@ अस्पताल संचालकों के खिलाफ FIR
@ काशी घाटों पर धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजनों के लिए देना होगा टैक्स
@ संक्रमित अध्यापकों को मेडिकल अवकाश के जगह विशेष अवकाश देने की उठाई मांग
@ जीआरपी, आरपीएफ व सिगरा पुलिस ने किया संयुक्त मार्क ड्रील
@ कैंप लगाकर हो रहा है कोरोना संक्रमण की निशुल्क जांच
दस अस्पताल संचालकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज
@बनारस / इनोवेस्ट डेस्क / 23 जुलाई
जनपद के सभी क्षेत्रों में बढ़ रहे कोविड संक्रमण को देखते हुए परिवहन विभाग द्वारा अधिग्रहित की गई एंबुलेंस को उनके स्वामियों द्वारा मौके पर उपलब्ध न कराने के कारण आज सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी वाराणसी ने मंडलायुक्त के आदेशानुसार बड़ागांव थाने पर संबंधित दस अस्पताल संचालकों के खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम का उल्लघंन करने के आरोप में आपदा प्रबंधन की धारा 152,187, एवं 268 भारतीय दंड संहिता के अंतर्गत मुकदमा पंजीकृत कराया। प्राप्त जानकारी के अनुसार कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी तृतीय अरूण कुमार राय एवं ए आर टी ओ प्रथम शिव बसंत राम ने मंडलायुक्त वाराणसी के निर्देश पर संक्रमित मरीजों को अस्पताल पहुंचाने के कार्य हेतु जनपद के दस अस्पताल संचालकों से एम्बुलेंस कि मांग की थी मगर दिए गए समय और स्थान पर कोई भी एम्बुलेंस नहीं पहुंचा और ना ही उनके संचालकों के तरफ से कोई जवाब आया ।जिसके बाद आज उक्त अस्पताल संचालकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। आरोपित अस्पतालों में ग्लोबल हास्पीटल अवलेशपुर , काशी हास्पीटल भीखारीपुर, एपेक्स हास्पीटल डी एल डब्ल्यू रोड, नंदनी हा0 चुनार रोड बच्छाव, शुभम मेडिकेयर सेंटर चंद्रिका नगर सिगरा, पापुलर मेडिकेयर लिमिटेड ककरमत्ता, नोवा हास्पीटल बाबतपुर एयरपोर्ट रोड, एंबुलेंस स्वामी संजीव कुमार घौसाबाद, श्यामा हास्पीटल शिवपुर एवं मैक्स हास्पीटल ककरमत्ता शामिल है।
अब काशी घाटों पर धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजनों के लिए देना होगा टैक्स
@बनारस / इनोवेस्ट डेस्क / 23 जुलाई
काशी के तमाम पहचानों में एक पहचान का यहां के घाट भी है इन घाट से मां गंगा का दर्शन करना और साथ ही साथ गंगा की लहरों की अठखेलियो का लुफ्त उठाना हर किसी को भाता है । कहते है अड़भंगी शिव की नगरी पृथ्वी से अलग बसी हुई है और यही वजह है कि धार्मिक दृष्टि से काशी को विशेष स्थान प्राप्त है काशी के घाटों पर धार्मिक आयोजनों को कराना अति फलदाई भी माना जाता है । यहां लोग न केवल धार्मिक गतिविधियों का संचालन करते हैं बल्कि अपने इस धार्मिक कृत्यों से अपने और अपने परिजनों के सलामती की प्रार्थना भी करते है।लेकिन अब ऐसा कुछ भी करने से पूर्व ना सिर्फ नगर निगम से अनुमति लेना होगा बल्कि उसके लिए शुल्क भी देने होंगे ।
ये हैं नगर निगम का नोटिफिकेशन
