानी 23 जून से BHU के OPD सेवा शुरू होगा।
पूरा पढ़िए 23 जून, 2021 से खुलेगी सर सुन्दरलाल चिकित्सालय ओपीडी
वाराणसी के पराड़कर स्मृति भवन सभागार में शहर के सामाजिक-सांस्कृतिक-बौद्धिक समूहों के साझा समूह काशी विचार मंच के तत्वावधान में गंगा की मुश्किलों पर एकाग्र एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें देश के जाने-माने नदी-जल विशेषज्ञों, पर्यावरण कार्यकर्ताओं, इतिहासकारों और लेखकों-पत्रकारों ने शिरकत की।
विशिष्ट वक्ता संकटमोचन मंदिर के महंत प्रोफ़ेसर विश्वंभरनाथ मिश्र ने कहा कि गंगाजी हमारे जीने का माध्यम हैं. गंगा की 2525 किलोमीटर लंबी जीवनधारा में-से बनारस में पड़ने वाला 5 किलोमीटर लंबा हिस्सा धर्म, अध्यात्म, संस्कृति और नदी की सेहत से लिहाज़ से बहुत ज़रूरी है. पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गाँधी ने इस महत्व को जानकार ही गंगा कार्ययोजना का आग़ाज़ 1986 में बनारस से ही किया था. लेकिन बाद की सरकारों ने योजनाओं का नाम बदलने और विचित्र अवैज्ञानिक रास्तों पर चलने में दिलचस्पी ली. 2014 के बाद दीनापुर और सतवाँ में बने दो बड़े सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का हाल हमें मालूम ही है. बनारस में गंगा की दो सहायक नदियाँ – असि और वरुणा – गंगा की धारा को नियमित करने और घाटों से गंगा की सिल्ट को हटाने का काम प्राकृतिक ढंग से करती रही हैं. अब नहर निकालकर गंगा के इकोसिस्टम के साथ जो खेल हो रहा है वह हमें बहुत महँगा पड़ेगा।
इतिहासकार मोहम्मद आरिफ़ ने बताया कि गंगा सिर्फ़ बहते हुए पानी का नाम नहीं है, हमारी पहचान है और उन्हें सिर्फ़ पैसे से साफ़ नहीं किया जा सकता। उन्नीसवीं सदी के सबसे बड़े शायर ग़ालिब ने गंगा और बनारस की पवित्रता से अभिभूत होकर ही चिराग़-ए-दैर अर्थात मंदिर का दीया जैसी विलक्षण कृति की रचना की. अकबर और औरंगजेब ने तब जल की सफ़ाई के लिए वैज्ञानिक नियुक्त किये थे और इसके औषधीय गुणों को पहचानकर ही इसे नहर-ए-बिहिश्त, यानी स्वर्ग की नदी माना था।
मुख्य वक्ता पर्यावरण कार्यकर्ता राजेन्द्र सिंह ने विकास के तथाकथित मॉडल को विनाशकारी बताते हुए उसकी निंदा की. उन्होंने कहा कि जब भी भारत पर संकट आया है, काशी के विद्वतजनों ने सामने आकर नये रास्ते खोजने की कोशिश की है. बनारस को निडर होकर गंगा के साथ हो रहे खिलवाड़ के ख़िलाफ़ खड़ा होना होगा और इस अभियान को रोज़ाना गतिविधियों और नयी सूझ के साथ जोड़ना होगा. बनारस सिर्फ़ धार्मिक अनुष्ठानों की ही नहीं, हमारी अंतर्राष्ट्रीयता की भी राजधानी है. साफ़ नदी जल और खोई हुई पहचान को वापस पाने के लिए हमें संघर्ष करना होगा. अपने सुचिंतित व्याख्यान में राजेन्द्र सिंह ने गंगा की अविरलता के लिए हुए संघर्षों और प्रोफेसर 2014 के बाद की क्रूर सियासत में प्रोफेसर जी डी अग्रवाल और स्वामी निगमानंद जैसे पर्यावरणविदों की शहादत को याद किया. उन्होंने कहा कि जब एक कम बोलने वाला शरीफ़ इंसान भारत का प्रधानमंत्री था तो उसने हमलोगों के नेतृत्व में चले जनांदोलन के बाद हमसे हुई बातचीत के असर में उत्तराखंड में बन रहे चार बाँधों का निर्माण कार्य तत्काल हमेशा के लिए रोक दिया था. और जो आदमी यह चीख-चीखकर बतलाता फिरता है कि गंगा का असली बेटा वही है और उसे माँ गंगा ने ही काशी में बुलाया है, उसने गंगा की दुर्गति करने का कोई भी काम बाक़ी नहीं छोड़ा है. उन्होंने बताया कि इंदिरा गाँधी ने सन 72 के पहले विश्व पृथ्वी सम्मेलन में स्वीडेन की संसद और राष्ट्रपति भवन के बीच बहती स्टॉकहोम नदी की सफ़ाई से प्रेरित होकर गंगा से ही नदियों की स्वच्छता के एक अभियान का सूत्रपात किया, जिसे 1986 में गंगा कार्ययोजना का रूप देकर राजीव गाँधी ने अमली जामा पहनाया. कुछ राजनीतिक विश्लेषक माँ की हत्या से उपजी सहानुभूति लहर को राजीवजी की जीत की वजह बताते रहते हैं, लेकिन हमें याद रखना चाहिए कि राजीव ही पहले राजनेता हैं जिन्होंने कांग्रेस के घोषणापत्र में नदियों के आध्यामिक और सांस्कृतिक महत्व को पहचानते हुए उसकी सफाई के मुद्दे को जगह दी. जनता ने इस लगाव और सपने को पहचाना था और कांग्रेस की यादगार जीत हुई थी.
