वाह रे बनारस , जहाँ पानी के लीकेज को ठीक करने के लिए विभाग के पास नहीं है पैसे …
city crime / innovest desk / 19 sep
- सुनिए जेई का आडिओ
- पीएम के संसदीय क्षेत्र का ये है हाल
- एक साल से गंदा पानी पी रहा है मुहल्ला
सरकार नागरिक सुविधा की बेहतरी की भले ही तमाम बातें और दावें कर अपनी पीठ थपथपा लें लेकिन असल में जमीनी हकीकत तो हैरान ही करने वाले है। दावा तो यह भी है कि तमाम विभागों में समन्वय और शिकायत के त्वरित निपटारा कर नागरिकों को पूरी राहत प्रदान की जा रही है। लेकिन सरकारी पोर्टल पर चल रहे बाजीगिरी कम हैरान कर देने वाला नहीं है , शिकायत दर्ज होने के बाद जादुई ठंग से कुछ दिन बाद खुद ब खुद शिकायत का निस्तारण हो जाना अब आम बात है । जबकि हकीकत ये कि धरातल पर समस्या मुहं बाये खड़ीं ही रहती है।
ऐसा ही एक मामला चेतगंज के सेनपूरा इलाके का है जहाँ पिछले एक साल से यहां के वासिंदे पीने के पानी को सरकारी नल से नहीं ले सके है। पीने की पानी के सप्लाई में लगातार सीवर की पानी आ रहा है और अधिकारी और कर्मचारी इसे दुरुस्त कराने का वादा। मोहल्ले के नागरिकों ने समस्या के समाधान के लिए तमाम लिखित और मौखिक अनुनय विनय संग शिकायत का दौर शुरू किया लेकिन परिमाण आज भी जीरो ही । पहले तो विभाग यह कह कर मामले को पेचीदा बनाता रहा कि मामला जल संस्थान या जल निगम में से किसका है। खैर लम्बे भागदौड़ ने ये तय कराया कि मामले का निस्तारण जल निगम से किया जाना है , अब बारी निगम द्वारा अपने पानी के सप्लाई को दुरुस्त करने का था ताकि पानी साफ़ मिले सके और सभी राहत ले लेकिन 6 महीने के कावकीच के बाद अब भी जल निगम समस्या दूर नहीं करा पाया बल्कि हद तो तब हो गयी जब क्षेत्र के जेई ने आज एक उपभोगता को विभाग के पास मरम्मत के लिए पैसा न होने का जुमला पढ़ा। अब प्रश्न यह है कि क्या वास्तव में सरकारी खजाने नागरिकों के लिए ख़त्म हो चुके है या फिर उपभोगताओं के जेब ठीली करने का की एक जुगत। जो भी हो लेकिन ये तो तय है कि सरकार के योजनों में पलीता लगाने में इन जिम्मेदारों की लापरवाही कुछ कम नहीं।
– सुनिए जेई का आडिओ
@बनारस दिन भर की बड़ी खबरे रात 8 बजे
ख़बरें फटाफट- नये अंदाज़ में जानकारी