मंडलीय चिकित्सालय का हाल ,पीड़ित परेशान मौज में दलाल
@ बनारस / इन्नोवेस्ट डेस्क / 1 अगस्त
कोरोना काल में एक तरफ तो मरीजों के रक्षा में जुटे डॉक्टरों को कोरोना योद्धा व धरती के भगवान जैसी उपाधि दी जा रही है तो वहीं दूसरी तरफ जनपद के मंडलीय चिकित्सालय में तैनात डॉक्टरों का अमानवीय व लापरवाह रवैया शर्मशार करने वाली है।इस महामारी के कारण वैसे ही आम नागरिकों में भय का माहौल व्याप्त है शहर के कई निजी अस्पताल व क्लीनिक के डॉक्टर या तो मरीज देख नहीं रहे या बहुत लिमिटेड मरीजों का उपचार कर रहे है। ऐसे में स्वाभाविक सी बात है कि जनपद के सरकारी अस्पतालों में दबाव बढ़ने के साथ साथ संबंधित अधिकारी,तैनात डॉक्टर व कर्मचारियों की जिम्मेदारियां भी बढ़ेंगी।मगर इस परिस्थिति में भी मंडलीय चिकित्सालय में कोई सुनवाई करने वाला नहीं है।प्रशासन के लाख कोशिश के बावजूद पूरे परिसर में दलाल सक्रिय है और किसी भी शिकायत या आपातकालीन परिस्थिति में सहायता के लिए सार्वजनिक रूप से लगाया गया संबंधित अधिकारियों का मोबाइल नम्बर केवल दीवारों की शोभा बढ़ाने का कार्य करती है क्योंकि या तो वो बंद मिलेंगी या फिर उन्हें उठा कर जवाब देने वाला कोई नहीं मिलेगा।जी हां ऐसा ही कुछ वाक्या गुरुवार को सामने आया जब एक गर्भवती महिला को मारपीट के दौरान चोट लगने के बाद मेडिकल कराने के लिए घंटो परेशान होना पड़ा ।पीड़ित महिला के परिजनों ने बताया कि पहले तो परिसर में मौजूद एक दलाल ने उनसे मेडिकल बनवाने के नाम पर 1500रुपए की डिमांड की उसके बाद नहीं देने की बात कहने पर मेडिकल नहीं बनने की बात कही बावजूद इसके जब परिजन वहा आपातकालीन विभाग में ड्यूटी पर तैनात डॉक्टरों से मिले तो उन्होंने भी प्राइवेट मेडिकल करने की बात को सीरे से खारिज करते हुए कहा कि जाओ पहले एफआईआर दर्ज करा कर आओ तभी हम मेडिकल बनाएंगे ।इस बाबत जब हमारे वरिष्ठ संवादाता द्वारा चिकित्सा अधिकारी बी एन श्रीवास्तव से बात करने की कोशिश की गई तो उनका सरकारी नंबर ही सेवा में नहीं बताया गया ।बहरहाल उनके व्यक्तिगत नंबर पर बात करने के पश्चात उक्त पीड़ित महिला का मेडिकल बना।अब प्रश्न यह उठता है कि आखिर ऐसे लापरवाह अधिकारियो व डॉक्टरों पर कारवाई क्यों नहीं होती ।नियमानुसार यदि कोई अपना व्यक्तिगत मेडिकल कराना चाहता है तो सरकारी फीस जमा कर इसका प्रावधान है फिर डॉक्टरों द्वारा पीड़ितो को टरकाना सीधे तौर पर दलालों को सह देना है और इन सब क्रिया कलापो पर आंख बंद कर मौन साध लेना अधिकारियो के ईमानदारी पर भी प्रश्नचिह्न लगाने का काम करता हैं।जरूरत है शासन व प्रशासन द्वारा ऐसे मामलों को संज्ञान में लेते हुए लापरवाह व घूसखोर डॉक्टरों व संबंधित अधिकारियो पर कड़ी कारवाई करने की ताकि सबको सबक मिल सके।
– त्योहार विशेष
बक़रा- ईद कुर्वानी का बिगड़ता स्वरूप
@ बनारस / इन्नोवेस्ट डेस्क / 1 अगस्त
जीवन में हर सुख का आह्लाद और स्वाद मन को ही मिलता है। यही मन जब जानवर बनने लगे तो इसकी तत्क्षण कुर्बानी कर देनी चाहिए। यही *बलि या कुर्बानी* के पीछे का भाव है ।