पढ़िए ,आज की खबरें –
– पूर्व विधायक के दीवार पर ” खेला होई ” का नारा
– कोरोना UPDATE 23 june -2501 की जाँच में मिला एक संक्रमित
– सीवर का गन्दा पानी कर रहा है बनकटी हनुमान का मानमर्दन
– सुप्रभात 23 जून – फ़टाफ़ट अंदाज में शहर की ताजा खबरें …
– कोरोना अपडेट 22 जून शाम – 17 मरीज आये सामने
– भस्मासुर – जब भगवान शिव को भागना पड़ा था प्राण रक्षा को ….. ……
– 23 जून, 2021 से खुलेगी सर सुन्दरलाल चिकित्सालय ओपीडी
ताजा खबरों के साथ पिछले दिन की बड़ी खबरें –
– सुप्रभात 22 जून – फटाफट अंदाज में बनारस की खबरें
– सुप्रभात 21 जून – फटाफट अंदाज में खबरें आज की और कल की भी
– सुप्रभात 20 जून – फ़टाफ़ट अंदाज में ताजा संग कल की खबरें
– इन्नोवेस्ट सुप्रभात – फ़टाफ़ट अंदाज में ताजा संग कल की खबरें
इन्हें भी पढ़िए – …
– कोरोना से अनाथ हुए बच्चों को मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का लाभ
– कोरोना से मौत पर 4 लाख रुपए का मुआवजा …
– कोरोना से दिवंगत पत्रकारों के परिवार को 10-10 लाख रुपए की आर्थिक सहायता
– पीएम मनमोहन सिंह के बैठक में भी नहीं पहुंचे थे सीएम नरेंद्र मोदी
आपराधिक हलचल –
– – कस्टम विभाग के हाथ लगा 22 लाख 82 हजार 910 रुपये का सोना
– हौसला बुलंद छिनैतो का आतंक जारी,पुलिस के हाथ खाली
– फर्जी कारनामा – लूट के प्रयास को दिखाया लूट , प्रश्नों के घेरे में भेलूपुर पुलिस
–BHU शोध प्रवेश 2021 में बनाये गए रिजल्ट को निरस्त कर उच्चस्तरीय जांच की मांग
कोरोना UPDATE …..
– कोरोना अपडेट 22 जून शाम – 17 मरीज आये सामने
– कोरोना अपडेट 21 जून शाम को 11 मरीज
– कोरोना अपडेट 20 जून शाम – 11 संक्रमितों के साथ 161 कुल संक्रमित की संख्या
आफ्टर नून न्यूज़ –
–किसने किया दावा, छह से आठ हफ्ते में आ सकती है कोरोना की तीसरी लहर
– लोजपा टूट के कगार पर ! चिराग के खिलाफ पांच सांसदों की बगावत
– – जय हो ‘कोरोना माई ’ की ….. अन्धविश्वास की पराकाष्ठा
– आखिर क्यों नरेंद्र मोदी को बर्खास्त करना चाहते थे अटल बिहारी वाजपेयी फिर क्या हुआ
– घर बैठे अब दिल्ली में भी मंगाइये शराब, तारीख की घोषणा बाकी
इन्हें भी जानिए – रहस्य और रोमांच –
– दो आम की कीमत 2.70 लाख रुपए , आखिर इसे खाते क्यों नहीं …..
– ” इन्हें भी जानिये ” – किसके दूध का दही नहीं जमता और शरीर का कौन सा अंग नहीं बढ़ता
– जानिये सबसे ज्यादा ऑक्सीजन जनरेट करने वाले पेड़
–जनेऊ – वास्तव में जनेऊ स्वास्थ्य के लिए उत्तम है
बातें काम की ….
कोरोना संक्रमण से ठीक होने के बाद बदले टूथब्रश और जीभ क्लीनर
– कोरोना वैक्सीन लेने से पहले इसे पढ़िए , संक्रमण का नहीं होगा खतरा
– यदि आप की उम्र 18 साल से अधिक तो कोरोना वैक्सीन लगवाने के लिए ऐसे करे रजिस्टेशन
– <a href=”https://innovest.co.in/9923/”%