मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सप्तपुरी की तर्ज पर अयोध्या का समग्र विकास हो, यह पीएम मोदी की सोच है। भव्य मंदिर के साथ अयोध्या देश दुनिया की सबसे अच्छी नगरी होगी। राम की मर्यादा सबको जोड़ने की है। पीएम अन्न योजना का विस्तार करते हुए सीएम योगी ने होली तक योजना चलाने की बात कही। पीएम ने मई से लेकर नवंबर तक योजना चलाई थी। अब प्रदेश सर्कात इस योजना को होली तक ले जाएगी। 35 किलो राशन दिसंबर जनवरी फरवरी व मार्च फ्री में देंगे। साथ ही गेंहू चावल, दाल, तेल व नमक भी देंगे। पात्र गृहस्थी को पांच किलो खाद्यान्न, एक किलो तेल व एक किलो दाल व एक किलो नमक फ्री में देंगे। अंत्योदय कार्ड धारक को हर महीने चीनी भी मिलेगी। 15 करोड़ लोग हर महीने इसका लाभ लेंगे। उन्होंने कहा कि सबसे बड़ा है श्रीराम की मर्यादा के अनुरूप धैर्य, जिससे हमें सफलता मिली है। 2019 के कार्यक्रम में भी मैंने यही अनुरोध किया था कि धैर्य के साथ इंतजार करिये, अयोध्या में वह सब होगा जो आपकी भावनाएं हैं। पहले लोग बोलते थे, परिंदा भी पर नहीं मार सकता था। 31 साल पहले हुआ था, वह मंजर कोई रामभक्त और कोई अयोध्यावासी उसे कभी भूल नहीं सकता है।
“इन न्यूज़” दीपावली स्पेशल –
पटाखा छोड़ने से पहले हाथ, आंख व चेहरा सुरक्षित रखने का भी करे उपाय
हनुमान जयंती : पढ़िए, क्यों मनाया जाता है बजरंगबली का दो बार जयंती
वीडियो – आपके घर में पूजे जाने वाले लक्ष्मी गणेश की ऐसे बनती है मूर्ति
नरक चतुर्थी को करिये अभ्यंग स्नान , जानिए फायदे
दुर्लभ दर्शन, सुवर्ण माता अन्नपूर्णा का , दर्शन सिर्फ वर्ष में 5 दिन
dhanteras : जानिए , धनतेरस से जुड़ीं काम की 9 बातें …
लेटेस्ट खबरें, इन्हें भी पढ़िए –
अयोध्या : सीएम योगी ने प्रभु राम का किया राज तिलक, दीपों से रोशन हुई रामनगरी
दिल्ली : कनाडा से दिल्ली , अब 15 नवम्बर को बनारस आ रहा है माता अन्नपूर्णा की प्राचीन मूर्ति, cm करगें स्थपित
अयोध्या – दीपोत्सव के विरोध में अंधेरा करेंगे व्यापारी
कहीं भी मूर्ति रखने की जगह , सम्मानजनक ठंग से करें देव प्रतिमा को विसर्जित, करिये हेल्पलाइन पर फोन
दिल्ली : पेट्रोल डीजल के दाम से राहत के लिए ,बोलो भारत माता की जय, मिलेगा काफी आराम …
वाराणसी : बनारस में पाकिस्तान जिंदाबाद …किसने लगाया और फिर क्या हुआ
दिल्ली : पेट्रोल डीजल के दाम से राहत के लिए ,बोलो भारत माता की जय, मिलेगा काफी आराम …
डाबर इंडिया के करवा चौथ विज्ञापन पर परम्परायों का मजाक,क्यों मांगना पड़ा बिना शर्त माफी