@बनारस – आज हैं ये बनारस का हाल

@बनारस – आज हैं ये बनारस का हाल

– परिजन अदालत जाने की तैयार
मौत का द्वार  बना B H U  कोरोना वार्ड 
@बनारस / इन्नोवेस्ट डेस्क / 3 जुलाई

काशी हिन्दू विश्वविद्यालय  का कोविड अस्पताल में लापरवाही का संक्रमण फैला है और जिले के अधिकारी अपनी लाज बचाने में अपनी स्थिति साँप छछूंदर वाली कर रखी है। जो भी  लेकिन इस अस्पताल जाने में परिजन बचते है लेकिन मजबूरी ऐसी जिसका जवाब नहीं। तमाम मामले पर गौर करिये तो मौत और शिकायत की संख्या ऊँगली से बाहर निकल जायेगी। सिपाही के मौत पर भले ही इसअस्पताल को क्लीन चिट दिया हो लेकिन आरोपों का फेरिस्त खत्म होता नजर नहीं आ रहा।
आरोप मृतक के परिजन की जुबानी 
घटना ग्वालदास लेन ,गोलघर निवासी बालकृष्ण दास गुजराती के साथ हुआ । बालकृष्ण दास गुजराती के अनुसार 63 वर्षीय उनके बड़े भाई जयकृष्ण दास गुजराती तबियत खराब होने पर मारवाड़ी अस्पताल जहाँ भर्ती न करने पर कौडिया अस्पताल पहुंचे वहां भी भर्ती नहीं किया गया अंततः ये  दीनदयाल अस्पताल पहुंचे जहाँ तीन घंटा तक बिठाए रखा गया। तत्पश्चात 13 तारीख  को  ढाई हजार रूपये जमा कर हेरिटेज हॉस्पिटल में जांच करवायी। वादा  24 घंटे मे रिपोर्ट देने का था  लेकिन रिपोर्ट 15 तारीख को सीएमओ कार्यालय भेज दिया गया ।उसी शाम क्षेत्र को हाटस्पाट घोषित कर सील कर दिया गया। 16 जुलाई की शाम  एम्बुलेन्स मरीज को लेने आती है जिसमें स्ट्रेचर नहीं था ,परिजन व्हील चेयर की सहायता से मरीज को लेकर एम्बुलेन्स पर बैठाये। बीएचयू पहुंचने पर मरीज को तीन घंटे तक एम्बुलेन्स मे ही रखा इस दौरान परिजनों की एक न सुनी गयी ।  किडनी मरीज को आईसीयू की जगह कोरोना वार्ड में रखा गया। भर्ती होने से लेकर मृत्यु होने तक, मरीज का उसके परिजनों से कोई संपर्क नही करने दिया गया। 28 जुलाई  को डायलिसिस के नाम पर सात सौ रूपया जमा कराया गया जिसके एक घंटे बाद मरीज की तबियत खराबहोने और 28 तारीख को मौत की खबर आयी । परिजनों का आरोप है कि जय कृष्ण गुजराती की मौत का जिम्मेदार अस्पताल और जिला प्रशासन है, ये मौत नही हत्या है, इंसाफ के लिए अदालत जाएंगे। क्योकि हम संघ के कार्यकर्ता है चालीस साल से भाजपा की सेवा कर रहे है लेकिन कोई मदद को आगे नही आया। बालकृष्ण दास गुजराती उर्फ अशोक भारतेंदु नगर सेवा भारती प्रमुख है तथा उनके साथ हुई इस दुखद घटना से क्षेत्रीय भाजपा कार्यकर्ताओं में बेहद रोष है।
ये है सिपाही मामला 
कांस्टेबल मनोज कुमार पाण्डेय जिनकी मृत्यु  29.07.2020 को बी0एच0यू0 हुआ और शिकायत  चिकित्सकीय लापरवाही बरतने की की गयी।  जिसके बाद हरकत में आये वाराणसी जिलाधिकारी ने अपर निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, वाराणसी मण्डल की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जाॅंच समिति की गठन करते हुए जाॅच के निर्देश और उसके बाद   जाॅंच समिति ने निष्कर्ष में दिया है कि मनोज की मृत्यु की जाॅच में पाया गया कि वह डायबिटीज एवं उच्च रक्तचाप के पुराने मरीज थे और शराब के भी आदी थे। तथा दोनो अस्पतालों मे डायबिटीज, उच्च रक्तचाप एवं कोरोना का इलाज किया गया । इसमें किसी भी प्रकार से चिकित्सकीय लापरवाही नहीं पायी गयी।