नगर निगम के22 जुलाई के एक नोटिफिकेशन के बाद काशी के गंगा घाट के तीर्थ पुरोहित, चौकी लगाने वाले ब्राह्मण घाट पर धार्मिक सांस्कृतिक या फिर सामाजिक कार्यक्रम का आयोजन करने वाले आयोजक अब नगर निगम को शुल्क देने के बाद ही अपने आयोजन को करा सकते हैं ।
ये शुल्क हैं देय
नगर निगम ने घाट पर धार्मिक आयोजन सम्पन्न कराने वाले ब्राह्मण और चौकी लगाने वालों के रजिस्ट्रेशन पर ₹100 प्रति वर्ष का शुल्क निर्धारित किया है तो वही दूसरी तरफ घाट पर किसी संस्था या व्यक्ति द्वारा कराये जाने वाला सांस्कृतिक आयोजन के लिए ₹4000 धार्मिक कार्य के लिए ₹ 500 और सामाजिक कार्य यदि हो तो ₹200 प्रतिदिन शुल्क होगा ।15 दिन से 1 साल या अधिक होने वाले आयोजक चाहे वह सामाजिक या फिर संस्कृति हो , को ₹5000 वार्षिक देने होंगे।
विरोध भी हुआ शरू
नगर निगम के नोटिफिकेशन आने के साथ इस आदेश का विरोध भी शुरू हो गया है स्वाभाविक सी बातें हैं जिस काशी की पहचान अपने धार्मिक अनुष्ठान के लिए हो वहां ये बातें निश्चित तौर पर किसी को भी स्वीकार नहीं होगा बनारस के घाट से जुड़े तमाम तीर्थ पुरोहित ,ब्राह्मण और निरन्तर आयोजन करने वाले आयोजकों ने अपना विरोध भी दर्ज कराना शुरू कर दिया है इन आयोजकों की माने तो उनका साफ कहना है कि ये टैक्स धार्मिक भावनाओं का अनादर करना है जिसे बिना सोचे समझे लागू किया गया है ।
इतिहास के पन्नो में भी विरोध है दर्ज
बात 1916 की है जब कृष्ण लाल नाम के एक पुरोहित ने अपना लाइसेंस न बनवाते हुए विरोध में अपनी गिरफ्तारी दी थी , दरअसल 1916 में भी बनारस के तत्कालीन जिला मजिस्ट्रेट ने घाट पर बैठने वाले सभी तीर्थ पुरोहितों के लिए लाइसेंस और पंजीयन कराने का आदेश जारी किया था उस समय भी इसका विरोध हुआ था मामला प्रयागराज स्थित उच्च न्यायालय तक पहुँचा जहां मुकदमे के दरमियान जिला मजिस्ट्रेट को ऐसा करने को उनके अधिकार क्षेत्र के बाहर बताया था ।
निगम का पक्ष
नगर निगम के अनुसार यह व्यवस्था 22 जुलाई से लागू कर दी गई है इस मद से प्राप्त धनराशि का प्रयोग घाटों के रखरखाव और साफ सफाई पर खर्च करने की बात कही गई है
ज्ञापन को दीवाल में चस्पा कर तेली समाज ने कि कारवाई की मांग
@बनारस / इनोवेस्ट डेस्क / 23 जुलाई
फेसबुक पर तेली समाज को अपमानित करने वाला पोस्ट डालने के साथ प्रधानमंत्री के खिलाफ अपशब्द लिखने के आरोपी फेसबुक यूजर कामता प्रसाद के खिलाफ आक्रोशित तेली समाज के लोगो ने उपजिलाधिकारी राजातालाब के दफ्तर जाकर कारवाई की मांग की है ।इस दौरान उपजिलाधिकारी के मौजूद ना होने तथा किसी और के द्वारा ज्ञापन को रिसीव ना करने की स्थिति में ज्ञापन को वहीं दीवाल पर चस्पा कर दिया गया।ज्ञापन में बताया गया है कि प्रधानमंत्री के साथ-साथ राष्ट्रपति को भी अभद्र टिप्पणी किया गया गया हैं।उक्त आरोपी ने देश के प्रधान-मंत्री के संवैधानिक पद की मर्यादा को दूषित किया है, साथ ही तेली समाज के मान और प्रतिष्ठा को भी आघात पहुँचाया है। सामाजिक कार्यकर्ता राजकुमार गुप्ता ने ज्ञापन में चेतावनी दी है कि यदि जल्द कार्यवाही नहीं की गई तो तेली समाज द्वारा उग्र आंदोलन किया जाएगा।इस दौरान राजकुमार गुप्ता, शिव कुमार गुप्ता, सुजीत गुप्ता, महेंद्र राठौर, अजीत जायसवाल, पप्पू, पवन, विजय, रमेश गुप्ता, पिंटू गुप्ता आदि उपस्थित रहे।
