
दीपावली विशेष
दीपावली के दिन से जुड़ी ऐतिहासिक जानकारियाँ
इन्नोवेस्ट न्यूज़ / 14 nov
दीपावली हिन्दू धर्म का सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण त्योहार माना जाता है।दीपावली मनाने का कारण राम के 14 वर्ष का वनवास समाप्त कर अयोध्या लौटने व समुद्र मंथन द्वारा लक्ष्मी के प्राकट्य को मानते हैं। लेकिन इनके अलावा शास्त्रों के अनुसार दीपावली का यह त्योहार युगों की अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का भी साक्षी रहा है। जानिए दीपावली से जुड़ी 10 प्रमुख ऐतिहासिक घटनाएं –
1. लक्ष्मी अवतरण –
कार्तिक मास की अमावस्या तिथि को मां लक्ष्मी समुद्र मंथन द्वारा धरती पर प्रकट हुई थीं। दीपावली के त्योहार को मनाने का सबसे खास कारण यही है। इस पर्व को मां लक्ष्मी के स्वागत के रूप में मनाते हैं और हर घर को सजाया संवारा जाता है ताकि मां का आगमन हो।
2. भगवान विष्णु द्वारा लक्ष्मी जी को बचाना –
इस घटना का उल्लेख हमारे शास्त्रों में मिलता है। कहा जाता है कि इस दिन भगवान विष्णु ने वामन अवतार लेकर राजा बलि से माता लक्ष्मी को मुक्त करवाया था।
3. भगवान राम की विजय –
रामायण के अनुसार इस दिन जब भगवान राम, सीताजी और भाई लक्ष्मण के साथ 14 वर्ष का वनवास पूर्ण कर अयोध्या वापिस लौटे थे। उनके स्वागत में पूरी अयोध्या को दीप जलाकर रौशन किया गया था।
4 नरकासुर वध –
भगवान कृष्ण ने नरकासुर का वध कर 16000 स्त्रियों को इसी दिन मुक्त करवाया था। इसी खुशी में दीपावली का त्यौहार दो दिन तक मनाया गया और इसे विजय पर्व के नाम से जाना गया।
5 पांडवोंं की वापसी –
महाभारत के अनुसार जब कौरव और पांडव के बीच होने वाले चौसर के खेल में पांडव हार गए, तो उन्हें 12 वर्ष का अज्ञात वास दिया गया था। पांचों पांडव अपना 12 साल का वनवास समाप्त कर इसी दिन वापस लौटे थे। उनके लौटने की खुशी में दीप जलाकर खुशी के साथ दीपावली मनाई गई थी।
6. विक्रमादित्य का राजतिलक –
राजा विक्रमादित्य के राजतिलक का प्रसंग भी इसी दिन से जुड़ा हुआ है। बताया जाता है कि राजा विक्रमादित्य का राजतिलक इस दिन किया गया था, जिससे दिवाली का महत्व और खुशियों दुगुनी हो गईं।
7. आर्य समाज स्थापना –
स्वामी दयानंद सरस्वती द्वारा आर्य समाज की स्थापना भी इसी दिन की गई थी। इस कारण भी दीपावली का त्योहार विशेष महत्व रखता है।
8. भगवान महावीर मोक्ष दिवस –
दीपावली का दिन जैन संप्रदाय के लोगों के लिए भी विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। जैन धर्म इस पर्व को भगवान महावीर जी के मोक्षदिवस के रूप में मनाता है। ऐसा माना जाता है कि कार्तिक मास की अमावस्या के दिन ही भगवान महावीर को मोक्ष की प्राप्ति हुई थी।
9. हरिमंदिर साहिब का शिलान्यास –
सिख धर्म के लिए भी दीपावली बहुत महत्वपूर्ण पर्व है। इस दिन को सिख धर्म के तीसरे गुरु अमरदास जी ने लाल पत्र दिवस के रूप में मनाया था जिसमें सभी श्रद्धालु गुरु से आशीर्वाद लेने पहुंचे थे। इसके अलावा सन् 1577 में अमृतसर के हरिमंदिर साहिब का शिलान्यास भी दीपावली के दिन ही किया गया था।
10 बंदी छोड़ दिवस –
सन् 1619 में सिक्ख गुरु हरगोबिन्द जी को ग्वालियर के किले में 52 राजाओं के साथ मुक्त किया जाना भी इस दिन की प्रमुख ऐतिहासिक घटना रही है। इसलिए इस पर्व को सिक्ख समाज बंदी छोड़ दिवस के रूप में भी मनाता हैं। इन राजाओं व हरगोबिंद सिंह जी को मुगल बादशाह जहांगीर ने नजरबंंद किया हुआ था।
दिवाली की रात श्मशान घाट उल्लू की बलि
कैसे बनते है घर घर पूजे जाने वाले लक्ष्मी गणेश ….
जानिये कौन है अलक्ष्मी , क्यों होती है छोटी दीपावली पर उनकी पूजा
जानिये लक्ष्मी जी माता पिता और भाई बहन को
दीपावली विशेष –
स्वर्णमयी माता अन्नपूर्णा का चार दिवसीय दर्शन शुरू
धनतेरस विशेष – काशी कैसे आयी माता पार्वती , क्यों मांगा शिव ने अन्नपूर्णा से भिक्षा
बनारस की खबरें , इन्हें भी जानिए –
दूसरे दिन लाइट एंड साऊंड शो से दुखी हुए दर्शक
गोदौलिया मैदागिन जाने से पहले ये भी जाने
खबरें फटाफट- शहर संग बिहार के समाचार का अलग अंदाज
अब काशी हिन्दू विश्वविद्यालय खोलने की तैयारी
सफाई के नाम पर गंगा के साथ मजाक
सारनाथ में लाइट एंड साउंड शो के जरिये जानिए भगवान बुद्ध का जीवनगाथा
विशेष खबरों में –