हाथरस बिटियाँ के न्याय के लिए प्रदर्शन

हाथरस बिटियाँ के न्याय के लिए प्रदर्शन

व्यापारी महिलायें सड़क पर ,  कफ़न का सेल कर हाथरस का विरोध
सिटी क्राइम /  इन्नोवेस्ट डेस्क /  1 oct
महिलाओं का प्रदर्शन 

भले ही प्रदेश सरकार ने गैंगरेप की शिकार बेटी के परिजनों के दर्द को बांटने और घटना से उपजे नाराजगी को कम करने के प्रयास में कई पासे फेके हो लेकिन आमजन के मानस पटल से ये घटना अभी भी निकलता नहीं दिखता । अलग अलग शहरों में चल रहे प्रदर्शन में ही अब कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी का आना सरकार के लिए चिंताजनक हो सकता है।  वाराणसी व्यापार मंडल की पूर्वाचल महिला व्यापार मंडल की महिलाओं ने सिगरा स्थित शहीद उद्यान पर हाथरस , बागपत और राजस्थान की बेटियों पर नरपशुओं की दरिंदगी  पर अपना गुस्सा प्रकट करते हुए आरोपियों को फांसी देने की मांग की ।मांग की कि सरकार को त्वरित न्याय की प्रक्रिया चालू करनी चाहिए और दोषियों को कड़ा दंड अविलंब देने का  प्रावधान फास्ट ट्रैक कोर्ट  के माध्यम से होना चाहिए । हाथरस की घटना को जिस तरह पुलिस ने छुपाया वह अति अशोभनीय और निंदनीय है।इस रोष प्रदर्शन में  मंडल अध्यक्ष अजीत सिंह बग्गा  पूर्वांचल महिला मंडल अध्यक्ष सविता सिंह ,गुड़िया केसरी , रजनी देवी, राजनी देसाई ,चांदनी ,हुमा बानो निर्मला देवी तथा मीना कुमारी थी

 

कफ़न का सेल कर हाथरस का विरोध

वाराणसी  के कैण्ट चौराहा पर हाथरस गुड़िया कांड के विरोध में कफन का सेल लगाया गया। सेल लगाने वाले हरीश मिश्रा ने बताया कि सेल योगी सरकार के नाकामी का वह प्रतीक हैं जिसे देख कर मनुष्य की आत्मा रो रही हैं। तो वही दूसरी तरफ प्रदेश के लोगो के लिए यह संदेश है कि लोग अब योगी सरकार से सवाल करने में डरते है जो इस प्रदेश की कायरता दर्शाता है। योगी सरकार की बदनीयती ने अनाज से सस्ता कफ़न कर दिया है जबसे भाजपा सरकार है तब से कफ़न के धंधे में तेज़ी आई है लोग कभी नोटबन्दी में मरते हैं तो कभी CAA NRC में मरते हैं कभी कोरोना जैसे आपदा में बिना इलाज मरते है तो कभी बलात्कार से मासूम बच्चियों की मौत होती है । चारो तरफ लोग मर रहे है कोई बेरोजगारी में मर रहा है तो कोई भुखमरी से जिससे यह साबित होता है प्रदेश में सारे उद्योग धंधे से ज्यादा कफ़न का धंधा आसमान छू रहा है इसी क्रम कल बलरामपुर, बुलंदशहर, आजमगढ़ के बच्ची के साथ हुए बलात्कार का भी जमकर विरोध किया गया । हरीश मिश्रा, निक्की यादव, मणीन्द्र मिश्रा मंटू , अतुल राज पांडेय, रंजीत सेठ, रविन्द्र वर्मा, देवी प्रसाद यादव, आकाश बाल्मीकि, आदित्य कुमार, जगदीश कन्नौजिया, आदर्श सैनी, अभिषेक गुप्ता, रितेश यदुवंशी, गोपाल गुप्ता, रफीक खान, अजय सरोज, हिमांशु राठौर सहित तमाम लोग शामिल थे।

 

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