
थाना के उदासीनता से विवाहिता ससुराल के चौखट पर आज भी धरनारत
इन्नोवेस्ट न्यूज़ / 6 nov
- महिला अधिकार की बात करने वाले संस्थाओं पर भो प्रश्न ….
- क्या वास्तव में सरकार महिलाओं के हित के लिए संजीदा है …
सरकार के कथनी करनी में फर्क है ये प्रश्न इसलिए भी लाजिम है क्योंकि सरकार महिलाओं के हित की बातें तो करती है लेकिन जमीनी स्तर पर ऐसा होता नहीं दिखता। बात बनारस के चोलापुर क्षेत्र के लखनपुर गांव से जुड़ा हैं, जहाँ एक विवाहिता अपने ससुराल के चौखट पर अपने ही अधिकार के लिए संघर्ष कर रही है और प्रशासन अपने ही चाल में मस्त नजर आ रही है। सोनभद्र निवासी महिला तीन दिन से पति की चौखट पर प्रशासन से मदद की भीख माँग रही है तो वही स्थानीय थाना के थानेदार को मामला की पूरी जानकारी की मालूमात ही नहीं। समझना आसान है कि महिला हित पर प्रशासन कितनी लापरवाह है। बात बीते मंगलवार की है और आज शुक्रवार है बावजूद इसके न ही परिजन और न ही थाना मामले को सुलझाने का प्रयास कर रही है जबकि पति के सलामती के लिए करवाचौथ का व्रत भी पति के चौखट पर की। वर्ष 2016 में एक दूसरे के होने के बाद पति पीड़िता को अपने साथ दिल्ली पहुंचा और यही झगड़े की स्क्रिप्ट की शुरुआत कुछ महीने बाद से हुआ जो जारी है। फिलहाल ससुराल पक्ष अपने घर पर ताला बंद कर फरार हैं।
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