महिला हिंसा, लैंगिक भेदभाव के खिलाफ मशाल जुलूस निकाला

महिला हिंसा, लैंगिक भेदभाव के खिलाफ मशाल जुलूस निकाला


 महिला हिंसा, लैंगिक भेदभाव के खिलाफ मशाल जुलूस निकाला 
इन्नोवेस्ट न्यूज़  / 3  dec
___________________________________
  रैली निकालकर महिला हिंसा यौन उत्पीड़न के खिलाफ बुलन्द की आवाज
_____________________________________

आशा ट्रस्ट,लोक समिति व सहयोग संस्था के संयुक्त तत्वावधान में गुरुवार को गौर मिर्जामुराद गाँव में सैकड़ों लोगों ने लैंगिक भेदभाव, घरेलु महिला हिंसा के खिलाफ  मशाल जुलूस निकाल कर विरोध किया। मशाल जुलूस में शामिल लोगों ने लैंगिक भेदभाव, घरेलु महिला हिंसा ,यौन उत्पीड़न,दहेज़,बाल विवाह, नशा जैसे सामाजिक कुरीतियों  के खिलाफ आवाज उठाई। कार्यक्रम में शामिल सैकड़ो महिलाएं,लड़कियां और युवाओं घरेलु महिला हिंसा बन्द करो भ्रूण हत्या पर रोक लगाओ,बाल विवाह बंद करो, तिलक दहेज़ छोडो जाती पाती तोड़ो,भीख नही अधिकर चाहिए जीने का सम्मान चाहिए,औरत भी जिन्दा इंसान नही भोग की वह सामान, यौन हिंसा पर रोक लगाओ, शराब बिक्री पर रोक लगाओ के नारे लगाये और भेदभाव, घरेलु महिला हिंसा, बाल विवाह पर रोक लगाने की मांग किया।  कार्यक्रम में मौजूद महिलाओं का एक आवाज में नारा था कि वह घरेलू हिंसा के खिलाफ आवाज उठाएंगी। न तो वह स्वयं हिंसा का शिकार बनेंगी न ही दूसरों को बनने देंगी। देर शाम तक चले कार्यक्रम में महिलाओं का उत्साह इस बात की गवाही था कि अब घरेलू हिंसा और कन्या भ्रूण हत्या जैसे अपराधों का अभिशाप समाज से मिटकर रहेगा। कार्यक्रम में मुख्य रूप  से लोक समिति संयोजक नन्दलाल मास्टर अनीता,सोनी, आशा,पंचमुखी, नन्दलाल मास्टर,शिवकुमार,आलोक, श्यामसुन्दर,  चन्द्रकला, रामबचन , सदरुम, हसीना,मोमिना, अफसाना, रहिसा, माधुरी,गुड़िया,सबा, तैरुन आदि लोग शामिल रहे।

महिला हिंसा, लैंगिक भेदभाव के खिलाफ मशाल जुलूस निकाला

जहाँ नियम अधिकारीयों के ठेंगे पर होता है ..

सपा का धरना , मतपेटी टुटा होने पर हंगामा

” खबरें फटाफट ” – हर दिन सुबह 7 बजे शहर की हलचल संग अन्य खबरें ……

@बनारस में पढ़िए  top news on 2 दिसंबर 2020

05 दिसम्बर से मंडुवाडीह-नई दिल्ली स्पेशल ट्रैन चलेगा नए समय पर 

जानिये एमएलसी चुनाव के मतगणना से जुड़ें खास निर्देश

एमएलसी रिजल्ट के बाद एक्शन मोड़ होगी कांग्रेस !

सिद्धि माता अन्नपूर्णा की , जानिये व्रत से माता कैसे होती है प्रसन्न

 

 

देवताओं के शहर में राक्षसी की पूजा ….?

 

5 दिन काशी में होती है भीष्म की पूजा

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!