 

कोरोना काल में सादगी से श्रावणी उपाकर्म सम्पन्न  
@बनारस / इन्नोवेस्ट डेस्क / 3 जुलाई

ब्राह्मणों का सबसे बड़ा त्यौहार कहे जाने वाला श्रावणी उपाकर्म हर साल गंगा घाट पर सम्पन्न किया जाता था लेकिन कोरोना काल से उपजे सोशल डिस्टेंसिंग का चक्कर इस त्यौहार पर भी दिखा।विप्रों ने इस अनुष्ठान को अपने ठंग से अपने को सुरक्षित करते हुए सम्पन किया। अधिकाँश परंपरागत परिवारों में गंगा स्नान के बाद अपने घरों में ही भूदेवों को बुलाकर श्रावणी उपाकर्म को पूरा  किया। लंका स्थित डॉ गिरीश चंद त्रिपाठी अपने बन्धुबांधव संग  अपने घर में आचार्य श्रीप्रकाश पांडेय के निर्देशन में  श्रावणी उपाकर्म सम्पन कराया।  अस्सी स्थित रामेश्वर मठ में भी श्रावणी उपाकर्म व ऋषि पूजा का आयोजन किया गया । श्रावणी उपाकर्म द्विजों के लिए सबसे महत्वपूर्ण पर्व है। इस दिन सप्तर्षि पूजन में प्रयोग आनेवाले पंचगव्यादि का प्राशन आत्मशुद्धि का सर्वोत्तम उपाय है। इसी दिन द्विजजाति अपने सम्पूर्ण वर्ष भर किए अपकृत्यों से उत्पन्न अवशेष अघ (पाप) का अघमर्षण करते हैं। चातुर्वर्ण्य व्यवस्था में श्रावणी मुख्य रूप से ब्राह्मणों, दशहरा क्षत्रियों, दीपावली वैश्यों और होली शूद्रों के उत्सव मनाने का त्योहार होता था। श्रावणी उपाकर्म के ही दिन आचार्य अपने गुरुकुल में वेदाध्यायी शिष्य को आश्रमप्रवेश कराने की अनुमति देते हैं। मठ के आयोजन में गंगाधर मिश्र, प्रेमचंद दीक्षित,अखिलेश कुमार, हरी प्रसाद शुक्ल, जागृति फाउंडेशन के महासचिव रामयश मिश्र, संतोष कुमार मिश्र संयोजन लखन स्वरूप ब्रह्मचारी प्रबंधक वरुणेश चंद्र थे ।

होम आइसोलेशन एप पर रजिस्ट्रेशन का आज  हैं आखिरी दिन
@बनारस / इन्नोवेस्ट डेस्क / 3 जुलाई


होम आइसोलेशन करने वाले कोविड के मरीजों का एप पर रजिस्ट्रेशन करने का सोमवार यानी आज  आखिरी दिन है। अपना रजिस्ट्रेशन न करने वाले लोगों का होम आइसोलेशन निरस्त कर कोविड अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा।  होम आइसोलेशन करने वाले लोगों को अनिवार्य रूप से होम आइसोलेशन ऐप पर सोमवार को सायं तक अपना रजिस्ट्रेशन एवं सूचनाएं फील करने की अपील की है। जो होम आइसोलेशन करता है उसे रजिस्ट्रेशन कराना होता है। जिस होम आइसोलेशन ऐप पर रजिस्ट्रेशन करना है वह पहले इंटरनेट पर ब्राउज़र में खुलता था और वह लंबी प्रक्रिया थी और परेशानी भी होता था। किंतु अब यह ऐप शुक्रवार से प्ले स्टोर पर आ गया है। ऐसे लोगों को रजिस्ट्रेशन के लिए 2 दिन की मोहलत दी गई थी, आज सोमवार को आखिरी दिन हैं।वाराणसी में अब तक 1000 से अधिक लोगों का होम आइसोलेशन हुआ है, जबकि काफी कम लोगों ने ही इस एप पर रजिस्ट्रेशन किया है। जबकि रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है और यदि कोई भी व्यक्ति इस पर अपना डाटा फील नहीं करता है तो उसका होम आइसोलेशन निरस्त कर दिया जाएगा।

