IPL – मनोरंजन या बर्बादी  – पहला अंक

IPL – मनोरंजन या बर्बादी – पहला अंक

IPL – मनोरंजन या बर्बादी
कही आपका अपना तो नहीं बन रहा सट्टेबाजो का शिकार
@banaras / innovest / 24 sep

 

खेल और खेल भावना भले ही कभी पवित्र रहा हो लेकिन आज के हालात में ऐसा दिख नहीं रहा है , आईपीएल इसका सबसे बड़ा उदाहरण हो सकता है। जहाँ अरबों रुपये में रोज लुटाये जाते है। बुरा हाल युवा का है जो जुआ के इस लत से सब कुछ बर्बाद करते नजर आ रहे है।

 

यूं तो हर खेल मनोरंजक होता है पर क्रिकेट का नाम आते ही दीवानगी कुछ और हो जाती है ।भारत का शायद ही ऐसा कोई राज्य ,जिला,मोहल्ला हो जहां पर इसके दीवाने ना पाए जाते हो और लोगो के इसी दीवानगी को कैस करने के लिए आईपीएल जैसे टूर्नामेंट का आयोजन किया गया।मगर जैसे जैसे आईपीएल का कारवां बढ़ता गया वैसे ही इसके पीछे पीछे लम्बे चौड़े विवादों ने भी नाता जोड़ लिया।और इस खेल के दामन को दागदार करते रहे ।प्रकरण कई है पर आज के इस अंक में हम बात करते है क्रिकेट खेल के उत्थान के लिए आयोजित उक्त टूर्नामेंट से पनपे सट्टेबाजी के दलदल की जिसमे आज ना जाने कितने युवा,किशोर,अधेड़,वृद्ध फंस कर अपनी जीवन को बर्बाद कर चुके है या कर रहे है।प्रतिवर्ष की भांति जैसे ही इस वर्ष भी आईपीएल की शुरुआत हुई ठीक उसी के साथ परवान चढ़ने लगा सट्टेबाजी का खेल और इसमें सबसे ज्यादा सहायक की भूमिका निभा रहे हैं आपके हाथ में रहने वाले स्मार्ट फोन।तो ये खबर उन अभिवावकों के लिए है जिन्होंने अपने बच्चो को स्मार्ट फोन दिलाया है उन्हें जरूर जानना चाहिए कि बच्चा आखिर उसका उपयोग कौन कौन से कार्य के लिए कर रहा है।

जानिए क्या है सट्टे के खेल में फंसे लोगो के लक्षण,कही आपके बच्चो में तो नहीं

जी हां यू तो जुआ का कोई तोड़ नहीं जुआरी कहीं भी किसी भी माध्यम से जुआ खेल सकता है।पर इस सट्टेबाजी के कुछ लक्षण है जो शायद आपको यह समझने में मदद करे की कही आपका अपना किसी बुरे लत में तो नहीं। अगर सट्टेबाजी करने वाला व्यक्ति आनलाइन खेलता है तो वह बराबर इस दौरान अपने मोबाइल में सट्टेबाजों के तरफ से दिए गए एप्लीकेशन के माध्यम से मैच देखेगा और जरूरत अनुसार की बटन के माध्यम से रेस्पॉन्स करेगा ।लेकिन जायदा संख्या ऑफ लाइन खेलने वालो की है इसमें खेलने वाला शक्स किसी विशेष नंबर पर पूरे मैच के दौरान फोन करता रहता है इस दौरान उसकी बात बहुत ही संक्षिप्त होती है लेकिन बार बार होती रहती है ।वह हमेशा अपने फोन और फोन के प्ले स्टोर में उपलब्ध सॉफ्टवेयर में व्यस्त रहेगा।उसके द्वारा फोन पर उपयोग किए जाने वाले शब्दो में मुख्यत खा लो,लगा दो,भाव ,सेशन आदि उपयोग किए जाते है।

शेष खा लो,लगा दो,भाव ,सेशन आदि शब्दो का अर्थ और कैसे होती है सट्टेबाजी पढ़िए अगले अंक में …….

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