अक्षय तृतीया : इस दिन किस देवता के पूजा मिलता है अक्षय पुण्य, राशि के अनुसार करे दान, क्या है इस दिन का महत्व

।। अक्षय तृतीया एवं भगवान परशुराम जयन्ती – 3 मई, मंगलवार को ।। ॥ अक्षय पुण्यफल के लिए किया जाता है पूजा-अर्चना और दान-पुण्य ।।

जानिए क्या है त्रिपिंडी श्राद्ध, क्यों और कैसे होता है ये अनुष्ठान….किस प्रेत का कहाँ है निवास

पितरों की प्रसन्ता‍ के लिये धर्म के नियमानुसार हविष्ययुक्त पिंड प्रदान आदि कर्म करना ही श्राद्ध है। श्राद्ध करने से पितरों कों संतुष्टि मिलती है

हनुमत सेवा समिति : भक्तों का जनसैलाब पहुंचा संकट को हरने वाले प्रभु हनुमान के दरबार

– दो साल बाद भक्तों ने पूरे उत्साह के साथ निकले भक्त – गर्मी के मद्देनजर भक्तों के सहूलियत के लिए सुबह के बजाय शाम

मुस्लिम महिलाओं ने प्रभु श्रीराम की आरती उतारकर दिया विश्व शांति का संदेश

– भगवान श्रीराम सबके हैं और सबमें है वाराणसी। संकट मोचन मंदिर पर इस्लामी आतंकवादियों ने जब बम से धमाका कर सैकडों लोगों की सिर्फ

शिव की नगरी काशी में पुरुषोत्तम राम के जन्मोत्सव की तैयारी शुरू

आज रामनवमी के दिन मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम का जन्म हुआ था । आदर्श पुरुष कहे जाने वाले प्रभु श्री राम बरसों पहले त्रेता में

जानिए कन्या पूजन सही तरीका, कितनी हो पूजन में कन्याओं की संख्या , क्या है विधान और 9 कन्याओं का मतलब

नवरात्र पर्व के दौरान कन्या पूजन का बड़ा महत्व है। नौ कन्याओं को नौ देवियों के प्रतिविंब के रूप में पूजने के बाद ही भक्त

नवरात्र पहला दिन : जानिए काशी में कहां है मुखनिर्मालिका गौरी का मन्दिर

चैत्र नवरात्र का पहले दिन मुखनिर्मालिका गौरी के दर्शन का विधान हैं। काशी में देवी मुखनिर्मालिका गौरी का मंदिर गंगा तट के करीब गायघाट के

नवदुर्गा को नौ दिन क्या-क्या करें अर्पित , ताकि हो शांति, समृद्धि और आरोग्यता

-ज्योतिषविद विमल जैन नवरात्र में नौदुर्गा को अलग-अलग तिथि के अनुसार उनकी प्रिय वस्तुएँ अर्पित करने का महत्व है । जिनमें प्रथम दिन (प्रतिपदा)—उड़द, हल्दी,

वासंतिक नवरात्र में होता है गौरी दर्शन, जानिए काशी में 9 गौरी का किन किन जगह स्थित है मन्दिर

सनातन धर्म में चार नवरात्र के विधान है । जिनमें वासंतिक और शारदीय नवरात्र का चलन ज्यादा है । चैत्र महीने में आने वाले नवरात्र

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