
आर्गेनिक हाट का उद्घाटित , खाने में अधिक पौष्टिक तत्व का आधार
इन्नोवेस्ट न्यूज़ / 13 nov
ऑर्गेनिक फूड ऐसे खाद्य पदार्थ होते हैं जिनकी पैदावार में किसी भी तरह के केमिकल का इस्तेमाल नहीं किया जाता है। इन्हें तैयार करने के लिए जैविक खाद का इस्तेमाल किया जाता है और इस वजह से इनका सेवन स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है।ऑर्गेनिक फूड की खेती में किसी भी तरह के कीटनाशक का इस्तेमाल भी नहीं किया जाता और फसलों को कीड़ों से बचाने के लिए उनकी देखभाल नेचुरल तरीके से की जाती है।इनमें सामान्य खाद्य पदार्थों के मुकाबले 10 से 50 फीसदी तक अधिक पौष्टिक तत्व होते हैं।इनमें मौजूद पोषक तत्व हृदय रोगों, माइग्रेन, ब्लड प्रेशर, मधुमेह और कैंसर जैसी बीमारियों से बचाते हैं। इसके अलावा ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है।ऑर्गेनिक खाद्य पदार्थों का सेवन त्वचा के स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी होता है।
ये होगी हॉट की खासियत
ऑर्गेनिक हाट नाम से यह स्टोर बीएचयू के पास करौंदी में है। यह केवल पूर्वांचल का ही नहीं अपितु प्रदेश का पहला स्टोर होगा जहाँ जैविक विधि से खेती कर रहे किसानों को सीधे उपभोक्ताओं से जोड़ते हुए किसान द्वारा तय उचित मूल्य पर उपभोक्ताओं को शुद्ध खाद्य उत्पाद उपलब्ध कराया जायेगा। आर्गेनिक हाट में जैविक, शुद्ध व कुटीर क्षेत्र के उत्पादकों में शहद, मोरिंगा, तुलसी, गिलोय, सतावरी, ए-टू मिल्क, घी तथा चिरईगांव समेत कई दर्जन उत्पाद रखे गए हैं। आर्गेनिक हाट राष्ट्रीय कृषि विकास योजना, रफ्तार स्कीम, भारत सरकार की ओर से चयनित कंपनी- आनंद-कानन एग्रीटेक प्रा. लि. से समर्थित है, जो सामाजिक उद्यमिता के अभिनव प्रयोग शुद्ध खाने व शुद्ध उगाने की श्रृंखला को सम्बल प्रदान कर रहा है।
कुछ ऐसा मानना है इनका
प्रो. एसएन उपाध्याय ने कहा कि शुद्ध खाने के लिए शुद्ध उगाना होगा। इस दिशा में शुद्ध उगाने वालों को आर्गेनिक हाट द्वारा मंच प्रदान किया जाना प्रशंसनीय पहल है।
विद्यान परिषद सदस्य लक्ष्मण आचार्य ने इस प्रकार के पहल की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह वर्तमान समय की मांग है कि रसायन मुक्त जैविक उत्पादों को खान-पान में शामिल किया जाए तथा जैविक कृषि कर रहे किसानों को समर्थन प्रदान करते हुए गो पालन को प्रोत्साहन दिया जाए क्योंकि यह परम्परा भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ रही है। ऐसी पारम्परिक जैविक खेती को पुर्नप्रष्ठित करते हुए शद्ध व सरायनमुक्त खाद्य पदार्थो को बाजार तक पूरी प्रमाणिकता व पारदर्शिता के साथ उपलब्ध कराना एक चुनौतीपूर्ण व लोकहितकारी उद्यम है। ऐसे समय में आर्गेनिक हाट की तरफ से आगे बढ़कर आर्गेनिक स्टोर चलाने की यह योजना शुद्ध पौष्टिक व स्वास्थ्य वर्धक खान पान की परम्परा को निस्चित रूप से सवंर्धित करेगी।
मालवीय उद्यमिा संवर्धन केंद्र तथा आरकेवीवाई रफतार इंक्यूवेशन सेंटर, आईआईटी बीएचयू के समन्वयक प्रो. प्रदीप कुमार मिश्र ने कहा कि आर्गेनिक हाट उन लोगों को बाजार दे रहा है जो रसायन मुक्त खाद्य पदार्थ का सेवन करना चाहते हैं। सबसे बड़ी समस्या यह है कि वह किसान जो जैविक खेती कर रहा है उसे बाजार नहीं मिलता और जो शुद्ध खाना चाहते हैं उन्हें शुद्ध उत्पाद नहीं मिल पाता। इस अंतराल को दूर करने के लिए आर्गेनिक हाट जैसी परिकल्पना की शुरूआत की गई है, जो कि जैविक कृषि, गो-पालन व कुटीर क्षेत्र में काम कर रहे लोगों के सामूहिक सहयोग से संचालित होगी।
ये रही उपस्थिति
उद्घाटन में मुख्य रूप से लक्ष्मण आचार्य एमएलसी भाजपा , प्रोफेसर एस एन उपाध्याय ,प्रोफेसर पी के मिश्र मालवीय उद्यमिता संवर्धन केंद्र आईआईटी बीएचयू , प्रोफेसर जे पी राय ,अरविंद उपाध्याय ,रहे।उत्पादकों में अशोक मनवानी , शिप्रा तिवारी , चंद्रशेखर मिश्र ,बल्लभाचार्य पांडेय ,मुकेश पांडेय ,जनार्दन सिंह ,सोनू पाठक ,अमित सिंह ,हेमंत ,आदि मुख्य रूप से रहे।
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