
इनोवेस्ट पित्र पक्ष विशेष
क्या बेटियां कर सकती हैं श्राद्ध …
पितृ पक्ष – जानिए पूरी जानकारी , 21 सितम्बर, मंगलवार से, 6 अक्टूबर, बुधवार को समापन ,
श्राद्ध के फायदे और कितने प्रकार के होते ये कर्म
पितृ खुश तो इंसान राजा और नाखुश तो भिखारी
वाराणसी। परिवारिक विवाद लोगों को मानसिक तनाव देता है। जिससे क्षुब्ध होकर लोग अपनी लीला ही समाप्त करने का सिलसिला लगातार जारी है। इसी कड़ी में कचहरी परिसर में सगुनहा बाबतपुर निवासी वकील देवेंद्र मिश्रा अपने ही चेम्बर में ही अपने परिवार के लोगों से बातचीत के दौरान विषाक्त पदार्थ खाकर अपनी लीला समाप्त करने का प्रयास किया। ये देखते ही कचहरी परिसर में हड़कम मच गई। लोगों ने आननफानन में दीनदयाल अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया। जहाँ हालत गंभीर बताई जा रही है। वकीलों के अनुसार किसी अन्य से परिवार का विवाद था। जिसमे पुलिस सहयोग के बदले उल्टे ही देवेंद्र व परिवार वालों को मानसिक दबाव देने लगी थी। जिससे क्षुब्ध होकर कलेक्ट्री परिसर में अपने ही चेम्बर में विषाक्त पदार्थ खा लिया। लोगों ने समय रहते अस्पताल में भर्ती कराया। जहाँ हालत खतरे से बाहर बताई गई।
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