
सस्ते सरकारी दुकानों पर नकेल , फिर भी नहीं आता पटरी पर ये व्यवस्था
city crime / इन्नोवेस्ट डेस्क / 7 sep
सस्ते राशन की दूकान जरुरतमंदो के पेट की भूख को मिटाने के लिए एक सरकारी योजना है जहाँ गरीब नागरिको को राशन कार्ड के सहारे सरकार द्वारा सुलभ कराये गए सस्ते खाद्य सामग्री को प्रतिमाह प्रदान किया जाता है लेकिन गरीब के सहायता के नाम से चलाये जा रहे इस योजना का मलाई सरकार के अफसर और कोटेदार बड़े ही योजनाबद्ध हर दिन हजम करते है और डकार लेने की जहमत भी नहीं उठाते। बनारस में कोटेदारों का बड़ा रैकेट काम करता है अंदाज इस बात से सहज लगाया जा सकता है कि शहर के अलग अलग मुहल्लों में एक कोटेदार के आधा आधा दर्जन दूकान संचालित हैं। सरकार ने अंगूठा लगाने का नया सगूफा लाया ताकि कालाबाजी रोका जा सके लेकिन पॉस मशीन को अंगूठा दिखाना अब आसान हो चला है , कोटेदार इस मशीन को राशन कार्डधारियों के घर ले जाकर मात्र 200 रूपये प्रति कार्ड प्रति महीना देकर ये सावित करते है कि राशन सभी लोगों को दिया जा रहा है जबकि ये निवाला बढे रेट पर किसी दूकान पर बिकने के लिए पंहुचा दिया जाता है।
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बात कार्यवाही की …..
यदा कदा जिलाधिकारी के निर्देशानुसार पर कोटेदारों पर छापा की कार्यवाही जरूर की जाती है लेकिन कुछ दिनों बाद सब कुछ दुरुस्त और पटरी पर आ जाता है यानि खेल का दूसरा अध्याय एक ब्रेक के बाद फिर शुरू हो जाया करता है। आखिर लाल पीला और हरा रंग की जादू अपना प्रभाव तो रखता ही है। ये छापेमारी का आधार विक्रेताओं के विरुद्ध मिलने वाली शिकायतें होती है लेकिन सच तो यह है कि शहर के अधिकाँश दुकाने जमकर घटतौली करते हैं।
खानापूर्ति – लल्लापुरा के चार सस्ते गल्ले की दुकानों पर छापेमारी
विक्रेताओं के विरुद्ध लगातार मिल रहे शिकायतों पर चेतगंज प्रखंड के लल्लापुरा क्षेत्र के उचित दर की दुकानों पर आज औचक जांच कर दूकान संख्या-489, 322, 272 तथा दुकान संख्या-486 पर कार्यवाही की गई। अशोक कुमार दुकान संख्या-322 के वितरण व्यवस्था में अनियमितता के कारण अनुबंध पत्र निलंबित , मेसर्स-काली महाल सी0सी0स्टोर दुकान संख्या 272 के शॉप व्यवस्थापक द्वारा दुकान बंद करके भागे जाने व मोबाइल फोन बंद करने और इन्तजार के बाद भी दुकान स्टॉक सत्यापन न कराने के कारण दुकान को सील जबकि शेष दुकान दुकान संख्या-489 एवं 486 के विरुद्ध मौके पर अनियमितता प्रकाश में आने पर अनुबंध पत्र निलंबित की कार्यवाही करते हुए जिला पूर्ति अधिकारी ने क्षेत्रीय पूर्ति निरीक्षक को संबंधित विक्रेताओं के वितरण की स्थलीय जांच कार्डधारकों से करने हुए विस्तृत जांच आख्या मांगा है।
राशन कार्ड के प्रकार
आम तौर पर 3 प्रकार के राशन कार्ड होते हैं – गरीबी रेखा के ऊपर (APL), गरीबी रेखा के नीचे (BPL) और अन्त्योदय परिवारों के लिए। अंत्योदय कैटेगरी में बेहद ज्यादा गरीब लोग रखे जाते हैं। ये कैटेगरी व्यक्ति की सालाना आय के आधार पर तय होती है। इसके अलावा अलग-अलग राशन कार्ड पर सस्ती दरों पर मिलने वाली चीजें, उनकी मात्रा अलग-अलग रहती है. यह ग्रामीण व नगरीय क्षेत्र के आधार पर भी अलग-अलग हो सकती है।
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