
डाक जीवन बीमा का 138 वें वर्ष में प्रवेश, मनाया गया ‘डाक जीवन बीमा’ दिवस
इन्नोवेस्ट न्यूज़ / 1 feb
– वाराणसी परिक्षेत्र में 145 गाँव बने ‘सम्पूर्ण बीमा ग्राम’
– डाक जीवन बीमा आज के दौर की एक अनिवार्य आवश्यकता
डाक विभाग, जीवन बीमा के क्षेत्र में भी एक लम्बे समय से कार्यरत है। 1 फरवरी 1884 को आरंभ ‘डाक जीवन बीमा’ भारत में सरकारी व अर्द्ध सरकारी कर्मचारियों के लिए सबसे पुरानी बीमा योजना है, जिसका लाभ अब निजी क्षेत्र के प्रोफेशनल्स भी उठा सकते हैं।बीमा के क्षेत्र में भी डाक विभाग नित नये आयाम स्थापित कर रहा है। डाकघरों में लोगों की आयु और आवश्यकता के हिसाब से जीवन बीमा की तमाम योजनायें हैं, जिनमें सुरक्षा, संतोष, सुविधा, युगल सुरक्षा, सुमंगल व चिल्ड्रेन पालिसी शामिल हैं। वाराणसी परिक्षेत्र में डाक जीवन बीमा और ग्रामीण डाक जीवन बीमा में वर्तमान में कुल 1.30 लाख से ज्यादा पॉलिसियाँ संचालित हैं। कोरोना काल में ढाई हजार से ज्यादा पॉलिसियाँ जारी की गईं। जीवन बीमा आज के दौर की एक अनिवार्य आवश्यकता है एवं डाक विभाग अपने विस्तृत नेटवर्क के माध्यम से सुदूर क्षेत्र में रह रहे लोगों को भी बीमित करने के लिए संकल्प है। एक अभिनव पहल करते हुए वाराणसी परिक्षेत्र के 145 गाँवों में सभी योग्य लोगों का बीमा करते हुए इन्हें ‘सम्पूर्ण बीमा ग्राम’ बना दिया गया है।
डाक विभाग ने नवीन टेक्नालॉजी अपनाते हुए कोर इंश्योरेंस सर्विस के तहत मैककेमिश सॉफ्टवेयर के माध्यम से बीमा सेवाओं को भी ऑनलाइन बनाया है। ‘डाक जीवन बीमा’ योजना का दायरा भी बढ़ा दिया गया है। पहले मात्र सरकारी व अर्द्धसरकारी कर्मचारियों तक सीमित डाक जीवन बीमा अब निजी शिक्षण संस्थाओं /विद्यालयों/महाविद्यालयों आदि के कर्मचारियों, डॉक्टरों, इंजीनियरों, प्रबंधन सलाहकारों, चार्टेड एकाउंटेंट, वास्तुकारों, वकीलों, बैंकर जैसे पेशेवरों और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज तथा बम्बई स्टॉक एक्सचेंज के सूचीबद्ध कम्पनी के कर्मचारियों के लिए भी उपलब्ध है।
इस अवसर पर सहायक डाक अधीक्षक अजय कुमार मौर्या, सहायक डाक अधीक्षक पंकज श्रीवास्तव , डाक निरीक्षक शशिभूषण यादव, डाक निरीक्षक विशम्भर नाथ द्विवेदी, पोस्टमास्टर कैंट रमाशंकर वर्मा , राजेन्द्र यादव, अजिता, एसपी गुप्ता, राहुल वर्मा, घनश्याम पटेल ,रामबदन यादव, ओम कृष्ण यादव सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।
इन्हें भी पढ़िए –
हरिश्चंद्र डिग्री कालेज के छात्र बैठे आमरण अनशन पर, धरनारत छात्रों को मिला सपा महानगर का समर्थन।
मल्टीप्लेक्स सिनेमा हॉल में अब बगल की सीट नहीं होगी खाली
गुलाबी गुलाबी दिखेगा गोदौलिया से दशाश्वमेध तक की दोनों पटरियों के भवन और दुकान
गणेश चतुर्थी – जानिए भगवान गणेश को क्यों कहा जाता है गणपति, क्या है जन्म की कथा
राजनारायण का बेनियाबाग पार्क अब शहर के सेंट्रल पार्क के रूप हो रहा है विकसित, बनेगा पिकनिक स्पॉट
इन वीडिओ को भी देखिये –
देखिये कैसे बनाया जाता है मलइयों
बनारस के दूसरा क्रूज , देखिये ऐसा दिखता है …
करिये चिंतामणि गणेश और दुर्ग विनायक का