कुछ ऐसा होगा अगले 18 महीने तक राहु और केतु का धमाल

कुछ ऐसा होगा अगले 18 महीने तक राहु और केतु का धमाल

राहु और केतु का कमाल , सब तरफ होगा अस्थिरता का धमाल
धर्म नगरी / इन्नोवेस्ट डेस्क / 29 सितंबर

– राहु वृषभ में और केतु वृश्चिक राशि में आये
– 19 सितम्बर 2020 से 10 अप्रैल 2022
– राहु – केतु के राशि परिवर्तन
– 18 वर्ष बाद हुआ है ये परिवर्तन

ज्योतिष विज्ञान में नवग्रहों में राहु-केतु की महत्वपूर्ण भूमिका है। राहु-केतु प्रत्येक 18 वर्ष बाद राशि बदलते हैं। ज्योतिॢवद् विमल जैन ने बताया कि राहु एवं केतु ग्रह के वृश्चिक एवं वृषभ राशि में आने पर विश्वपटल पर अनेकानेक परिवर्तन देखने को मिलेंगे। प्राकृतिक दैविक आपदायें, हिंसाजनित घटनाएँ, रेल-वायुयान व जल-परिवहन तथा सड़क दुर्घटनाएँ, आँधी-तूफान-वर्षा, बाढ़, आगजनी, मौसम में अजीबो-गरीब परिवर्तन, जन-धन की हानि, नये-नये आर्थिक व राजनैतिक घोटाले, राजनैतिक घटनाक्रम में विशेष रद्दोबदल, आरोप-प्रत्यारोप, सीमावर्ती क्षेत्रों में आतंक की घटनाएं, जनता में किसी मुद्दे पर जनाक्रोश, शेयर, वायदा, धातु बाजार एवं तेल, डीजल, पेट्रोल आदि में उतार-चढ़ाव, वित्तीय अर्थव्यवस्था में अनिश्चितता, देश-विदेश में शासक-प्रशासक में किसी मुद्दे को लेकर टकराव की संभावना। सत्तापरिवर्तन एवं मंत्रिमण्डल में फेर-बदल की संभावना। किसी विशिष्ट व्यक्ति या राजनेता या अन्य क्षेत्र के नामी-गिरामी हस्ती की सेवा से वंचित होने तथा अन्य अप्रत्याशित घटनाओं से रूबरू होने पड़ेगा। राहु-केतु के राशि परिवर्तन से द्वादश राशियाँ भी प्रभावित होंगी जिससे जन्मकुण्डली के संदर्भ में राहु-केतु के परिवर्तन का फल मिलेगा।

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19 सितम्बर 2020 से 10 अप्रैल 2022 का – क्या होगा आपके राशि पर प्रभाव –

मेष—स्वास्थ्य में व्यतिक्रम। धनहानि की आशंका। व्यापार में कठिनाइयाँ। प्रगति का प्रयास निष्फल। स्वास्थ्य में शिथिलता। जल्दबाजी से नुकसान। मित्रों से अनबन। परिवारिक मतभेद उजागर। शारीरिक-मानसिक कष्ट। जीवन साथी से मनमुटाव। राजकीय पक्ष से प्रतिष्ठा पर आघात। कर्ज की अदायगी से चिन्तित। बात-बात पर क्रोध। भौतिक सुख-सुविधा का अभाव। व्यर्थ की उलझनें। इच्छित प्राप्ति में अड़चनें। शत्रु सक्रिय होने की दिशा में प्रयत्नशील।

वृषभ— शंका-कुशंका से प्रभावित। व्यापार में कठिनाइयाँ। स्वास्थ्य में व्यतिक्रम। धनहानि की आशंका। एकाग्रता का अभाव। व्यवहार में लापरवाही नुकसानदायक। कर्ज की अधिकता से परेशान। आरोप-प्रत्यारोप का सामना। दूसरो की गलतफहमी के शिकार। मित्र या स्वजन आश्वासन से पीछे। उलझनों से स्वयं की प्रतिभा कुंठित। पारस्परिक सम्बन्धों में कटुता। चोट-चपेट की स्थिति। परिजनों से किसी बात को लेकर विवाद।

मिथुन— निजी इच्छा की पूर्ति। लाभार्जन का मार्ग प्रशस्त। पुरुषार्थ के प्रति रुचि। नव उत्तरदायित्व का निर्वाह। सद्विचारों के उदय से आत्मिक शांति। उलझनों से मुक्ति। पारस्परिक संबंध मधुर। पत्नी पक्ष से सुख। वैमनस्यता में कमी। आत्मीयजनों से सम्पर्क। रचनात्मक क्रियाकलापों में रुचि। शिक्षा प्रतियोगिता के क्षेत्र में सफलता। अपने स्तर को बनाए रखने के लिए अधिक व्यय। अधिकारी वर्ग से अनुकूलता। धार्मिक स्थलों की यात्रा।

कर्क— विचारित कार्यों में प्रगति। भाग्योन्नति के नवीन आयाम सुलभ। वाद-विवाद की स्थिति में कमी। योजना फलीभूत। नौकरी में स्थानान्तरण विषयक मसला हल। उपहार या सम्मान का लाभ। परिवारिक संबंधों में उपस्थित व्यवधान समाप्त। नवसम्पर्क उपयोगी। अपेक्षा के अनुरुप घटनाएँ घटित। दर्शनीय स्थलों की यात्रा का कार्यक्रम। उत्तरदायित्व की पूर्ति हेतु व्यय। सामाजिक क्रिया कलापों में रुचि। सन्तान सुख की प्राप्ति।