इस्लाम मज़हब में दो ईद-उल-फितर जिसे मीठी ईद भी कहा जाता है और दूसरी ईद है बक़रा- ईद। इस ईद पर बकरे की क़ुर्बानी की जाती है। वैसे इस ईद को ईद- उल-अज़हा भी कहा जाता है। इसका गहरा संबंध क़ुर्बानी से है। पैग़म्बर हज़रत इब्राहिम को ख़ुदा की तरफ़ से कुर्बानी का जब हुक्म हुआ तब वे बेटे को क़ुर्बानी करने के लिए तैयार हो गए। क़ुर्बानी के वक़्त हज़रत इस्माईल की जगह एक दुम्बा क़ुर्बान हो गया। ख़ुदा ने हज़रत इस्माईल को बचा लिया और हज़रत इब्राहिम की क़ुर्बानी क़ुबूल कर ली। तभी से हर साल उसी दिन उस क़ुर्बानी की याद में बक़रीद मनाई जाती है और क़ुर्बानी की जाती है। कुर्वानी के लिए चुने जाने वाला जानवर तन्दुरुस्त और बग़ैर किसी ऐब का होन चाहिए यानी उसके बदन के सारे हिस्से वैसे ही होना चाहिए जैसे ख़ुदा ने बनाए हैं। सींग, दुम, पाँव, आँख, कान वग़ैरा सब ठीक हों, पूरे हों और जानवर में किसी तरह की बीमारी भी न हो। क़ुर्बानी के जानवर की उम्र कम से कम एक साल का हो। लेकिन बदलते दौर में कुर्बानी झूठी शान और दिखावा हो गया है । कुछ लोग 10-20 हज़ार से लेकर लाखों का बकरा ख़रीदते हैं, फिर प्रदर्शनी लगाते हैं। जिसका क़ुर्बानी से कोई वास्ता नहीं है। अल्लाह की नजर में मामूली बकरे की क़ुर्बानी भी महत्वपूर्ण है यदि नेकनियती से की जाए। पैसे वालों को अतिरिक्त पैसा जो पैसे की कमी से त्योहार नहीं माना पाते उनकी मदद करनी चाहिए। कुर्बानी के गोश्त के तीन बराबर हिस्से किए जाएं, एक हिस्सा ख़ुद के लिए, एक शुभचिंतकों और रिश्तेदारों के लिए तथा तीसरा हिस्सा ग़रीबों में बांट देना चाहिए। मीठी ईद पर सद्क़ा और ज़कात दी जाती है तो इस ईद पर क़ुर्बानी के गोश्त का एक हिस्सा ग़रीबों में बांटा जाता है।
-कार्यवाही
फर्जी डिग्री पर तैनात शिक्षक के खिलाफ मुकदमा दर्ज
@ बनारस / इन्नोवेस्ट डेस्क / 1 अगस्त
उत्तर प्रदेश में फर्जी डिग्री पर ड्यूटी कर रहे शिक्षकों के जांच में रोज नए नए खुलासे हो रहे है ।इस क्रम में जनपद के चोलापुर ब्लॉक में एक और मामला सामने आया जहां पूर्व माध्यमिक विद्यालय मुरेरी में तैनात महात्मा यादव की डिग्री जांच उपरांत फर्जी पाई गई जिसके बाद बी एस ए राकेश सिंह की तहरीर पर उक्त शिक्षक के खिलाफ चोलापुर थाने में धारा 419,420,467,468,471 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज किया गया।वहीं दूसरी ओर जांच के खुलासे की भनक लगते ही आरोपी शिक्षक फरार हो गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार महत्मा यादव की नियुक्ति सहायक अध्यापक के पद पर सन 1998 में हुई थी और वह अपने ही नाम के बलिया में तैनात किसी और शिक्षक का डिग्री लगाकर यहां काम कर रहा था ।जांच के बाद जब उसे स्पष्टीकरण के लिए कार्यालय बुलाया गया तो वह बजाय कार्यालय आकर अपनी बात रखने के फरार हो गया ।जिसके बाद उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया।
– शिकंजा
कांटेक्ट ट्रेसिंग में आये लोगों का सैम्पल अनिवार्य अन्यथा कार्यवाही
@बनारस / इन्नोवेस्ट न्यूज़ / 1 अगस्त
जिलाधिकारी ने कैम्प कार्यालय में लैब टेक्नीशियन, कम्प्यूटर आपरेटर एवं पशुचिकित्सा विभाग के कर्मचारियों संग बैठक की। जहाँ सैम्पल कलेक्शन में लगे कर्मचारियों की मदद के लिए पशु चिकित्सा विभाग के कर्मचारियों को लगाये जाने का निर्णय हुआ साथ ही प्रत्येक पीएचसी पर एक डाटा इन्ट्री आपरेटर लगाकर डाटा फीडिंग का कार्य कराया जायेगा। डीएम ने लैब टेक्नीशियनो को निर्देशित किया कि प्रत्येक दिन सुबह 08 बजे से अपराह्न 02 बजे तक अपना- अपना कार्य पूर्ण करें। ताकि समय पर रिपोर्टिंग इत्यादि की जा सके। कोविड पाजिटिव मरीजों के कांटेक्ट ट्रेसिंग वाले व्यक्तियों का सैम्पल जॉच प्राथमिकता पर किया जायेगा। आंगनबाडी एवं आशा कार्यकत्रियों द्वारा जो सर्वे किया जा रहा है, उनका भी जॉच कराया जायेगा।