
हिंदू धर्म में होली का त्योहार को असत्य पर सत्य की जीत को दर्शाता है । हिंदू पंचांग के मुताबिक हर साल फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि को होली का त्योहार मनाया जाता है। इस साल होलिका दहन 17 मार्च को होगा और रंग वाली होली 18 मार्च को मनाई जाएगी। फाल्गुन पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 17 मार्च, दिन गुरुवार को दोपहर 01:29 बजे से होगी । जबकि फाल्गुन पूर्णिमा तिथि की समाप्ति 18 मार्च, दिन शुक्रवार को दोपहर 12:47 बजे तक रहेगा ।
होलिका दहन शुभ मुहूर्त
शास्त्रों के अनुसार भद्रा में होलिका दहन नहीं किया जाता । लिहाजा इस साल 17 मार्च को होलिका दहन का मुहूर्त रात 09 बजकर 06 मिनट से रात 10 बजकर 16 मिनट तक है। पुनः देर रात 01 बजकर 12 मिनट से 18 मार्च को सुबह 06:28 बजे तक है।
राख से करें उपाय
इस भस्म को घर में लाकर हर कोने में छिड़कने से नकारात्मक ऊर्जा निष्क्रिय हो जाती है। परिणामस्वरूप घर में सुख और समृद्धि का वास होता है। लंबे बीमार से मुक्ति के लिए होली दहन के समय देशी घी में दो लौंग, एक बतासा और एक पान का पत्ता इन सभी को होली पर जलने वाली आग में डाल दें। अगले दिन इस राख को लाकर रोगी के शरीर पर लगाएं और फिर हल्के गर्म पानी से स्नान कराएं । शास्त्रों में होली की भस्म को काफी शुभ माना जाता है। होलिका की राख को माथे पर लगाने से अटके हुए काम बनने लगते हैं।
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