इनोवेस्ट पित्र पक्ष विशेष ( 21 – 6 oct )
आइये , जानते है पुरी जानकारी नारायणबलि और नागबलि श्राद्ध
क्या बेटियां कर सकती हैं श्राद्ध …
पितृ पक्ष – जानिए पूरी जानकारी , 21 सितम्बर, मंगलवार से, 6 अक्टूबर, बुधवार को समापन ,
श्राद्ध के फायदे और कितने प्रकार के होते ये कर्म
पितृ खुश तो इंसान राजा और नाखुश तो भिखारी
– नगर निगम में गांव शामिल होने के बाद बना है बद से बदतर
– बिजली,पानी और सड़क बाद में,पहले निकासी की व्यवस्था
वाराणसी। नगर निगम में गाँव आने के बावजूद भी स्थिति और भी बद से बदतर हो गई है। जहां एक और नगर निगम खुद की पीठ थपथपाने में लगा हुआ है और दूसरी ओर वही गांव का हाल बद से बदतर होता जा रहा है। हम बात कर रहे हैं काशी हिन्दू विश्वविद्यालय से सटा हुआ सुसुवाही गांव का। जो काशी विद्यापीठ ब्लाक ग्रामसभा में आता है। जो पिछले साल नगर निगम सीमा में आने के बावजूद अभी तक जल निकासी की समस्या बनी हुई है। जिससे गांव के चारों ओर जलमग्न, बहता नाली,नाला और कूडो का अंबार लगा हुआ है। वही गंदगी से होने वाले बीमारियों के चलते स्थानीय अस्पताल का चक्कर लगा रहा है।सुसुवाही प्रधान प्रतिनिधि सुरेश सिंह पटेल गुड्डू ने बीएचयू प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि निकासी का पानी बीएचयू के नाले से होकर नरिया करौंदी नाले में मिलता था। लेकिन बीएचयू प्रशासन ने उस नाले को बन्द कर सुसुवाही का निकासी रोक दिया। जिससे 5 मिनट की बारिश भी पूरे गाँव को
जलमग्न की स्थिति उत्पन्न कर देती है। बीएचयू प्रशासन व जिला प्रशासन से लगातार कई बार मौखिक और लिखित शिकायत की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। स्थानीय लोगों ने समस्याओं से परेशान होकर चक्काजाम भी किया बावजूद कोई सुनवाई नही हुई। गुड्डू ने कहा कि अगर समस्या का हल नही निकला तो हम बड़े आन्दोलन के बाध्य होंगे। जिसका जिम्मेदार बीएचयू प्रशासन व जिला प्रशासन के साथ सम्बन्धित विभाग होगा।
दक्षिणी सीमा में आने वाले गांव
नगर निगम सीमा विस्तार को मंजूरी मिलते ही 79 गाँवो को निगम में आते ही सुविधाएं मुहैया कराने की बात थी। ऐसा कुछ भी नही हुआ। जबकि बीएचयू से सटे एवं आसपास सभी दक्षिणी सीमा गाँव में भगवानपुर,डाफी,छित्तूपुर, सुसुवाही,चितईपुर,अवलेशपुर,करौंदी,सिरगोवर्धनपुर,नासिरपुर,नुआंव,कन्दवा,पोंगलपुर है। इन गांव की भी स्थिति ठीक नही। जिसमे कही गली खराब,कूडो का अंबार,जल निकासी आदि समस्याएं बनी हुई है। लेकिन विभाग से लेकर अधिकारी तक सुध लेने की जिम्मेदारी नही समझा।
स्थानीय लोगों के अनुसार
सुसुवाही गांव के लोगों की मानें तो 5 मिनट की बारिश पूरे सुसुवाही को जलमग्न करता है। जिससे राहगीरों को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। गाँव में कर्मचारी से लेकर आलाधिकारी तक निरीक्षण किया बावजूद महीनों बीत गए लेकिन अभी तक कुछ भी समाधान नहीं निकला।
देखें वीडियो
68 साल बाद पुनः टाटा ग्रुप का हवाई सेवा में प्रवेश, जानिए क्या शुरुआती कहानी
आज से नये समय खुलेंगे स्कूल, सभी सावधानियां पूर्वतः
निलंबित सीओ बघेल सलाखों के पीछे, महंगा पड़ा सांसद अतुल राय को क्लीन चिट देना
आगमन ने अनूठे आयोजन से दिया भ्रूण हत्या न करने का सन्देश,11000 पिंड से हुआ श्राद्ध
मदरसे के छात्रों ने ली अभाविप की सदस्यता
अंतिम प्रणाम : सातवें साल भी आगमन अपने अनूठे आयोजन से देगा भ्रूण हत्या न करने का सन्देश
मेरी आवाज ही …लता मंगेशकर : जन्मदिन पर कुछ अनसुनी बातें
जानिए , विश्व प्रसिद्ध रामनगर रामलीला की प्रामाणिक सच
बनारस में फिर चली गोली , अबकी पुलिस नहीं बदमाश ने चलाई है गोली
देखिए महिलाओं ने कैसे मनाया जिउतिया,ये है व्रत के अलग अलग रंग
पाठ्यक्रम में हिन्दू धर्म , संपूर्णानंद संस्कृत विवि से करिये एमए हिंदू में
जानिए गोलगप्पों के अलग अलग नाम को, खाइये 10 रुपये के पांच पानीपुरी, बतासा
स्वाद का पारम्परिक जायका गुड़ की जलेबी, जानिए खास बातें
पलंगतोड़ मिठाई का नाम सूना क्या ….. देखिये कैसे बनता हैं …..
पितृ पक्ष – जानिए पूरी जानकारी , 21 सितम्बर, मंगलवार से, 6 अक्टूबर, बुधवार को समापन ,
जानिए , किस राजा ने शुरू किया था सोरहिया व्रत
जानिए क्या है सोलह श्रृंगार , क्या हैं इसके मायने
good news – काम की बातें –