वाराणसी के सिंचाई विभाग मूसाखाड प्रखंड में भ्रष्टाचार !, जाँच की मांग

वाराणसी के सिंचाई विभाग मूसाखाड प्रखंड में भ्रष्टाचार !, जाँच की मांग


– एक्टिविस्ट डॉ नूतन ठाकुर ने मूसाखांड प्रखंड, सिंचाई विभाग, वाराणसी में वित्तीय वर्ष 2021-2022 में लगभग 15 करोड़ रुपये में कथित भ्रष्टाचार की जाँच की मांग की

– मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तथा अन्य को भेजी गयी हैं शिकायत

ईमानदारी के ज्वार भाटा में बेईमानी के किश्ती भी सकुशल अपने राह पर अग्रसर ही नहीं हैं बल्कि खूब फल फूल भी रहा है ताजा मामला वाराणसी के सिंचाई विभाग से जुड़ा हुआ है जहां पर रखरखाव तथा मरम्मत हेतु उत्तरदायी संस्था मूसाखांड प्रखंड, सिंचाई विभाग, वाराणसी में वित्तीय वर्ष 2021-2022 में लगभग 15 करोड़ रुपये में कथित भ्रष्टाचार का सन्देह व्यक्त किया गया हैं .विभाग ko वित्तीय वर्ष 2021-2022 में लगभग 15 करोड़ रुपये दिए गए. इसमें लगभग 2.80 करोड़ रुपये को छोड़ कर शेष समस्त धनराशि बिना किसी टेंडर तथा अनुबंध के पूरी तरह मनमाने तथा गैरकानूनी ढंग से प्रयोग किये जाने की शिकायत है.
लगभग 2.80 करोड़ रुपये, जो अनुबंध के माध्यम से खर्च किये गए हैं, उसका प्रयोग सिंचाई कॉलोनी, वरुणापुरम, सिगरा स्थिति सिंचाई कॉलोनी के 01 किलोमीटर के सड़क हेतु किया गया किन्तु इस सड़क को एक बार में टेंडर दे कर बनवाये जाने के स्थान पर जानबूझ कर नियमों से खिलवाड़ करते हुए 100 मीटर के कई छोटे-छोटे टुकड़ों में बाँट कर अनुबंध किया जाना बताया जा रहा है. नूतन ने सीएम से पूरे मामले पर तत्काल जाँच कराते हुए उचित कार्यवाही की मांग की है.

ये है शिकायती letter

महोदय,
कृपया अनुरोध है कि मुझे प्राप्त जानकारी के अनुसार मूसाखांड प्रखंड, सिंचाई विभाग, वाराणसी वाराणसी मंडल के सिंचाई विभाग के समस्त विभागीय भवनों, सड़क आदि के रखरखाव तथा मरम्मत हेतु उत्तरदायी है.
इस कार्य के लिए मूसाखांड प्रखंड को वित्तीय वर्ष 2021-2022 में लगभग 15 करोड़ रुपये दिए गए जिसे जनवरी से मार्च 2022 के बीच इस्तेमाल किया गया.
प्राप्त जानकारी के अनुसार इसमें लगभग 2.80 करोड़ रुपये को छोड़ कर शेष समस्त धनराशि बिना किसी टेंडर तथा अनुबंध के पूरी तरह मनमाने तथा गैरकानूनी ढंग से प्रयोग किया गया जिसमे ठेकेदारों के साथ मिलकर बंदरबांट किये जाने की शिकायत है. बताया गया कि उक्त धनराशि की निकासी बिना किसी टेंडर या अनुबंध के हो गया.
यह भी बताया गया है कि लगभग 2.80 करोड़ रुपये, जो अनुबंध के माध्यम से खर्च किये गए हैं, उसका प्रयोग सिंचाई कॉलोनी, वरुण पुरम/सिगरा, वाराणसी स्थिति सिंचाई कॉलोनी के 01 किलोमीटर के सड़क हेतु किया गया किन्तु इस सड़क को एक बार में टेंडर दे कर बनवाये जाने के स्थान पर जानबूझ कर नियमों से खिलवाड़ करते हुए 100 मीटर के कई छोटे-छोटे टुकड़ों में बाँट कर अनुबंद किया गया, जो स्थापित नियमों के विपरीत है तथा मनमाने ढंग से अनुबंध करने की नीयत से किया गया था.
अनुरोध है कि कृपया इन तथ्यों का संज्ञान लेते हुए तत्काल इनकी निष्पक्ष जाँच कराते हुए सत्यता एवं तथ्यों के आधार पर नियमानुसार वैधानिक व प्रशासनिक कार्यवाही कराये जाने की की कृपा करें.

डॉ नूतन ठाकुर

प्रतिलिपि- श्री स्वतंत्र देव सिंह, मंत्री, सिंचाई विभाग, मुख्य सचिव, एसीएस सिंचाई, इंजिनीयर इन चीफ, सिंचाई विभाग सहित समस्त संबंधित अफसरों को कृपया आवश्यक कार्यवाही हेतु


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