कांग्रेसियों ने पीएम कार्यलय का घेराव कर मांगा सीएम का इस्तीफा
@बनारस / इन्नोवेस्ट डेस्क / 30 sep
हाथरस में रेप की शिकार मृत बिटिया को न्याय दिलाने की मांग को लेकर कांग्रेसियों ने आज जनपद स्थित पीएम कार्यलय का घेराव कर पत्रक सौंपा। इस दौरान पूर्व विधायक अजय राय व प्रदेश अध्यक्ष युवा कांग्रेस कनिष्क पांडेय के आवाहन पर जुटे कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने पीएम कार्यलय पर जमकर विरोध प्रदर्शन करने के साथ सीएम योगी के इस्तीफे की मांग की।इस दौरान जिला अध्यक्ष राजेश्वर सिंह पटेल व महानगर अध्यक्ष राघवेन्द्र चौबे ने योगी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि वर्तमान सरकार में अपराधियों के हौसले बुलंद है । अपराध मुक्त्त प्रदेश का सपना दिखाकर यह सरकार अपराधियों को संरक्षण दें रही है।चाहे रोजगार हो या बेटियों की सुरक्षा यह सरकार सभी चीजों में फेल हो चुकी है । बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ का राग अलापने वाली इस सरकार में एक बेटी के साथ इतना जघन्य अपराध हुआ और पुलिस ने कई दिनों तक दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की जरूरत नहीं समझी उसके बाद पीड़िता ने जब दम तोड़ दिया तो उसे बिना उसके परिजनों के ही जला दिया गया प्रदेश सरकार का यह तनाशाही रवैया कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हम ज्ञापन के माध्यम से प्रधानमंत्री से मांग करते है कि उक्त सरकार पर अविलंब कारवाई करते हुए सीएम योगी को पद से हटा दिया जाए। इस दौरान मुख्य रूप से प्रदेश सचिव युवा कांग्रेस चंचल शर्मा,महानगर अध्यक्ष युवा कांग्रेस मयंक चौबे,प्रदेश सचिव इमरान खान,मीरा तिवारी,अजय सिंह शिवजी,मनीष चौबे,विकास सिंह,पुनीत मिश्रा,अविनाश मिश्रा,अरुण सोनी,आनंद सिंह, हसन मेहंदी कब्बन, राजीव राम, रोहित दुबे, परवेज खान,रंजीत तिवारी,किशन यादव,लालजी यादव,विनीत चौबे,आशीष सिंह विक्की,तरंग सेठ,मनोज यादव,वैभव कुमार त्रिपाठी, सुफियान अहमद,प्रभात वर्मा,धीरज सोनकर,विकास पांडे, विनय मौर्य, प्रशांत शास्त्री, रोहित चौरसिया, राहुल दास, आयुष सिंह, नवीन पटवानी, विकास पांडे, निमेष ओझा, दिनेश सेठ, मोहम्मद इरफान,अश्वनी यादव, राज क्रांतिकारी, समेत सैकड़ों लोग मौजूद थे ।।
निजीकरण के विरोध में विद्युत कर्मियों ने किया तीन घंटे का कार्य बहिष्कार
@ बनारस / इन्नोवेस्ट डेस्क / 30 sep
निजीकरण के विरोध में पिछले कई दिनों से प्रदर्शन कर रहे विद्युत विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों ने आज तीन घंटे का कार्य बहिष्कार कर सरकार के प्रति अपना विरोध दर्ज कराया।इसके साथ ही ऐलान किया कि जब तक सरकार निजीकरण का प्रस्ताव वापस नहीं लेती तब तक वह कर्मचारी निगम या किसी और प्रकार के कार्यालय से जुड़े वाट्सप पर या वीडियो कांफ्रेंसिंग पर कोई प्रतिक्रिया नहीं देंगे चाहे वो प्रदेश के बिजली मंत्री का ही क्यो ना हो ।आपको बताते चले कि निजीकरण के विरोध में विद्युत कर्मी पिछले कई दिनों से आंदोलनरत है इस क्रम में दो दिन पूर्व संध्या पर बिजलीकर्मियों ने आम लोगों को जागरूक करने व सरकार को अपनी ताकत का एहसास कराने के उद्देश्य से मशाल जुलूस निकाला था जिसके बाद कई कर्मचारी संगठन के नेता व कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने महामारी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया ।जिसके बाद आक्रोशित हुए बिजली कर्मी अब आर या पार की लड़ाई लड़ने के मूड में है और प्रदेश सरकार से निजीकरण प्रस्ताव को वापस लेने के साथ सभी कर्मचारियों पर लगे मुकदमें को वापस लेने की मांग को लेकर कार्यालयों में कार्य बहिष्कार शुरू कर दिया। विरोध में मुख्य रूप से ई0 चंद्रेशखर चौरसिया, आर0के0 वाही, मायाशंकर तिवारी,ए0के0 श्रीवास्तव, इं दीपक अग्रवाल,ई0 संजय भारती, इं डी के दोहरे, शशिकिरण मौर्य,रमाशंकर पाल, आर0के0 राय, आर0बी0यादव, वीरेंद्र सिंह, रमन श्रीवास्तव, हेमंत श्रीवास्तव, रमाशंकर पाल, जिउतलाल, विजय सिंह,अंकुर पाण्डेय, ए0पी0 शुक्ला, महेंद्र मौर्य,मदनलाल श्रीवास्तव, जगदीश पटेल, बी के सिंह, संतोष वर्मा, राजेश कुमार, कृष्णा भारद्वाज, एस के सिंह, महेंद्र मौर्य, नीरज बिंद, फणीन्द्र राय मौजूद रहे।
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