नृसिंह जयंती – हो यदि शत्रुओं से परेशान तो करें ये उपाय

नृसिंह जयंती – हो यदि शत्रुओं से परेशान तो करें ये उपाय

 

इन्नोवेस्ट न्यूज़  – 25  मई

– श्री नृसिंह भगवान की आराधना से होता है समस्त बाधाओं का शमन भगवान नृसिंह जयन्ती
– 25 मई, मंगलवार को

भारतीय संस्कृति के हिन्दू सनातन धर्म में देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना करके व्रत-उपवास रखने की धार्मिक व पौराणिक मान्यता है। ज्योतिषविद् विमल जैन ने बताया कि वैशाख शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि के दिन भगवान श्री नृसिंह का प्राकट्य महोत्सव मनाने की धार्मिक व पौराणिक मान्यता है। इस बार भगवान श्री नृसिंह जयन्ती का पर्व 25 मई, मंगलवार को मनाया जाएगा। चतुर्दशी तिथि 24 मई, सोमवार को अर्धरात्रि के पश्चात 12 बजकर 12 मिनट पर लगेगी, जो कि 25 मई, मंगलवार की रात्रि 8 बजकर 30 मिनट तक रहेगी। 25 मई, मंगलवार को सम्पूर्ण दिन चतुर्दशी तिथि का मान होने से व्रत-उपवास इसी दिन रखकर भगवान नृसिंह की पूजा-अर्चना की जाएगी। ऐसी मान्यता है कि वैशाख शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि के दिन श्री नृसिंह भगवान ने खम्बे (स्तम्भ) को फाड़कर भक्त प्रहलाद की रक्षा के लिए अवतार लिया था। इसलिए श्री नृसिंह जयन्ती का उत्सव बड़े धूमधाम के साथ मनाने की परम्परा है। आज के दिन श्री नृसिंह भगवान का व्रत-उपवास रखकर पूजा-अर्चना करने से शत्रुओं पर विजय के साथ ही सुख-समृद्धि और वैभव की भी प्राप्ति होती है।

ऐसे  करें पूजा— 

प्रात:काल ब्रह्म मूहूर्त में अपने समस्त दैनिक कृत्यों से निवृत्त होना चाहिए। तत्पश्चात् अपने आराध्य देवी-देवता की पूजा-अर्चना करने के बाद श्री नृसिंह भगवान के व्रत का संकल्प लेना चाहिए। श्री नरसिंह भगवान की प्रतिमा स्थापित कर उनका शृंगार करके मध्याह्न काल में पूजा-अर्चना करने का विधान है। व्रतकर्ता को चाहिए कि अपनी दिनचर्या नियमित संयमित रखते हुए भगवान श्री नृसिंह जी को ऋतुफल, नैवेद्य, विभिन्न प्रकार के मिष्ठान्न आदि अर्पित करके धूप-दीप के साथ पूजा-अर्चना करनी चाहिए। श्री नरसिंह भगवान के प्रतिष्ठित मन्दिर में पूजा-अर्चना करके दान-पुण्य करना अत्यन्त फलकारी है। नृसिंह पुराण में वर्णित व्रत-कथा सुननी चाहिए, रात्रि में जागरण करके कीर्तन के साथ पूजा-अर्चना करने की विशेष महिमा है। आज के दिन ब्राह्मण को यथाशक्ति नववस्त्र, स्वर्ण, रजत, गौ एवं तिल तथा अन्य उपयोगी वस्तुओं का दान करना विशेष पुण्य फलदायी रहता है।

