
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 7 चरणों के चुनाव का पहला चरण 10 फरवरी को पूरा हो चुका है । दूसरे चरण के लिए कल 14 फरवरी को वोट डाले जाएंगे। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी और सपा आमने सामने दिख रही है हालांकि जीत किसकी होगी यह 10 मार्च को ही पता चलेगा लेकिन वार और प्रतिवार का दौर जारी है । 2022 का यह चुनाव अगड़ा बनाम पिछड़ा होता दिख रहा । भाजपा या फिर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का विरोध करने वाले राजनेता उनके नाम से भी संबोधित किया करते हैं साफ है कि विरोधी अजय सिंह बिष्ट नाम के इस संबोधन से मुख्यमंत्री समेत भाजपा को अगड़ों से जोड़ने का प्रयास करते है । भाजपा के खेवनहार अमित शाह खूब जानते है कि बीजेपी के परेशानी पश्चिमी यूपी के किसान न होकर बैकवर्ड होंगे यही वजह रहा कि अमित शाह ने पार्टी में ओबीसी समुदाय को प्रतिनिधित्व देना शुरू किया । केशव प्रसाद मौर्य अनुप्रिया पटेल वो नाम है जिनको चुनावी चेहरा बनाया गया । जनवरी की शुरुआत में स्वामी प्रसाद मौर्य और कुछ अन्य अन्य ओबीसी नेताओं के पार्टी छोड़ने के बाद अमित शाह ने यूपी चुनाव अभियान का कमान संभाली और सीटों पर उम्मीदवारों की चयन में सावधानी भी रखा । नुकसान के भय से भाजपा ने पुराने विधायको को ही मैदान में रखा जबकि तय यह था कि प्रत्याशियों में बदलाव किए जाएंगे ।
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