विवादित पत्र का मामला – वाराणसी के संकट मोचन मंदिर के नाम से देश के बड़े धार्मिक स्थलों की विवादित पत्र भेजने का मामला सामने आया है , इस पत्र में दिल्ली के अक्षरधाम मंदिर के बारे में आपत्तिजनक बातें लिखी है। ये पत्र देशभर के धार्मिक संस्थानों और प्रमुख मंदिरों को भेजा गया है , इस बात की जानकारी पत्र के वापस आने पर हुआ , संकट मोचन मन्दिर के महंत विश्वम्भर नाथ मिश्र ने लंका थाने में शिकायत दर्ज कराया हैं।
सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय ने नयी शिक्षा नीति को किया स्वीकृत – सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो राजाराम शुक्ल की अध्यक्षता में योगसाधना केन्द्र में विद्यापरिषद की बैठक आयोजित की गयी। इस बैठक में नयी शिक्षा नीति को स्वीकृत किया ।
कमिश्नर से मिले कांग्रेसी – जेल में बंद युवा कांग्रेसी नेताओं के जमानत मंजूर होने के बाद भी एसीएम चतुर्थ शुभांगी शुक्ला द्वारा हस्ताक्षर न करने के विरोध में जिला एवं महानगर कांग्रेस नेताओं ने मण्डलायुक्त से मुलाकात कर शिकायत दर्ज कराई है और विरोध में नारेवाजी की ।
सूचना विभाग के एलईडी प्रचार वैन – प्रचार-प्रसार एवं सरकार की नीतियों को आमजन तक पहुंचाएं जाने हेतु सूचना विभाग के प्रचार वाहन एलईडी वैन को जिलाधिकारी ने गुरुवार को सेवापुरी में हरी झंडी दिखाकर किया रवाना।
अवैध गेस्ट हाउसों पर्यटन विभाग ने चलाया जबरदस्त अभियान – सिगरा थाना अंतर्गत विजयानगरम मार्केट स्थित परेडकोठी में गुरुवार सुबह पर्यटन विभाग द्वारा एडीएम सिटी के निर्देश पर बिना लाइसेंस के संचालित गेस्ट हाउसों के चेकिंग की कार्रवाई की गई। इस दौरान पर्यटन विभाग के अधिकारियों और पुलिस ने गेस्ट हाउस के लाइसेंस के साथ वहां के रजिस्ट्रों और आने वाले गेस्ट की सूची की भी पूरी जानकारी ली।
सुभासपा नेता के विवादित बयान के बाद भड़का क्षत्रीय समाज- अखिल भारतीय क्षत्रिय कल्याण परिषद के कार्यकर्ताओं ने सुभासपा के एक नेता पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर अभद्र टिप्पणी किए जाने का आरोप लगाते हुए गुरुवार को जिला मुख्यालय पर सुभासपा नेता के खिलाफ नारेबाजी की और पार्टी के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए धरना प्रदर्शन करने किया ।
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दिमाग तो एक ही होता है 32 दिमाग किसके पास
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केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान का निधन – राज्यपाल आनंदीबेन पटेल व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत कई नेताओं ने केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री राम विलास पासवान के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है।
कांग्रेस ने युवाओं दिखाया रूचि – देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस ने समय के साथ बदलना सीख लिया है। पुराने नेताओं की रणनीति पर भरोसा करने वाली पार्टी ने इस बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में अपना भरोसा युवाओं पर दिखाया है। कांग्रेस ने विधानसभा की जिन 21 राज्यपाल आनंदीबेन पटेल व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत कई नेताओं ने केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री राम विलास पासवान के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है।सीटों के लिए नेताओं को सिंबल थमाया है उनमें 10 युवा चेहरे हैं। इनमें से कई नेता तो ऐसे हैं जो पहली बार चुनाव मैदान में जाएंगे।
आधी आबादी का पूरा ख्याल – जदयू ने अपनी 122 में से 22 सीट महिलाओं को दी हैं। जदयू ने अपने हिस्से से 21 तो हम ने अपनी सात सीटों में से 2 पर महिलाओं को मैदान में उतारा है। जदयू की महिला प्रत्याशियों में से कई पहली बार चुनाव मैदान में हैं। वहीं पहले से जीततीं आ रही महिलाओं की एक सीट को छोड़कर सभी की सीट बरकरार रही है।
गुप्तेश्वर को लगा झटका – चुनाव के ठीक पहले स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले कर जनता दल यूनाइटेड की सदस्यता ग्रहण करने वाले बिहार के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय को झटका लगा है। बिहार विधानसभा चुनाव में उन्हें टिकट नहीं मिला है। उनके बक्सर की किसी सीट से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का प्रत्याशी होने के कयास लगाए जा रहे थे, लेकिन प्रत्याशियों की लिस्ट में उनका नाम नहीं है।
बिहार में झारखंड मुक्ति मोर्चा ने राष्ट्रीय जनता दल से अपनी राह अलग अलग – दोनों पार्टियों ने महागठबंधन से अलग हो कर सात सीटों पर अलग चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है। पार्टी ने पांच सीटों पर अपने प्रत्याशी भी घोषित कर दिए हैं। विदित हाे कि जेएमएम झारखंड में आरजेडी के साथ सरकार में हैं। जबकि, बिहार में दोनों अलग-अलग राह पर चल पड़े हैं। संबंध तोड़ने के पहले जेएमएम ने आरजेडी पर राजनीतिक मक्कारी का आरोप लगाया तथा तेजस्वी यादव की समझदारी पर भी सवाल खड़़े किए।
दिल्ली के बाजारों में बिहार चुनाव कनेक्शन – लॉकडाउन के बाद यह पहला विधानसभा चुनाव है, जिसने मायूस पड़े एशिया के सबसे बड़े बाजारों में शामिल सदर बाजार के थोक प्रचार सामग्री की दुकानों में हलचल बढ़ गई है। बिहार की मांग से बाजार का 30 फीसद कारोबार वापस लौटा है। उम्मीद है कि जब चुनाव शबाब पर पहुंचेगा तो मांग 50 फीसद तक पहुंच जाएगी। इसमें 80 फीसद मांग फेस मास्क की है। इसमें भाजपा व कांग्रेस पार्टी के दिल्ली स्थित राष्ट्रीय मुख्यालय के साथ ही लोक जनशक्ति पार्टी , जनता दल यूनाइटेड व राष्ट्रीय जनता दल के ऑर्डर शामिल हैं। संभावित प्रत्याशी भी प्रचार सामग्री को मंगवा रहे हैं। इसमें निर्दलीय प्रत्याशी भी पीछे नहीं हैं।