 विष्णुपुराण की कथा

भगवान नृसिंह श्रीहर‍ि के चौथे अवतार हैं। यह अवतार अन्‍य अवतारों से थोड़ा अलग था। इसमें वह सिंह और मानव रूप में थे यानी कि उनका धड़ तो मानव रूप में था लेक‍िन चेहरा और हाथ पंजा रूपी स‍िंह की तरह था। यह रूप उन्‍होंने अपने भक्‍त प्रह्लाद की रक्षा और दैत्‍य हिरण्यकश्यपु के वध के लिए धारण किया था। यूं तो संपूर्ण भारत में नृसिंह भगवान की पूजा की जाती है। लेकिन दक्षिण भारत में वैष्‍णव संप्रदाय के लोग इन्‍हें व‍िपत्ति के समय रक्षा करने वाले देवता के रूप में पूजते हैं। बता दें कि वैशाख मास के चतुर्दशी तिथि के द‍िन नृसिंह जयंती मनाई जाती है। विष्णुपुराण की एक कथा के अनुसार जिस समय असुर संस्कृति शक्तिशाली हो रही थी, उस समय असुर कुल में एक अद्भुत, प्रह्लाद नामक बालक का जन्म हुआ था। उसका पिता, असुर राज हिरण्यकश्यप देवताओं से वरदान प्राप्त कर के निरंकुश हो गया था। उसका आदेश था, कि उसके राज्य में कोई विष्णु की पूजा नही करेगा। परंतु प्रह्लाद विष्णु भक्त था और ईश्वर में उसकी अटूट आस्था थी। इस पर क्रोधित होकर हिरण्यकश्यप ने उसे मृत्यु दंड दिया। भग्वान विष्णु ने नरसिंह अवतार लेकर हिरण्यकश्यप को मार दिया और सृष्टि को उसके अत्याचारों से मुक्ति प्रदान की। 

पढ़िए लेटेस्ट न्यूज़, रहिये update …….
सरल भाषा में जानिये , 31 मई तक छूट और पाबंदियों को

#CBSE Board Class 12 Exam 2021 – रविवार के बैठक में तय होगी तारीख और तरीका

टीकाकरण का रजिस्ट्रेशन आज रविवार से 29 मई तक

उत्तर प्रदेश में आंशिक कोरोना कर्फ्यू को 31 मई तक बढ़ा 

काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में आज  21 मई से पुनः आरंभ होंगी ऑनलाइन कक्षाएं

Black Fungus ने बनारस में दी दस्तक , जानें क्या है इसके लक्षण और बचाव

हर दिन वाराणसी कोरोना update …..

– – 23 मई – शाम 6 बजे का कोरोना अपडेट

शनिवार को कोरोना उपडेट ,अब कुल 3152 संक्रमितों की संख्या

21 मई – 24 घंटे में आये संक्रमित ….

बातें काम की – फायदें की जानकारियां ….

#birth death certificate – जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाना हो तो ऐसे करे आवेदन

कोरोना वैक्सीन लेने से पहले इसे पढ़िए , संक्रमण का नहीं होगा खतरा

गला खराब हो तो घबरायें नहीं, चिकित्सक को दिखायें

यदि आप की उम्र 18 साल से अधिक तो कोरोना वैक्सीन लगवाने के लिए ऐसे करे रजिस्टेशन

आखिर ” Immunity ” आयेगी कहाँ से ….

कोरोना से जुड़ी जरुरी जानकारी – लक्षण बचाव और उपाय

@ 10 pm – दिनभर को पूरी खबरें

एक जगह दिन भर खास की खबरें `- @ 10 pm में

दिनभर की ख़ास खबरें , हर रात दस बजे @ 10 pm में

धर्म और आध्यात्म खबरें , मंगल और शनिवार को
धर्मनगरी – जानिये अभीष्ट की पूर्ति के लिए कैसे है सहायक प्रदोष पूजा और व्रत

गंगा कल ही के दिन आयी थी पृथ्वी पर , जानिये महत्त्व

धर्मनगरी – आपके पुत्र और परिजन पूर्वजन्म में थे कौन ?

अपनी बुरी आदतें बदल कर बनें धनवान

धर्म नगरी – क्या आप जानते है हनुमान जी के इन 9 रहस्य की बातें


निशुल्क श्राद्ध कर्म …
कोरोना संक्रमण से निधन के बाद यदि किसी परिजन को मृतक के श्राद्ध कर्म में परेशानी आ रही हो तो हेल्पलाइन 9889881111 पर दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक फोन कर सहयोग लें। ये सेवा “आगमन संस्था ” और ” ब्रह्म सेना ” द्वारा सर्वजन के लिए निशुल्क हैं। परेशानी हो तो परिजन की स्थान पर पुरोहित श्राद्ध कर्म सम्पन कराएंगे।

जेल के अंदर गोली मोबाईल शरा,अंशू दीक्षित ऐसे करता था फोन पर धन उगाही

– देखिये lockdown में वाराणसी की विश्व प्रसिद्ध गंगा आरती

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!