
21 जनवरी को पं. बिरजू महाराज का अस्थिकलश लखनऊ स्थित उनके पैतृक आवास बिंदादीन महाराज की ड्योढ़ी पर दर्शनार्थ रखे जाने के बाद अस्थि कलश काशी लायी गयी।
कथक के शिखर पुरुष पद्मविभूषण पं. बिरजू महाराज की अस्थियां 22 जनवरी को काशी में गंगा में विसर्जित की गयी। महाराज की अस्थियां लेकर उनके परिजन 21 जनवरी को मध्य रात्रि में बनारस पहुंचें थे। अस्थियां के अंतिम दर्शन के लिए सिगरा स्थित नटराज संगीत अकादमी परिसर में रखा गया था । जहांबकाशी के कलाकार और उनके प्रशंसकों द्वारा पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद अस्थि कलश खुले वाहन पर रखकर अस्सी घाट ले जाया गया। अस्थि कलश यात्रा 10 बजे आरंभ हुआ, जो 11 बजकर 30 मिनट अस्सी घाट पहुंचने के बाद वैदिक रीति से अस्थि कलश का पूजन कर गंगा की मध्य धारा में नाव द्वारा विसर्जन किया गया ।
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