वाराणसी। कोरोना की मार लोलार्क कुंड पर प्रतिबंध लगाया और आस्था की डुबकी आस्थावान लोगो ने गंगा में लगाई थी। लेकिन अब तो लीला प्रेमियों को भी नही छोड़ा। कोरोना की वजह से रामनगर की सुप्रसिद्ध रामलीला इस साल भी नही होगी। इस वाबत काशीराज परिवार के अनंत नायराण सिंह ने पुलिस आयुक्त को दी। पत्र में लीला न होने की वजह सिर्फ कोरोना महामारी को बताया है।
पहले से था अंदेशा
रामलीला में बनने वाले पात्रों का इस बार भी चयन नही हुआ। साथ ही लीला शुरू होने से पहले दिन गणेश पूजन व दूसरे दिन गणेश पूजन न होने पर लोगों का आशंका बढ़ती गई। बावजूद दुर्ग प्रशासन की ओर से कोई जानकारी नही आई। जिससे लोगों का रामलीला के प्रति इंतजार बना हुआ था।
लीला की हुई थी शुरुआत
विश्व प्रसिद्ध काशी का यह रामलीला अनन्त चतुर्दशी से शुरू होकर सवा महीना चलता है , सन 1776 से चली आ रही परम्परा के क्रम में प्रकाश के लिए पेट्रोमैक्स का प्रयोग होता है , साथ ही किसी भी आधुनिक संसाधनों का प्रयोग आज भी नहीं किया जाता है।
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