सिटी हीरो / innovest / 23 sep
भारतीय वायु सेना का सबसे खास और ताकतवर फाइटर जेट माना जाने वाले राफेल अब काशी की बेटी उड़ाएगी और दुश्मन के दांत खट्टे करेगी दरअसल वाराणसी की शिवांगी सिंह जो अब तक मिग 21 उड़ा चुकी है अब वो राफेल के 17 गोल्डन एरो स्क्वॉड्रन टीम में शामिल हो गयी है।अंबाला एयरफोर्स स्टेशन में संबंधित महिला पायलट को इसकी ट्रेनिंग भी दी जा रही है।इस खबर के बाद वाराणसी में शिवांगी के घर मे खुशियां और सभी कहते है शिवांगी ने जो ठाना वो कर दिखाया….
बहरहाल, भारतीय नौसेना के इतिहास में पहली बार दो महिला अफसर सब लेफ्टिनेंट कुमुदिनी त्यागी और सब लेफ्टिनेंट रीति सिंह को वॉरशिप पर तैनात किया जाएगा। इन दोनों को हेलीकॉप्टर स्ट्रीम में ऑब्जर्वर के पद के लिए चुना गया है। नौसेना में अब तक महिला अफसरों को फिक्स्ड विंग एयरक्राफ्ट तक सीमित रखा गया था।
शिवांगी फिलहाल अभी मिग-21 लड़ाकू विमान को उड़ा रही हैं और इसी अनुभव के बाद अब राफेल की कमान देने की तैयारी की जा रही है। राफेल विमान उड़ाने के प्रशिक्षण के बाद ये महिला पायलट भी राफेल की 17 गोल्डन एरो स्क्वॉड्रन का हिस्सा बन रही है। यही स्क्वॉड्रन अंबाला एयरफोर्स स्टेशन में राफेल विमानों को संभालती है। प्रबल इच्छा शक्ति और कुछ कर गुज़रने की चाहत ही…इंसान को सफलता की ऊंचाइयों पर ले जाती है….ऐसा ही कुछ कर दिखाया है वाराणसी की शिवांगी सिंह ने…जो भारतीय वायुसेना में सबसे अत्याधुनिक विमान राफेल को उड़ाएगी।…और ऐसा करते हुए बनारस की इस बिटिया ने न सिर्फ अपने माँ बाप का नाम रौशन किया बल्कि बेटियां – बेटो से कम नहीं है ये भी साबित किया है। ऐसे मे शिवांगी की माँ उसके पिता और भाई उसके संघर्षो की कहानी बयां करते है और कहते है जो बेटी ने ठाना वो कर दिखाया शिवांगी सिंह के माता -पिता और उनके भाई को सुनिए …..
राफेल की 9 बड़ी बातें
1 राफेल चौथी पीढ़ी का फाइटर जेट है,ये कई रोल निभाने में सक्षम कॉम्बैट फाइटर जेट है,ग्राउंड सपोर्ट, डेप्थ स्ट्राइक और एंटी शिप अटैक में सक्षम है।
2 राफेल एयरक्राफ्ट 9500 किलोग्राम भार उठाने में सक्षम है,राफेल विमानों का निर्माण फ्रांस की कंपनी दसॉल्ट एविएशन ने किया है।
3 भारत ने लगभग चार साल पहले फ्रांस से 59,000 करोड़ रुपये में 36 राफेल विमान खरीदने का सौदा किया था।
4 फाइटर जेट की अधिकतम रफ्तार 1389 किमी/घंटा है ,एक बार में ये जेट 3700 किमी तक का सफर तय कर सकता है।
5 ये हवा से हवा और जमीन दोनों पर हमला करने वाली मिसाइलों से लैस है।
6 लद्दाख सीमा के हिसाब से देखें तो राफेल लड़ाकू विमान फिट बैठता है. राफेल ओमनी रोल लड़ाकू विमान है. यह पहाड़ों पर कम जगह में उतर सकता है, इसे समुद्र में चलते हुए युद्धपोत पर उतार सकते हैं।
7 एक बार फ्यूल भरने पर यह लगातार 10 घंटे की उड़ान भर सकता है, ये हवा में ही फ्यूल को भर सकता है।
8 राफेल एक मिनट में 18 हजार मीटर की ऊंचाई पर जा सकता है,रूस से सुखोई विमानों की खरीद के बाद अपनी सटीक मारक क्षमता और वायु श्रेष्ठता के लिए चर्चित राफेल विमानों की करीब 23 साल बाद खरीद हुई है।
9 राफेल में अभी जो मिसाइलें लगी हैं, वो सीरिया, लीबिया जैसी जगहों में इस्तेमाल हो चुकी हैं।
इन्हें भी पढ़िए –
आखिरकार बेटी को मिला माँ का आँचल
तीर्थ पुरोहितों ने जताई प्रदेश सरकार से नाराजगी