धर्म नगरी / इन्नोवेस्ट / 25 sep
– समय सीमा पर ही दर्शन पूजन
– माला फूल प्रसाद ले जाने पर रोक
– प्रवेश निकास अलग अलग रास्ते से
काशी के मंदिरों के खुलने का सिलसिला जारी है पहले श्री काशी विश्वनाथ, बाबा कालभैरव, संकटमोचन और कल बीएचयू विश्वनाथ मंदिर के बाद आज से दुर्गाकुंड स्थित मां कूष्मांडा का दरबार के साथ अब दुर्ग विनायक मंदिर भी दर्शनार्थियों के लिए खोल दिया गया । 189 दिनों बाद भक्त माता के दर्शन पूजन का लाभ उठा सकेगें।
दोनों ही मंदिर कोरोना संक्रमण को देखते हुए गत 21 मार्च से बंद थे। शासन के दिशा निर्देशों का पालन करते हुए भक्तों को मंदिर में दर्शन पूजन की छूट दी गयी है।अभी भक्तगण सिर्फ रात्रि भोग आरती में ही शामिल हो सकेंगे। भोर में साढ़े पांच बजे होने वाली आरती में सिर्फ मंदिर परिवार के सदस्य ही शामिल रहेगें ।
भक्तों को मंदिर में सुबह 6 से दोपहर 12 बजे तक प्रवेश दिया जाएगा। दोपहर 12 से 2 बजे तक मंदिर बंद रहेगा। पुनः दो बजे से रात नौ बजे तक दर्शन पूजन होगा। प्रवेश मुख्य द्वार से और निकासी दक्षिणी की ओर स्थित द्वार से किया गया है । दुर्ग विनायक मंदिर में भी प्रात: 6 बजे से पूर्वाह्न 11 बजे तक और शाम को 4 बजे से रात्रि 8 बजे तक भक्त दुर्ग विनायक का दर्शन पा सकेंगे।
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