वीडियो : किसने कहा योगी से ” हमने बोला हमसे मत उलझो .. वरना

वीडियो : किसने कहा योगी से ” हमने बोला हमसे मत उलझो .. वरना



– योगी को वहां भेजूंगा, जहां भीख मांगने की ट्रेनिंग दी जाती है
– जंगीपुर वि.स. प्रत्याशी वीरेंद्र सिंह के पक्ष में किए जनसभा
– हम तो सदन की गरिमा को भी तार तार कर देता हूँ

मौजूदा स्थिति में चुनाव में सारी मर्यादा टूटती हुई नजर आ रही है राजनेता अपने कैंडिडेट को जिताने के लिए अपने बातों के स्तर को इतना ज्यादा निचले स्तर पर लेकर पहुंच जा रहे हैं जो सुनने में भी खराब लगता है लेकिन इन नेताओं को कौन समझाए की चुनाव मर्यादा में रहकर भी लड़ा और जीता जा सकता है । एक तरफ जहां उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव चरम पर है । वही पार्टी नेता अपनी असल रूप दिखाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे है । गाजीपुर के जंगीपुर विधानसभा के सपा प्रत्याशी डॉ वीरेंद्र के पक्ष में सहयोगी दल सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर कल बुधवार को भड्सर में सपा के मंच पर मौजूद थे और सामने बैठी जनता को रिझाने के लिए ऐसी बातें बोल बैठे जो आज खासी चर्चा में है। ओमप्रकाश राजभर योगी सरकार पर हमलावर थे और फिर अचानक मुख्यमंत्री योगी पर व्यक्तिगत हो गए, उन्होंने यहां तक कह दिया कि वीरेंद्र सदन में मेरे साथ थे और सदन में मेरी कठोर बात पर वह मुझे टोकते थे, तो मैं उनसे बोला कि मैं सदन के भीतर के इन सभी को जानता हूं, घबराया मत । उन्होंने मंच से कहा कि हम तो सदन की गरिमा को भी तार तार कर देते थे। उन्होंने मंच से ही “भय बिन होए न प्रीत” की चौपाई सुनाते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए कहा कि इन्हें लखनऊ की गद्दी से उतार कर वहां भेजूंगा जहां भीख मांगने की ट्रेनिंग दी जाती है आप भी सुने ओमप्रकाश राजभर ने क्या कहा।


लेटेस्ट खबरें, इन्हें भी पढ़िए –

लड़कियों की शादी के उम्र के मसले पर RSS, BJP से अलग

13 प्रत्याशी को होगा नोटिस जारी 48 घंटे में देना होगा जवाब …

तीन दिन काशी में रहकर राहुल और प्रियंका वोटरों को लुभाएंगे

मुख्तार अंसारी की 2 करोड़ 15 लाख की बेनामी संपत्ति कुर्क

फिजा बदले 27 फरवरी को 20 घंटे के लिए बनारस आ रहे है प्रधानमंत्री


प्रत्येक मंगल और शनिवार को पढ़िए “धर्म नगरी” में आध्यात्म की बातें

मरने के 9 साल बाद पुनर्जन्म लेने वाले की सच्ची घटना

धर्म नगरी : जानिए, मृत्यु के पूर्व और पश्चात की सात अवस्था

धर्म नगरी : शनि दुश्मन नहीं मित्र हो सकते है, बशर्ते आपके द्वारा किये गए कर्म अच्छी सोच की हो …

धर्म नगरी : क्या है सत्यनारायण व्रत कथा महत्व, विधि और फल प्राप्ति

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!