– गुरुवार/शुक्रवार की रात 1:10 के बाद होलिका-दहन का मुहूर्त
17/18 मार्च की रात 1:10 पर भद्रा-काल समाप्त होने के बाद होलिका का पूजन किया जाए।
पूजन में सबसे पहले शुद्ध घी का दीपक जलाकर उसे अक्षत पर स्थापित किया जाए।
इसके बाद पंचोपचार विधि से होलिका का पूजन किया जाए।
पंचोपचार में सर्वप्रथम गंगा जल छिड़ककर स्नान, फिर चंदन, रोली और अक्षत पुनः पुष्प, धूप, नैवेद्य (प्रसाद) अर्पित किया जाए।
पूजन करने वाला 5 बार (पंचदेवों के निमित्त) प्रदक्षिणा करे।
अंत में
ऊँ ढूंढायै नम:, ऊँ होलिकायै नम: बोलकर तथा कर्पूर से होलिका में अग्नि लागाकर पुनः 5 बार प्रदक्षिणा किया जाए।
पूजा का मंत्र (जो संस्कृत पढ़ सकते हों ।) जो न पढ़ सकते हों, के हिंदी में निम्नलिखित प्रार्थना करें)
मंत्र : असृक्पाभयसन्त्रस्तै: कृत्वा त्वं होलि बालिशै: । अतस्त्वां पूजयिष्यामि भूते भूतिप्रदा भव ।।
अर्थ : हे होलि, राक्षसों के भय से संत्रस्त मूर्खों ने तुम्हारा यह हाल किया है, इसलिए तुम्हारी पूजा करूंगा। हे भूते, तुम ऐश्वर्य देने वाली हो।
–
जो लोग दूसरे दिन प्रतिपदा में होलिका की परिक्रमा बर्रे (लकड़ी से बना) करते हैं, वे होलिका का पूजन करें। चूंकि विष्णु भगवान की 4 बार प्रदक्षिणा होती है, अतः पूजन उपरांत अग्नि की 4 बार प्रदक्षिणा कर होलिका की विभूति (राख) सिर पर लगाएं तथा थोड़ी विभूति घर के सदस्यों को लाकर लगाएं। साल भर यह भस्म नहीं लगाई जाती लिहाजा इसका संग्रह करने की जरूरत नहीं है।
होलिका भस्म खुद और घर के सदस्यों को लगते समय निम्नलिखित मंत्र पढ़ें।
मंत्र : वन्दितासि सुरेन्द्रेण ब्रह्मणा शंकरेण च । अतस्त्वं पाहि नो देवि भूते भूतिप्रदा भव।।
अर्थ : सुरेंद्र, ब्रह्मा और शंकर द्वारा स्तुति की गई है। अतः हे देवि, तुम मेरी रक्षा करो। हे भूते, ऐश्वर्य दो।
लेटेस्ट खबरें, इन्हें भी पढ़िए –
वीडियो : देखिये ,काशी की चर्चित होलिका
वीडियो : भाईचारे के संदेश के साथ मुस्लिम महिलाओं की होली
काशी के संतों ने देखी “कश्मीर फाइल्स” आवाज उठाई ,कश्मीरी हिंदुओ के नरसंहार के दोषियों को फांसी दो
कश्मीरी पंडितों के खून से होली खेलने वालों को मुस्लिम महिलाओं का संदेश
होली विशेष: किस रंग से मिलेगा धन और संपदा, कौन सा रंग आपको कर सकता है नुकसान
होलिका के भस्म से करें ये उपाय, जानिए, होलिका दहन का शुभ मुहूर्त
हार के बाद कांग्रेस आलाकमान की प्रदेश अध्यक्षों पर तिरछी नजर
दुकान एवं वाणिज्य अधिष्ठान सुबह 8 बजे से रात्रि 11 बजे तक 17 मार्च तक खुलेंगे
अब करिये बिना नेट के साधारण फोन से डिजिटल लेनदेन
होलिका दहन : जानिए क्या है होलिका दहन से जुड़ीं कथा
धर्मनगरी : दुनिया का इकलौता विश्वनाथ मंदिर जहां शक्ति के साथ विराजमान हैं शिव…जानिए 11 खास बातें
धर्म नगरी : क्या होता है होली के पहले होलाष्टक …
काशी का वह पवित्र स्थान जहां भीम ने किया था तपस्या
मरने के 9 साल बाद पुनर्जन्म लेने वाले की सच्ची घटना
धर्म नगरी : जानिए, मृत्यु के पूर्व और पश्चात की सात अवस्था
धर्म नगरी : शनि दुश्मन नहीं मित्र हो सकते है, बशर्ते आपके द्वारा किये गए कर्म अच्छी सोच की हो …
धर्म नगरी : क्या है सत्यनारायण व्रत कथा महत्व, विधि और फल प्राप्ति9
वीडियो खबरें
वीडियो : देखिये ,काशी की चर्चित होलिका
https://youtu.be/PVe3S9bZ55I
– श्मशान घाट पर चिता संग होली, शिव भक्तों का अनोखा होली
– गौरा गौना : बनारसियों ने कुछ यूं खेली शिव पार्वती संग होली
होली गीत : काशी के घाटों पर होली की मस्ती
– सुनिये, बुनकरों की नाराजगी
देखिये, बाबा विश्वनाथ का स्वर्णमयी गर्भ गृह