एपेक्स हास्पिटल में मृतक कोरोना मरीज के कपड़ों खुले मे फेंका
@बनारस / इन्नोवेस्ट डेस्क / 3 जुलाई

बनारस मे जहां कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं वहीं अस्पतालों की लापरवाही भी आम जन के लिए भयंकर परेशानी का सबब बनी हुई है।ताजा मामला भिखारीपुर स्थित एपेक्स हास्पिटल का है जहां अस्पताल प्रशासन द्वारा एक मृतक कोरोना मरीज के कपड़े खुले मे अस्पताल के सामने फेंक मिला है । कल एपेक्स हास्पिटल मे मृत हुए एक कोरोना मरीज के कपड़े अस्पताल द्वारा अस्पताल के सामने ही खुले मे सड़क किनारे फेंक दिए गये।खुले मे फेंके गये कपड़ों को देखकर स्थानीय निवासी तथा दुकानदार दहशत मे  हैं।जिस स्थान पर संदिग्ध कपड़े फेंके गये हैं वो भीड़ भाड़ वाला स्थान है जिससे संक्रमण फैलने का खतरा बना हुआ है। एपेक्स अस्पताल मे कोविड जांच सेंटर का उद्घाटन अभी कुछ दिनों पूर्व ही आई० जी० वाराणसी रेंज विजय सिंह मीणा द्वारा किया गया था।जिसके पश्चात यहां कोरोना मरीजों व उनके परिजनों का आवागमन शुरू हो गया ।अस्पताल प्रशासन द्वारा जांच के लिए सैंपल लेने के लिए मरीज को अस्पताल द्वारा भीतर कर लिया जाता है जबकि मरीज के परिजन खुले मे बाहर चाय पान की दुकानों पर घुमते रहते हैं।इससे संक्रमण फैलने का खतरा बना रहता है।यहां कोई सैनिटाइजेशन भी नहीं होता जिसके कारण दुकानदार व स्थानीय नागरिकों को संक्रमण का डर बना रहता है। शिकायत के संबंध मे क्रांति फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल कुमार सिंह ने जिलाधिकारी  को पत्र लिखकर मामले का संज्ञान लेने का अनुरोध किया है।

शहीद विशाल पाण्डेय के बहनों ने बाँधी राखी
@बनारस / इन्नोवेस्ट डेस्क / 3 जुलाई

विश्वास की डोर,भाई-बहन के असीम प्रेम, स्नेह एवं अटूट रिश्ते के प्रतीक रक्षा के संकल्प का यह पर्व पर देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीद विशाल पाण्डेय के दोनों बहने वैष्णवी व वर्णिता से राखी बंधवा कर अजय राय ने एक सन्देश दी । इस मौके बहन ने कहा कि भाई की कमी तो जीवन भर महसूस होगी लेकिन जिस तरह से आज अजय राय भईया आकर हम बहनों मेरे परिवार का हौसला बढ़ाया राखी बंधवाए अच्छा लगा। कांग्रेस महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी जी भी इस कोरोना काल मे ही मेरे परिवार का फोन के माध्यम से कुशलक्षेम जानी थी। आगे कहा, मुझे भी एयरफोर्स में जाना है व देश का गौरव बढ़ाना है क्योंकि शहीद विशाल पाण्डेय भईया का सपना था की मैं फोर्स में जाऊ व देश की सेवा करूँ ।इस मौके महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे,जिलाध्यक्ष राजेश्वर पटेल,मनीष मोरोलिया,मनीष चौबे,प्रदेश सचिव युवा कांग्रेस चंचल शर्मा,महानगर अध्यक्ष युवा कांग्रेस मयंक चौबे,रोहित दुबे,अनुभव राय,प्रिंस चौबे,विनीत चौबे,आदर्श चौबे बाबु,आयुष सिंह,रजत सिंह उपस्थिति रहे।

स्टार्ट अप्स को प्रोत्साहित करने के लिए काशी हिन्दू विश्वविद्यालय स्थापित करेगा बायोइन्क्यूबेटर बायोनेस्ट
@बनारस / इन्नोवेस्ट डेस्क / 3 जुलाई

