अपने अध्ययन अवकाश के दो दशक पूरा होने पर अपने अध्ययन यात्रा पर निकले प्रसिद्ध चिंतक विचारक के एन गोविंदाचार्य आज यात्रा के क्रम में जनपद स्थित शुलटंकेश्वर महादेव मंदिर पहुंचे और मां गंगा की पूजा आराधना कर भगवान भोले शंकर का अभिषेक किया।तत्पश्चात शुभचिंतकों से संवाद करते हुए श्री गोविंदाचार्य ने पूर्व से लेकर वर्तमान तक के सभी सरकारों के कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह लगाते हुए कहा किपिछले 20 वर्षों में सभी विचार समूहों के राजनैतिक गठबंधनों ने सत्ता का संचालन किया है। इन बीस वर्षों में सत्ता के सभी समूहों द्वारा समाज की समझ और सामर्थ्य पर प्रहार किया गया। भारत अपनी आत्मनिर्भर प्राण शक्ति से ही सामर्थ्यशाली बन सकता है। समाज में आत्मनिर्भरता का तत्व अंतर्निहित है। अधिकांश समाज उसी आत्म तत्व से संचालित है। जरूरत है कि शासनतंत्र समाज की इस मौलिक शक्ति को पहचाने और उसमें सहायक बने।इसके साथ यात्रा में निलय उपाध्याय, पवन श्रीवास्तव, संजय शर्मा, विवेक त्यागी और अरविंद तिवारी चल रहे है ।
काली पट्टी बांधकर डीरेका कर्मियों ने किया काम,यूनियन द्वारा ब्लैकआउट करने का आह्वान हुई हवाहवाई
सरकार द्वारा रेलवे का निगमीकरण करने के विरोध में डी रे का परिसर में पिछले 14 सितम्बर से आल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन नई दिल्ली के आह्वाहन पर चलाए जा रहे जन जागरण कार्यक्रम का आज समापन हुआ । इस क्रम में आज डीरेका कर्मियो ने काला दिवस मनाते हुए काली पट्टी बांधकर कार्य किया।इसके उपरांत सिविल ऑफिस,इलेक्ट्रिकल ऑफिस,डिजाइन, टी टी सी, इंटर कॉलेज एवम् हॉस्पिटल में काली पट्टियों का वितरण यूनियन के लोगो द्वारा किया गया,सभी कर्मी पूरे दिन काला पट्टी बांध कर अपने कार्यस्थल पर कार्य करते हुए भारत सरकार को अपना विरोध दर्ज करवाया। इस अवसर पर डीएलडब्लू मेंस यूनियन के महामंत्री ने कहा कि भारत सरकार (रेल मंत्रालय)जिस प्रकार से रेल की मुनाफा कमाने वाले सातो उत्पादन इकाइयों को निगमित एवम् भारतीय रेल के 107 कमाऊ रूट पर निजी स्वामित्व वाले 151 ट्रेने चलाना चाहती है इसे यूनियन किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगी।भारत सरकार को किसी मुगालते में रहने की जरूरत नहीं की ये मात्र एक जन जागरण कार्यक्रम है बल्कि ये आने वाली दिनों में रेलवे में होने वाले हड़ताल की आहट है वहीं इन सब के बीच यूनियन द्वारा रात 8 बजे अगले दस मिनट तक के ब्लैकआउट के तहत सबके घरों की लाईट विरोध स्वरूप बंद होने का दावा उस समय हवाहवाई हो गया जब कार्यक्रम की हकीकत जानने मौके पर पहुंची ” इन्नोवेस्ट टीम ” ने पाया कि कहीं भी लोगो द्वारा ब्लैकआउट का पालन नहीं किया गया और निर्धारित समय पर सभी घरों की बिजली जलती पाई गई।इस संबंध में जब यूनियन नेता अरविंद श्रीवास्तव से बात करने की कोशिश की गई तो उनका फोन ही रिसीव नहीं हुआ।
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