यदि कोई भीख मांगने को रोजगार कहे और इस रोजगार को शुरू करने में प्रयोग में आने वाले वाद्य यंत्र को खरीदने के पैसे न हो तो कुलपति जैसे पद पर आसीन दयालु विद्वान इंसान आपको ये सहर्ष मुहैया कराने की भी बात करें तो जान लीजिये , ये शख्स मामूली इंसान तो नहीं है , साथ ही वो अपने विश्वविद्यालय में फ़ीस जमाकर के बेकार ही युवाओं के घर वालों का आर्थिक स्थिति को बेजार कर रहा है। मामला जौनपुर के वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो राजराम यादव से जुड़ा है जिनका एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। वीडियो में कुलपति ने अपने युवा अवस्था के एक घटना का जिक्र करते हुए खजड़ी बजा कर ट्रेन में गाना गा कर पैसा मांगने को भी रोजगार बता रहे है। हद तो यह है कि कुलपति बेरोजगारों को खजड़ी खरीदने के लिए अपने पास से पैसे देने की दरियादिली दिखा रहे है। पूर्व में भी कुलपति द्वारा गाजीपुर में एक कॉलेज के प्रोग्राम में मंच से छात्रों को झगड़ा होने पर मार खा कर न आने और मर्डर करके आने की सलाह मंच से देने का वीडियो वायरल हुआ था । ये वायरल वीडियो कहां का है ये साफ़ नहीं है लेकिन वीडियो में कुलपति के बोल विवादों को जन्म देता नजर आ रहा है।