सिंह— कुछेक बिगड़े कार्य बनने की ओर। आर्थिक-व्यावसायिक पक्ष से मन प्रसन्न। परिवार में सुखशांति का वातावरण। श्रेष्ठजनों से सम्पर्क का लाभ। किसी मुददे को लेकर उपस्थित तनाव समाप्त। व्यय की अधिकता। विवाद निष्फल। सद्विचारों का उदय। संत समागम। अधीनस्थ सहयोगियों से तालमेल। धर्म अध्यात्म के प्रति आस्था जागृत। प्रेम सम्बन्धों में प्रगाढ़ता। वैवाहिक अड़चनें समाप्त। संभावित यात्रा संतोषजनक।

कन्या— कार्य व्यवसाय में उपस्थित गतिरोध समाप्त। योजना कार्यान्वित। महत्वपूर्ण निर्णय। सामाजिक गतिविधियों में रुचि। आपसी गलतफहमियां दूर। जन सम्पर्क उपयोगी। नव उत्तरदायित्व का निर्वाह। धर्म-अध्यात्म के प्रति आस्था। घरेलु वातावरण में हर्षोल्लास। अपनी प्रतिभा का सदुपयोग। आपकी सलाह से दूसरे लाभान्वित। प्रेम सम्बन्धों में प्रगाढ़ता। मौज-मस्ती के निमित्त व्यय। मान-प्रतिष्ठा में वृद्धि। वैवाहिक जीवन में सामंजस्य।

तुला— स्वास्थ्य में शिथिलता। आर्थिक-व्यवसायिक लाभ में कमी। व्यर्थ की उलझनें। इच्छित प्राप्ति में अड़चनें। प्रतिष्ठा पर आघात । जल्दबाजी में लिया गया निर्णय अहितकर। मेल-मिलाप में अरुचि। शत्रु सक्रिय होने की दिशा में प्रयत्नशील। परिवार में किसी बात को लेकर अनबन। दूसरों की गलती से स्वयं को नुकसान। सन्तानपक्ष से कष्ट। राजनेताओं को प्रतिकूलता। प्रतियोगिता में असफलता। वैचारिक स्थिरता का अभाव।

वृश्चिक— कार्यक्षमता में कमी। योजना प्रारम्भ में ही व्यवधान उपस्थित। वांछित प्रगति का प्रयास निष्फल। व्यापारिक पहलु को लेकर चिन्तित। जल्दबाजी से नुकसान संभव। राजनेताओं को प्रतिकूलता के दौरान संघर्ष। आत्मीयजनों से अनबन। अधिकारियों से अपेक्षित असहयोग। परिवारिक मतभेद उजागर। सुपरिचित आश्वासन से पीछे। शारीरिक-मानसिक कष्ट। बकाए धन की अप्राप्ति। वाहन से पेरशानी। उलझनों से स्वयं की प्रतिभा कुंठित।
धनु— विनियोजित धन का प्रतिफल आशानुकूल। जटिल समस्या का समाधान। राजकीय पक्ष से लाभान्वित। सुसंदेश की प्राप्ति। अध्यवसाय में रुचि। प्रेम प्रसंगों में अनुकूलता। राजनीतिक लाभ लेने हेतु प्रयत्नशील। मांगलिक आयोजन सम्पादित। सत्कार्यों में व्यय। व्यक्तिगत जीवन में महत्वपूर्ण घटना। परोपकार में प्रवृत्ति। पत्नी के स्वास्थ्य को लेकर चिन्ता कम। स्थान परिवर्तन की दिशा में कार्यक्रम उपस्थित। अधिकारी वर्ग से अनुकूलता।

मकर— मनोभिलाषित योजनाओं का कार्यान्वयन। कार्य व्यापार में नवपरिवर्तन की दिशा में प्रयास। भाग्योन्नति के नवीन आयाम। अभिलाषा की पूर्ति। वाद-विवाद की निवृत्ति। आत्मविश्वास में वृद्धि। धनागम का सुअवसर। नवसम्पर्क उपयोगी। सन्तान पक्ष का उत्कर्ष। वैवाहिक जीवन में सुखशान्ति। सामाजिक-राजनीतिक गतिविधियां। मनोविनोद के साधन उपलब्ध। विवाद का निर्णय पक्ष में। पारिवारिक जिम्मेदारियों को निभाने में सफल।

कुंभ— साझेदारी के व्यापार में हानि की आशंका। जल्दबाजी में लिया गया निर्णय अहितकर। स्वजन आश्वासन से पीछे। पुरुषार्थ के प्रति अरुचि। समस्या के समाधान हेतु विचलित। प्रतियोगिता में निराशा। जीवन साथी से मनमुटाव। राजकीय पक्ष से प्रतिष्ठा पर आघात। कर्ज की अदायगी से चिन्तित। बात-बात पर क्रोध। व्यर्थ की भाग-दौड़। भौतिक सुख-सुविधा का अभाव। परिवार में किसी सदस्य की चिन्ता। एकाग्रता भंग।

मीन— किसी योजना पर कार्यारम्भ। परिजनों-मित्रों के माध्यम से समस्या समाधान हेतु विचार-विमर्श। आर्थिक-व्यावसायिक प्रगति हेतु प्रयास सार्थक। कार्यों के प्रति रुचि। राजकीय पक्ष से अपेक्षित सहयोग प्राप्त। सामाजिक गतिविधियों में रुचि। परिवार में मंगल आयोजन का कार्यक्रम। वैवाहिक जीवन मनोनुकूल। वरिष्ठजनों की सलाह मान्य। यश-मान प्रतिष्ठा में वृद्धि। मनोविनोद के अवसर सुलभ। संभावित यात्रा का सुपरिणाम।

 

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