लाइफ साइंसेज़, बायोटेक्नोलॉजी, स्वास्थ्य सेवाओं, कृषि तकनीक, खाद्य प्रौद्योगिकी व अन्य संबंधित क्षेत्रों में उद्यमिता व स्टार्टअप्स को प्रोत्साहित करने की दिशा में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय अहम भूमिका निभाने के लिए तैयार है। विश्वविद्यालय अपनी बायोनेस्ट सुविधा (Bioincubator for Nurturing Entrepreneurship for Scaling Technologies) स्थापित करने के और क़रीब पंहुच गया है। ये सुविधा प्रौद्योगिकियों को तेज़ी देने व उद्यमशीलता को प्रोत्साहित करने का काम करेगी, जिससे इन क्षेत्रों के स्टार्ट अप्स को जरूरी सहयोग औऱ मार्गदर्शन मिलेगा। इस संबंध में भारत सरकार के जैवप्रौद्योगिकी विभाग के सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यम जैव प्रौद्योगिकी उद्योग अनुसंधान सहायता परिषद् – BIRAC, ने बायोनेस्ट सुविधा स्थापित करने के लिए काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के विज्ञान संस्थान के तत्वावधान में गठित InnoResTech Foundation के लिए 6 करोड़ रुपये के अनुदान को मंज़ूरी दी है। InnoResTech Foundation एक ग़ैर लाभकारी कंपनी है जो शैक्षणिक जगत, उद्यमियों व उद्योग जगत को सशक्त करने के लिए प्रौद्योगिकी में विज्ञान आधारित नवोन्मेष को प्रोत्साहित करने का काम करती है। जैव प्रौद्योगिकी उद्योग अनुसंधान सहायता परिषद् ने इस सुविधा को शुरू करने के लिए अनुदान की पहली किश्त के रूप में 3 करोड़ रुपये की राशि जारी कर दी है। का.हि.वि.वि. में बायोनेस्ट सुविधा केन्द्रीय डिसकवरी सेन्टर – CDC में संचालित की जाएगी। इस कार्यक्रम के तहत BioNEST-BHU, 15 स्टार्ट अप्स/उद्यमियों को सहयोग व प्रोत्साहन देने के लिए ढांचा और सुविधाएं तैयार करने का काम करेगा जिससे ये व्यवसायिक संभावनाओं वाले अपने आईडिया पर आगे काम कर सकें। अटल इन्क्यूबेशन सेन्टर और सीडीसी बिल्डिंग में शुरू होने वाले DST – SATHI कार्यक्रम से स्टार्ट अप्स को रफ़्तार देने के लिए ऐसा तंत्र तैयार होने की उम्मीद है जिससे उद्यमशीलता के माध्यम से स्व-रोज़गार के लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है, जिस पर नई शिक्षा नीति 2020 में भी विशेष महत्व दिया गया है। BHU-BioNEST नए उद्यमियों व शिक्षकों को सहयोग व मार्गदर्शन प्रदान करेगा जो विज्ञान व प्रोद्योगिकी आधारित अपने कार्य से समाज को लाभ पंहुचाना चाहते हैं। इस के तहत स्टार्ट अप्स के लिए जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किये जाएंगे, जिससे उन्हें आवश्यक मार्गदर्शन व सही दिशा मिल सके। इस के अलावा इस सुविधा का सबसे बड़ा फायदा उद्यमियों व स्टार्ट अप्स को ये होगा कि उन्हें बीएचयू से एक ही स्थान पर उपकरण, प्रौद्योगिकी व विशेषज्ञता संबंधी परामर्श हासिल हो सकेगा साथ ही साथ स्टार्ट अप्स के लिए भारत सरकार की योजनाओं के बारे में भी जानकारी मिल सकेगी।

सादगी से मां कुष्मांडा का 5 अगस्त को मनाया जाएगा जन्मोत्सव
@बनारस / इन्नोवेस्ट डेस्क / 3 जुलाई

दुर्गाकुंड स्थित दुर्गा मंदिर में मां कुष्मांडा देवी का भादो कृष्ण पक्ष  द्वितीया तिथि  5 अगस्त को जन्मोत्सव मनाया जाएगा। मंदिर के महंत ने बताया कि भादो माह के द्वितीय तिथि यानी 5 अगस्त को मां का जन्मोत्सव सादगी पूर्ण ढंग से मनाया जाएगा। कोरोना के चलते नगर में जारी लॉक डाउन का पालन करते हुए जन्मोत्सव पूरी तरह से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए मनाया जाएगा।

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