युवा अधिवक्ताओं ने क्यों दिया डोम राजा वचन, पढ़िए पूरी खबर

युवा अधिवक्ताओं ने क्यों दिया डोम राजा वचन, पढ़िए पूरी खबर

    “इन न्यूज़” की पहल : आप भी किसी विभाग के भष्टाचार के शिकार बन रहे हो या फिर आपको विभाग में चल रहे घालमेल की भनक हो तो सूचित करें …ताकि उजागर हो सके सच



    वाराणसी। कुछ रिश्ते खून के होते हैं और कुछ अपने व्यवहार से बनते है। इसलिए कहा जाता है कि सभी का सम्मान करो, तभी सम्मान के हकदार बनोगे। काशी के मीर घाट पर स्थित पद्मश्री स्वर्गीय जगदीश चौधरी डोम राजा रहते थे। जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बनारस प्रस्तावक के रूप में थे। अब वो दुनिया मे नही रहे। जगदीश चौधरी को पद्मश्री से नवाजा गया है। इस सम्मान को लेने उनके बेटे ओम चौधरी राष्ट्रपति के हाथों से सम्मान मिला। वही युवा अधिवक्ताओं का कहना है कि चारो ओर लोगों का प्रचार प्रसार हो रहा है लेकिन डोम राजा का नही। जिसको लेकर अधिवक्ताओं ने बुधवार की शाम उनके आवास पर पहुँचे। जहाँ पद्मश्री जगदीश चौधरी का आशीर्वाद लेते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की। उनके बेटे ओम को माल्यर्पण,शॉल सहित एक स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। अधिवक्ताओं ने ओम के सुख एवं दुःख में हमेशा साथ रहने का वचन दिया। इस अवसर पर अधिवक्ता मनोज जायसवाल, गौरव जायसवाल, अहिभूषन जायसवाल, ज्ञान प्रकाश सेठ, नीरज कुमार, शक्ति चौधरी, वरिजा तिवारी, नेहा सदफ सिद्दीकी सहित अधिवक्ता शामिल रहे।


    लेटेस्ट खबरें, इन्हें भी पढ़िए –

    समाजवादी और आप में हो सकता है गठबंधन
    जानिए क्या है 17 दिवसीय अन्नपुर्णा व्रत
    जानिए तीन दिन क्यों बन्द रहेगा काशी विश्वनाथ मंदिर
    वीडियो- काम है या फिर मजाक, घर का कूड़ा घर मे फेंका जा रहा

    एक माह के प्रवास पर काशी पहुंची उमा भारती, सुनिये क्या क्या कहा
    कचहरी ब्लास्ट के बरसी पर अधिवक्ताओं नहीं किया न्यायिक कार्य , दी गयी श्रद्धांजलि
    लंबे इंतजार के बाद बी एच यू का प्रवेश परीक्षा परिणाम आया
    वीडियो- जानिए लापरवाहियों ने किया घरों में दरार, ट्रीटमेंट प्लांट से है जान का खतरा


    कहीं भी मूर्ति रखने की जगह , सम्मानजनक ठंग से करें देव प्रतिमा को विसर्जित, करिये हेल्पलाइन पर फोन



    वाराणसी को स्वच्छ गंगा शहर की श्रेणी में प्रथम पुरस्कार, किन शहरों ने 1, 2और 3 के पायदान पाया
    काशी में होता है राक्षसी की पूजा , आखिर क्यों …
    वीडियो- कार्तिक स्नान के बाद होता है इस देवी का दर्शन पूजन, दीप दान के बाद ही मिलता है फल
    “कर्मवीर ब्रह्म सम्मान” से नवाज़े गए नितिन शंकर नागराले


    काशी में होता है राक्षसी की पूजा , आखिर क्यों …



Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!