वाराणसी । चुनावी समर में चुनावी बाण के अदान प्रदान एक दस्तूर से बनता जा रहा है एक राजनीतिक पार्टी दूसरे राजनीतिक पार्टी को नीचा दिखाने के लिए वह सभी जुगत करता है जिसे सभ्य समाज असभ्य या अस्तर विहीन कहता है , जो भी हो लेकिन चुनाव में चुनावी बाण से कौन कितना आहत होता है और कौन कितना बड़ा फायदा उठाता है यह तो चुनाव के बाद पता चलता है लेकिन चुनाव के पूर्व मर्यादाओं को तार-तार करते हुए यह नेता सारी हदें कुछ भी भूल जाते हैं जैसे वह वास्तव में एक बहुत बड़े नायक है और उनकी बातें पूरी तरीके से जायज । मामला दो राजभर नेतायों के बीच की है । उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर ने आज वाराणसी में ओमप्रकाश राजभर पर पुनः हमला करते हुए ओमप्रकाश को मुख्तार अंसारी का राजनैतिक शूटर बताया । तो वही अपने को प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ का शूटर । मंत्री ने कहा कि ऐसे शूटरों को शूट करने की जिम्मेवारी हमको दी है, मुख्तार अंसारी के राजनैतिक सूटर असलम राजभर बन रहे हैं उनको 2022 के विधानसभा चुनाव में ऐसा सूट करूंगा कि वह अपने घर चले जाएंगे, वही महाराजा सुहेलदेव राजभर के अपमान करने वालों को घर भेजना है राजभर समाज को 18 वर्षों से धोखा देने वाले को घर भेजना है 2022 का बेसब्री से इंतजार है ताकि ऐसे राजनीतिक शूटरों को सूट कर राजनीतिक गलियारों से बाहर कर देंगे ।
