
कोरोना अपडेट 30 जुलाई सुबह – संभलिये बढ़ने लगे संक्रमित
कोरोना अपडेट 29 जुलाई शाम – 2 संक्रमित आये सामने
पांच तीर्थ व सात मोक्ष में शामिल काशी को कहा जाता है लघु भारत कहा जाता है । यहां की गलियों में आध्यत्मिक रहस्यों का वो संसार वसा है जिसे समझ पाना हर किसी के बस में नहीं है । धर्म शास्त्रों में वर्णित दुनिया के सभी पवित्र स्थल काशी में भी मौज़ूद है ।इन रहस्यों से पर्दा उठाने की गरज से शिव की महिमा के साथ काशी के महात्म का प्रामाणिक वर्णन को बड़े ही सलीके से प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट श्री काशी विश्वनाथ धाम की दीवारों पर उकेरने का काम प्रगति पर है । कॉरिडोर में आने पर आप सिर्फ़ बाबा विश्वनाथ के दर्शन ही नहीं कर सकेंगे बल्कि आप उनकी महिमा भी जान पाएंगे। और जान सकेंगे काशी को लघु भारत क्यों कहा जाता है। धर्म शास्त्रों व पौराणिक ग्रंथों में वर्णित दुनिया के सभी पवित्र स्थल ,काशी में भी मौज़ूद है। उपनिषद ,वेदों और पुराणों के आधार पर मिली जानकारी का चित्रात्मक वर्णन, श्लोक संख्या, हिंदी में अनुवाद समेत समस्त जानकारियां विश्वनाथ धाम में सुलभ कराया जा रहा है।
दुनिया के प्राचीनतम और जीवंत शहर काशी को देश की धार्मिक व आध्यात्मिक राजधानी ऐसे ही नहीं कहा जाता। इसके पीछे पुख़्ता प्रमाण है। जो उपनिषद ,वेदों और पुराणों में मिलता है। अब इन प्रमाणों के साथ श्री काशी विश्वनाथ धाम में सचित्र शिव महिमा का वर्णन मार्बल पर उकेर के लगाए जाने की योजना है।
35 सचित्र परिचय में सम्पूर्ण काशी
बाबा के प्रांगण में आने वाले भक़्त ,भगवान शंकर के महिमा के बारे में जान सके इसके लिए क़रीब 9 X 3.6 फ़ीट के 35 सचित्र परिचय बोर्ड लगेगा । इस पर काशी में भगवान शंकर के महिमा , आगमन ,धर्म शास्त्रों व पौराणिक ग्रंथों में वर्णित दुनिया के सभी पवित्र स्थल विवरण और इसका प्रमाण का उल्लेख होगा । भगवान शंकर को काशी क्यों प्रिय है। और काशी को लघु भारत क्यों कहा जाता है ये सभी जानकारियां भी मार्वल पर उकेरे चित्रों के माध्यम से देने का प्रयास होगा।
ये होगी जानकारियां
मंदिर की दीवार पर वेद व्यास द्वारा चारों वेदों का प्रथम उपदेश, 56 विनायक, मोक्ष प्रदान करने वाली सातों नगरी , सप्तदा मोक्ष दायिका सात नगरी, काशी, मथुरा, उज्जैन, द्वारका, कांची, अयोध्या, हरिद्वार, द्वादश आदित्य , पांचो तीर्थ, मणिकर्णिका तीर्थ की स्थापना, ढुण्ढिराज राज गणेश द्वारा प्रथम शिव स्तुति, अष्ट भैरव की स्थापना, 64 योगिनियों का काशी निवास , काशी पुराधिपति बाबा विश्वनाथ के त्रिशूल पर टिकी काशी , भोलेनाथ द्वारा अष्ट मातृकाओं की स्थापना, महाकवि कालिदास द्वारा शिव स्तुति, आदि सभी जानकारियां की तस्वीर संग संस्कृत के श्लोक और उनका हिंदी अनुवाद के साथ दिखेगी । इसके साथ ही इन संदर्भो को किस ग्रन्थ ,उपनिषद ,वेदों और पुराणों उल्लेख है। उनके श्लोक संख्या समेत वर्णित अंकित होगा ।
देखिये टॉप वीडिओ …
देखिये , जब एम्बुलेंस हड़ताल के कारण ट्राली पर मरीज
गद्दी पर बैठते ही श्री अन्नपूर्णा मन्दिर के नये महंथ ने क्या ली शपथ
दर्शन करिये श्री गौरी केदारेश्वर महादेव का
देखिये कल दिखने वाले काशी स्टेशन का पहला लूक
सुर्ख़ियों में ख़बरें..
@ 10 pm जानिये दिनभर की खबरों संग शनिवार का पंचांग और पर्व
बाबा दरबार में भी मॅहगाई के जद में , आरती और विशेष अनुष्ठानों पर मंहगाई डायन की नजर
आफ्टर नून न्यूज़ –
– BSP का डोरा – अयोध्या के ब्राह्मण सम्मेलन के रास्ते फिर ब्राम्हण कार्ड
– सर्वे – यूपी चुनाव में त्रिशंकु सरकार , किस पार्टी के साथ कितने लोग
– जानिये ,विश्व के उन नेताओं का नाम जो #media-freedom पर रखते है लगाम
– जब सात पैसे के पेट्रोल मूल्य वृद्धि पर बैलगाड़ी से संसद पहुंचे थे अटल बिहारी वाजपेयी
– किसने किया दावा, छह से आठ हफ्ते में आ सकती है कोरोना की तीसरी लहर
– आखिर क्यों नरेंद्र मोदी को बर्खास्त करना चाहते थे अटल बिहारी वाजपेयी
इन्हें भी जानिए – रहस्य और रोमांच –
– दो आम की कीमत 2.70 लाख रुपए , आखिर इसे खाते क्यों नहीं …..
– ” इन्हें भी जानिये ” – किसके दूध का दही नहीं जमता और शरीर का कौन सा अंग नहीं बढ़ता
– जानिये सबसे ज्यादा ऑक्सीजन जनरेट करने वाले पेड़
– जनेऊ – वास्तव में जनेऊ स्वास्थ्य के लिए उत्तम है
धर्म और आध्यात्म खबरें , मंगल और शनिवार को
– 20 जुलाई से 15 नवम्बर तक मांगलिक कार्य बंद , जानिये क्या वजह ..
– सूर्य ग्रह का कर्क राशि में प्रवेश, पढ़िए क्या होगा आप पर इसका असर
– Gupt Navratri 2021 – जानिये क्या है गुप्त नवरात्रि, किस देवी की की जाती है आराधना
– धर्म नगरी – धनलक्ष्मी कौन हैं, जानिए धन प्राप्ति के उपाय
– पहली कड़ी हिरण्यकश्यप – देवी देवताओं द्वारा दिए गए भक्तों को दस प्रमुख वरदान
– जानिए , काशी में योगिनियों की मन्दिर , कब और क्यों आयी काशी
– धर्मनगरी – आपके पुत्र और परिजन पूर्वजन्म में थे कौन ?
– अपनी बुरी आदतें बदल कर बनें धनवान