
राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्षी दलों की ओर से संयुक्त उम्मीदवार के रूप में पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा को मैदान में उतारा गया है।
जुलाई महीने के 25 तारीख को देश को एक और नया राष्ट्रपति मिलेगा इस सिलसिले में नामांकन की प्रक्रिया जारी है 29 जून को पर्चा भरने का आखिरी तारीख है वेज इंडिया और विपक्ष इस बीच एन डी ए और विपक्ष ने अपने-अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है भाजपा राष्ट्रपति बनाने के लिए आदिवासी समुदाय के महिला का चयन किया है । आइए जानते हैं आगामी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) के बारे में कुछ खास बातें ….
द्रौपदी मुर्मू का जन्म 20 जून 1958 को ओडिशा के मयूरगंज जिले के बैदपोसी गांव में हुआ। उनके पिता का नाम बिरांची नारायण टुडु है । वे आदिवासी जातीय समूह, संथाल से संबंध रखती हैं।
द्रौपदी का बचपन गरीबी और अभावों के बीच बीता। ऐसी स्थिति में भी संघर्ष करते हुए उन्होंने ऊंचाइयों को छुआ । उन्होंने बीए तक शिक्षा हासिल की है ।
द्रौपदी सिंचाई और बिजली विभाग में 1979 से 1983 तक जूनियर असिस्टेंट के तौर पर काम कर चुकी हैं। वर्ष 1994 से 1997 तक उन्होंरे रायरंगपुर के श्री अरबिंदो इंटीगरल एजुकेशन सेंटर में ऑनरेरी असिस्टेंट टीचर के तौर पर भी सेवाएं दीं ।
वर्ष 2000 और 2004 में द्रौपदी मुर्म बीजेपी के टिकट पर रायरंगपुर (Rairangpur) सीट से विधायक चुनी गई थीं। वे बीजेपी एसटी मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य भी रह चुकी हैं ।
वर्ष 2007 में द्रौपदी को ओडिशा विधानसभा के बेस्ट एमएलए ऑफ द ईयर पुरस्कार से नवाजा गया था ।
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