
वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय का एक और मामला सामने आया है। ये घटना जानने के बाद बीएचयू प्रशासन सवाल के घेरे में खड़ा मिलेगा। मामला बीएचयू परिसर के हैलीपैड का है। जहाँ बीएचयू से स्नातक करने के बाद मुरारी लाल गौंड ने परिजनों से स्कूल में प्रवेश के नाम पर उन बच्चों के साथ अप्राकृतिक दुराचार करता रहा। जब परिजनों को शंक हुआ तो ये शर्मनाक घटना सामने आई। बनारस के गंगापुर मीरावन गाँव मे रहने वाला मुरारी बीएचयू हैलीपैड की झाड़ियों का फायदा उठाकर 5 मासूम बच्चों के साथ बारी-बारी से कुकृत्य करता रहा। ये चौबेपुर के रहने वाले एक ही परिवार के पांचों चचेरे भाई है। इन पांचों की उम्र लगभग 10 से 15 साल की है।
मुरारी परिजनों को देता रहा झांसा
इन सभी बच्चों के परिजनों से मिलकर मुरारी बीएचयू एनसीसी एवं कमच्छा में सेंट्रल हिन्दू स्कूल सीएचएस के नाम से जाना जाता है। उसमें प्रवेश कराने का झांसा देकर इन 5 बच्चों के हैलीपैड की झाड़ियों में बारी-बारी से अपना कुकृत्य करता रहा।
पुलिस के अनुसार
लंका पुलिस ने बताया कि परिजनों की तहरीर के आधार पर पिछले 2 महीनों से मुरारी बच्चों के साथ गन्दा काम करता रहा और परिजनों से उन बच्चों की भविष्य के लिए कक्षा 6 और 9 में प्रवेश कराने के लिए झांसा देकर देता। जब परिजनों को शक होने पर हेलीपैड पहुंचे तो मुरारी की हरकतों का खुलासा हुआ। जिस पर परिजनों ने लंका थाने पर तहरीर दी। जिसके आधार पर आरोपी के खिलाफ़ कार्यवाही की जाएगी।
सूत्रों के अनुसार
इस घटना में जब पुलिस ने आरोपी मुरारी को लंका थाने ले जाकर बैठाया। उसी दौरान मुरारी टहलते हुए और बड़े आराम से थाने के बाहर निकल कर भाग गया। जानकारी होते ही थाने पर हड़कंप मच गई। जहां मुरारी को काफी देर बाद लोगों की मदद से पकड़ा गया।
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