
– राकेश कुशवाहा
वाराणसी। नित्य महोत्सव, नित्य सुमंगल वाली काशी में एक और बड़े आयोजन की तैयारियां शुरू हो गयी हैं। आखिरकार वो शुभ घड़ी सामने आ ही गयी, जिसका लंबे समय से काशी सहित देशभर के शिवभक्तों को इंतजार था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की महत्वाकांक्षी परियोजना श्रीकाशी विश्वनाथ धाम (विश्वनाथ कॉरिडोर) का आगामी 13 दिसंबर को काशी में भव्य उद्घाटन होने जा रहा है। इस दौरान दो दिवसीय दौरे पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी काशी में होगें । यही नहीं काशी विश्वनाथ धाम की तरह ही इसका उद्घाटन समारोह भी भव्य और दिव्य होगा।
काशी में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का भव्य उद्घाटन 13 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा किया जाएगा। इस दौरान भारत की सभी प्रमुख नदियों के जल से बाबा का अभिषेक होगा। सिर्फ इतना ही नहीं भगवान शिव के सभी 12 ज्योतिर्लिंगों के प्रमुख पुजारियों को भी इस महाआयोजन के लिये निमंत्रण भेजा जाएगा।
दीपों से जगमग होंगे काशी के घाट, होगी आतिशबाजी
काशी विश्वनाथ धाम के भव्य उद्घाटन समारोह में वाराणसी के सभी प्रमुख घाटों को दीपों से सजाया जाएगा, साथ ही आतिशबाजियां भी होंगी, जिससे दिव्य अनुभूति मिलेगी।
241 साल बाद भव्य रूप लेगा काशी विश्वनाथ धाम
बता दें कि तकरीबन 800 करोड़ की लागत से बन रहे श्री काशी विश्वनाथ धाम प्रोजेक्ट का शिलान्यास 8 मार्च 2019 को देश के प्रधानमंत्री और वाराणसी के सांसद नरेन्द्र मोदी ने किया था। ऐतिहासिक रूप से इस मंदिर का जीर्णोद्धार इंदौर की महारानी अहिल्याबाई होलकर द्वारा वर्ष 1780 में कराए जाने के लगभग 241 वर्षों के बाद श्री काशी विश्वनाथ धाम मूर्त रूप लेने जा रहा है।
मिले 40 से ज्यादा अतिप्राचीन मंदिर
इस प्रोजेक्ट की बात करें इसका कुल क्षेत्रफल 39310.00 वर्ग मीटर है। जिसके अंतर्गत कुल 296 आवासीय, व्यावसायिक, सेवईत और न्यास इत्यादि भवन मौजूद रहे। इनके ध्वस्तीकरण के उपरांत परियोजना के अंतर्गत लगभग 21505.92 वर्ग मीटर क्षेत्रफल उपलब्ध हुआ। भवनों के ध्वस्तीकरण के दौरान विभिन्न भवनों के अंदर 41 अतिप्राचीन मंदिर पाए गए हैं। जिनका उल्लेख वेद-पुराण व धार्मिक पुस्तकों में भी पाया गया है। प्राप्त सभी मंदिर काशी के प्राचीन धरोहर हैं।
विश्रामालय, संग्रहालय सहित होंगे तमाम भवन परियोजना में
मंदिर प्रांगण का विस्तार कर इसमें विशाल द्वार बनाए गये हैं। इसके अलावा एक मंदिर चौक का निर्माण किया गया है। इसके दोनों तरफ़ विभिन्न भवन जैसे कि विश्रामालय, संग्रहालय, वैदिक केंद्र, वाचनालय, दर्शनार्थी सुविधा केंद्र, व्यावसायिक केंद्र, पुलिस एवं प्रशासनिक भवन, वृद्ध एवं दिव्यांग के लिये एक्सीलेटर एवं मोक्ष भवन इत्यादि निर्मित किए गये हैं। प्रोजेक्ट के अंतर्गत 330.00 मीटर लम्बाई एवं 50.00 मीटर चौड़ाई एवं घाट से एलिवेशन 30 मीटर क्षेत्र में निर्माण कराया गया है।
कॉरिडोर निमार्ण के बाद श्री काशी विश्वनाथ मंदिर से दशाश्वमेध घाट पर प्रति वर्ष आने वाले करोड़ों देशी-विदेशी श्रद्धालुओं का आवागम एवं दर्शन-पूजन करने पहले की अपेक्षा सुगम हो जाएगा।
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