संक्रमित अध्यापकों को मेडिकल अवकाश के जगह विशेष अवकाश देने की उठाई मांग
@बनारस / इनोवेस्ट डेस्क / 23 जुलाई
जनपद के प्राथमिक व माध्यमिक विद्यालयों में फैलते कोरोना संक्रमण को देखते हुए उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष सनत कुमार सिंह ने आज बीएसए को संबोधित ज्ञापन सौप संक्रमित अध्यापकों को मेडिकल अवकाश के स्थान पर विशेष अवकाश देने के साथ विद्यालयों को पूर्णतया बंद करने की मांग की है।आपको बताते चले कि जनपद के सभी प्राइमरी व माध्यमिक स्कूलों के बच्चों की तो छुट्टी है पर अध्यापकों को स्कूल जाना अनिवार्य है ।इसी क्रम में पिंडरा, हरहुवा व काशी विद्यापीठ ब्लॉक के कुछ स्कूलों के अध्यापकों व उनके परिजनों में संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है जिसके बाद एतिहात के तौर पर विद्यालयों को सनेटाइज कराने का काम तो किया गया मगर उन्हें बंद नहीं किया गया।
कैंप लगाकर हो रहा है कोरोना संक्रमण की निशुल्क जांच
@बनारस / इनोवेस्ट डेस्क / 23 जुलाई
कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए सरकार ने ग्रामीणों की सुविधा के लिए चोलापुर अस्पताल में कैंप लगाकर कोविड-19 कि दोनों जांचें एंटीजेन और आरटी पीसीआर कराने की सुविधा प्रदान की है।साथ ही साथ संबंधित क्षेत्र के प्रधान द्वार कहने पर उक्त गांव में भी कैंप लगाने की व्यवस्था की जा रही है ।इस क्रम में अभी तक 300 से ऊपर मरीजों की जांच की जा चुकी है। इस बाबत अस्पताल के अधीक्षक डॉक्टर आरबी यादव ने बताया कि बुधवार को 55 मरीजों की एंटी जेन और आरटी पीसीआर सैंपलिंग की गई। गुरुवार को बर्थरा खुर्द के प्रधान प्रमोद सिंह के कहने पर वहां पर कैंप लगाया जाएगा।साथ ही अपील की कि चोलापुर क्षेत्र से जुड़े हुए किसी ब्यक्ति को सर्दी जुकाम सहित किसी प्रकार का लक्षण दिखे तो चोलापुर अस्पताल में आकर निःशुल्क जांच करा सकता है।
जीआरपी, आरपीएफ व सिगरा पुलिस ने किया संयुक्त मार्क ड्रील
@बनारस / इनोवेस्ट डेस्क / 23 जुलाई
अपराध और अपराधियों पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से वाराणसी कैंट जीआरपी, आरपीएफ व सिगरा पुलिस ने आज कैंट रेलवे स्टेशन के अंदर मार्क डील किया।इस दौरान अत्याधिक पुलिस बल को देखकर यात्रियों में खलबली मच गई इस मार्क ड्रिल में डाग स्क्वायड की टीम आरपीएफ प्रभारी जीआरपी प्रभारी समेत रोडवेज चौकी प्रभारी अपने जवानों के साथ मुस्तैद दिखे मॉक ड्रिल के दौरान वाराणसी के जीआरपी व सिगरा पुलिस के जवानों ने प्लेटफार्म सहित माल गोदाम परिसर में सघन चेकिंग किया इसके उपरांत वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन परिसर में एक खाली बैग मिलने के बाद डाग स्क्वायड के जवानों ने उसे तलाशी ली जिसमें उसके अंदर कोई भी आपत्तिजनक वस्तु नहीं मिली इस पूरी घटना के बाद लोगों को यह पता चला कि वह एक सुनियोजित मॉक ड्रिल की गई जिससे कि प्रशासन और पुलिस के द्वारा आम लोगों को सुरक्षा के मद्देनजर विश्वास दिलाया जा सके