“अर्ली डिटेक्शन, अर्ली कैचिंग” कांसेप्ट पर सभी टीमों द्वारा कार्य किया जाय , ताकि मरीजों की पहचान समय रहते कर ली जाय और उनका बेहतर इलाज हो सके। एल0टी0 द्वारा शिकायत की गयी कि कांटेक्ट ट्रेसिंग वाले व्यक्तियों द्वारा सैम्पल देने में समस्या किये जाने की जानकारी पर जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि जो लोग कांटेक्ट ट्रेसिंग में आये है उन्हें अनिवार्य रूप से सैम्पल जॉंच कराना पड़ेगा, अन्यथा उनके विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जायेगी। बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी, उप जिलाधिकारी राजातालाब, डिप्टी कलेक्टर माल, बेसिक शिक्षाधिकारी, सहायक डी0आई0ओ0एस0 सहित संबंधित अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
– जयंती
त्रिदिवसीय ऑन लाइन चित्रकला प्रतियोगिता का हुआ समापन
@बनारस / इन्नोवेस्ट न्यूज़ / 1 अगस्त
महापंडित राहुल सांकृत्यायन शोध एवं अध्ययन केंद्र, संस्था वाराणसी द्वारा आयोजित मुंशी प्रेमचंद्र के उपन्यास गबन पर आधारित ऑन लाइन अंतरविद्यालयीयऔर विश्वविद्यालयीय त्रिदिवसीय चित्रकला प्रतियोगिता का कल समापन हुआ ।तत्पश्चात निर्णायक मंडल में शामिल डॉ मुक्ता, डॉ मंजुला चतुर्वेदी, डॉ अजय कुमार सिंह, तथा डॉ सत्येंद्र बाऊनी ने संयुक्त रूप से इस प्रतियोगिता का परिणाम घोषित किया है और सभी प्रतिभागियों को हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं दीं साथ ही बताया कि इस प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों को ई प्रमाण पत्र दिया जाएगा ।प्रतियोगिता में रामविनय चौहान बी एच यू ने प्रथम , प्रसन्न पटेल बी एफ ए 3 वर्ष बी एच यू ने द्वितीय व श्रेया सिंह बीए ऑनर्स राजघाट ने तृतीय पुरस्कार प्राप्त किया।इसके साथ ही रितिका रॉय बीए द्वितीय वर्ष व दीपक को सांत्वना पुरस्कार प्रदान किया गया।संस्था के और से बी एल प्रजापति और डॉ संगीता श्रीवास्तव रही।
– समापन
शांतिपूर्ण तरीके से मना बकरीद का पर्व
@बनारस / इन्नोवेस्ट न्यूज़ / 1 अगस्त
कोरोनां संक्रमण के बढ़ते खतरे के बीच जनपद में आज बकरीद के त्योहार को शांतिपूर्ण तरीके से मनाया गया। इस दौरान लोगो ने प्रशासन के निर्देशानुसार अपने अपने घरों में ही जानवरो की कुर्बानियां दी और अपनों के बीच सादगी के साथ त्योहार को मनाया।आपको बताते चले कि कोरो ना संक्रमण को देखते हुए जिला प्रशासन ने मस्जिदों में सिर्फ पांच लोगों के ही नमाज अदा करने की इजाजत दी थी बाकी लोगों को घर पर ही नमाज पढ़ने की बात कही गई थी साथ ही कुर्बानी के लिए भी सार्वजनिक जगहों पर मना किया गया था।
– राहत
वेपोराईजर मशीन से भाप लें सकेंगे कोवीड अस्पतालों में भर्ती मरीज
@बनारस / इन्नोवेस्ट न्यूज़ / 1 अगस्त
जनपद में बढ़ रहे कोरोना संक्रमितों के बेहतर उपचार के लिए जिलाधिकारी के निर्देश पर इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी ने सभी कोबिड अस्पतालों में कुल 300 वेपोराईजर मशीन उपलब्ध कराया।जिसके बाद संक्रमित मरीजों को भांप दिया जा सकेगा ताकि उनके गले व फेफड़े में जमा कफ बाहर निकल सके।सोसाइटी के सचिव डॉक्टर संजय राय ने कहा कि इस मशीन के प्रयोग से सर्दी ,खांसी व सांस में दिक्कत जैसे लक्षण वाले मरीजों को गर्म पानी का भांप लेने से राहत मिलेगी।सभी अस्पतालों में इस मशीन के होने से अब एल-1, एल-2 व एल-3के सभी मरीजों को इसका लाभ मिलेगा।