
शारदीय नवरात्रि के पांचवे दिन मां दुर्गा के पंचम स्वरूप स्कंदमाता की करें दर्शन
अनुपस्थित एक्सईएन विद्युत का वेतन कटा– जिलाधिकारी ने सम्पूर्ण समाधान दिवस से बिना सूचना के अनुपस्थित एक्सईएन विद्युत करनैलगंज का एक दिन का वेतन काटने के साथ ही स्पष्टीकरण तलब किया है।
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कल आएगा ज्ञानवापी पर फैसला और BHU बेच रहा है सीट , धान्धली का आरोप – @bnaras
मिठाइयों की एक्सपायरी डेट– खाद्य सुरक्षा अधिकारी के अनुसार सरकार की नयी गाइडलाइन के अनुसार अब सभी मिष्ठान भंडारों को अपनी मिठाई की ट्रे पर उसकी एक्सपायरी डेट लिखना अनिवार्य होगा।
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बोनस की मांग जोरदार प्रदर्शन- भारतीय रेलों में दुर्गा पूजा से पूर्व दिए जाने वाले उत्पादकता आधारित बोनस की घोषणा न होने से डीरेका कर्मियों में आक्रोश व्याप्त है वही ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के आवाहन पर डीरेका कर्मियों ने कारखाने के पूर्वी गेट पर प्रदर्शन एवं सभा का आयोजन किया।
रिवीजन पर हुई सुनवाई, फैसला सुरक्षित – स्वयंभू लार्ड विशेश्वर एवं अंजुमन इंतेज़ामिया मस्जिद के मुकदमे मंगलवार को सुनवाई हुई। इस सुनवाई में सुन्नी सेन्ट्रल वक्फ बोर्ड द्वारा दिए गए विलम्बित सिविल रिवीजन के 3 हज़ार रुपये के जुर्माने की अदायगी के बाद जिला जज ने सुनवाई की। इस दौरान जिला जज ने सभी पक्षों को गौर से सुना और इस मुकदमे की सुनवाई सिविल न्यायालय में हो या वक्फ ट्रिब्यूनल में इसपर फैसला सुरक्षित कर लिया।
बुनकर हड़ताल – जब तक बुनकरों की समस्याओं का समाधान नहीं किया जाता बुनकरों का बिजली का फ्लैट रेट बहाल नहीं किया जाता और दिनांक 3 सितंबर 2020 को की गई घोषणाओं के क्रियान्वयन के संबंध में जब तक उचित आदेश नहीं हो जाता उत्तर प्रदेश के समस्त बुनकर संघों के लोग पावरलूम 15 अक्टूबर 2020 से अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिए हैं और धरना प्रदर्शन के माध्यम से आंदोलन किया जा रहा है।
धरने पर बैठे छात्र-छात्राएं– काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के केंद्रीय कार्यालय पर दृश्य कला संकाय के स्नातक बी.एफ.ए. प्रवेश परीक्षा में व्यापक पैमाने पर धांधली का आरोप लगाते हुए छात्र छात्राओं का एक दल धरने पर बैठ गया।
स्पेशल स्टोरी
क्यों छोड़ी कृष्ण ने अपनी प्यारी बांसुरी
संसार में भगवान श्रीकृष्ण और राधा का प्रेम सबसे उच्च कोटि का प्रेम माना जाता था. आज भी राधा-कृष्ण के प्रेम सबसे पवित्र माना जाता है,राधा-कृष्ण के प्रेम को आत्मा से परमात्मा का मिलन माना गया है. प्रेम के रहस्यवाद का श्रेष्ठ उदाहरण है राधा-कृष्ण का प्रेम है,राधा और कृष्ण जीवन की अंतिम सांस तक एक दूसरे से अटूट प्रेम करते रहे,महाभारत की कथा में भगवान श्रीकृष्ण सबसे मजबूत पात्र के तौर नजर आते हैं लेकिन गौर से देखा जाए तो उन्हें हर उस चीज को त्यागना पड़ा जिसे वह सबसे अधिक प्रेम करते थे फिर चाहें राधा ही क्यों न हो।
बांसुरी की धुन सुनते सुनते त्याग दिए थे राधा ने प्राण
एक कथा के अनुसार जब राधा का अंत समय आया तो भगवान श्रीकृष्ण उनसे मिलने आए ,कृष्ण ने राधा की कमजोर अवस्था को देखकर उनसे हाल पूछा और पुराने दिनों को याद किया, राधा से भगवान श्रीकृष्ण ने कुछ मांगने को कहा तो राधा ने कहा कि वे उन्हें अपनी मुरीली की तान सुना दें,भगवान ने अपनी बांसुरी निकाली और सुरीली तान निकाली, राधा ने मुरीली की धुन को सुनते सुनते अपने प्राणों को त्याग दिया।
राधा की मृत्यु के बाद तोड़ दी थी बांसुरी
राधा की मृत्यु से भगवान श्रीकृष्ण बहुत आहत हुए और इसी दुख के कारण भगवान श्रीकृष्ण ने अपनी प्रिय बांसुरी को तोड़ दी, कहते है कि राधा के जाने का वियोग भगवान श्रीकृष्ण सहन नहीं कर सके और इसी कारण बांसुरी को तोड़ दिया, इसके बाद भगवान श्रीकृष्ण ने कभी बांसुरी नहीं बजाई।