” पीने वाले को तो पीने का बहाना चाहिए ” ये बाते भले ही किसी अन्य संदर्भ में कही गयी हो लेकिन यथार्थ तो यह है कि हर काम का एक बहाना होता है और इस बहाने में क्या गलत क्या सही । कुछ ऐसे ही हालात देखने सुनने को जुआडियो में भी मिलता है जो किसी भी काम में अपने जुआ या सट्टे के सम्भावनाओं को तलाश ही लेते हैं । ऐसे ही एक सम्भवनाओं का सुनहरा दौर आईपीएल के रूप में सबके बीच दस्तक दे चुका है । सट्टेबाज के लिए ये मैच काबा काशी से कम नहीं है।काफी लंबे इंतजार के बाद आखिरकार क्रिकेट प्रेमियों के लिए त्योहार कहे जाने वाला टूनामेंट आईपीएल शनिवार से शुरू हो गया और इसके साथ ही शुरू हो गया जनपद में सट्टेबाजी का खुला खेल भेलूपुर,आदमपुर,मंडुवाडीह, सिगरा दशाश्वमेध,लक्सा,चेतगंज,कोतवाली,कैंट शायद ही शहर का कोई थाना क्षेत्र ऐसा हो जहां यह धंधा फलता फूलता ना हो।इस दौरान रोज लाखो रुपए नगदी का हेर फेर करने के साथ सटोरिए आनलाइन सट्टा बाज़ार में भी सक्रिय हो जाते है।पुलिस प्रशासन द्वारा इनपर लगाम कसने के सभी दावे बस कागजों पर ही सिमटे होते है हकीकत के धरातल पर इनका कोई भय सटोरियों में नहीं होता ।पुलिसिया मिली भगत से पनपे इस दलदल में क्या बूढ़े,क्या जवान,किशोर सब फंसे पड़े है।बिना मेहनत के पैसा कमाने की ललक ने किशोरों को इस सट्टेबाजी के जंजाल में फांस रखा है।पुलिस द्वारा प्रति वर्ष इन पर कड़ी कार्रवाई करने की बात कही जाती रही है मगर मामला सिर्फ हवा हवाई रह जाता है। सभी इस बहती गंगा में हाथ धोकर धन्य हो जाते है।इस बार भी पुलिस ने दावा किया है कि जनपद में सट्टेबाजी को रोकने के लिए सभी थानों को निर्देशित किया गया है जो इस अपराध में पाए जाएंगे उनको जेल भेजा जाएगा।
सपाइयों ने निकाली बेरोजगारी संदेश यात्रा
स्वास्थ क्षेत्र में काम करने को उत्साहित सैकड़ों युवाओं को मिला रोजगार
CITY CRIME – खुला संकट मोचन मंदिर , अंगूठा और चहरे के सहारे यात्रा और OCT से तेजस और महाकाल पटरी पर