
इंसाफ के लिए सड़क पर किन्नर – हाथरस की बेटी को इंसाफ दिलाने को किन्नर समाज के लोगों ने मंगलवार को मलदहिया चाौराहे पर शांति रैली निकाली। दोषियों को कड़ी से कड़ी देने की मांग की। सलमान चाौधरी के नेतृत्व में दर्जन भर से ज्यादा किन्नरों ने स्लोगन लिखी तख्तियां लेकर न्याय की मांग करते हुए शहर में रैली निकाली। इस दौरान किन्नरों ने प्रदेश सरकार से हाथरस कांड के दोषियों को तत्काल सजा दिलाने की मांग की। सलमान चाौधरी ने कहा कि देश में देश में बहू-बेटियों के साथ छेड़खानी और दुष्कर्म के मामले बढ़ते जा रहे हैं, जो चिंता का विषय है। ऐसे मामलों में शिथिलता बरती जाएगी तो बहू-बेटियों का घर से निकलना भी मुश्किल हो जाएगा। कहा कि हाथरस जैसी घटनाओं से किन्नर समाज बहुत ही दुखी है। दोषियों को तुरंत सजा दी जाए नहीं तो हमलोग बडा आंदोलन करेंगे
फिसली जुबान , कर गई सरकार की नुमाइंदगी
वक्फ इमामबाड़े को मिली मजलिस कराने की हाईकोर्ट से अनुमति-हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति शशिकांत गुप्ता और न्यायमूर्ति पंकज भाटिया की खण्डपीठ ने याची की याचिका स्वीकार करते हुए चौक थाना अंतर्गत ज़ियापुरा, गोविंदपुर कला, बांदी टोला में स्थित इमामबाड़ा व मस्जिद मीर इमाम अली व मेहँदी बेगम में उर्दू महीने सफर की 11 तारीख़ से लेकर 20 तारीख़ तक मजलिस का आयोजन होता है। कोरोना काल में अनलॉक चार की गाइडलाइन को देखते हुए शिया वक्फ बोर्ड ने इस आयोजन की सुरक्षा के लिए 21 अगस्त 2020 को पुलिस मांगी थी ताकि मजलिस में व्यवधान न उत्पन्न होने पाए।
बिजली कटौती से अस्पतालों में मरीजों को न हो कोई दिक्कत- विद्युत कर्मचारियों के हड़ताल को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने पहले ही सरकारी अस्पतालों में मरीजों को किसी भी प्रकार की दिक्कत न हो इसके लिए भी पूरा इंतजाम किये हुए है।
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लौटेंगे बिजली कर्मचारी, 3 महीने के लिये टला निजीकरण– सरकार ने यूपी में बिजली का निजीकरण के फैसले को फिलहाल टाल दिया है। इसके साथ ही विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति (उप्र) की ओर से वर्तमान में जारी आंदोलन को वापस लेने का सर्वसम्मति से निर्णय ले लिया गया है।
सरकार और बिजली कर्मचारी संयुक्त परिषद के बीच पांच बिंदुओं पर सहमति बनी है। तय हुआ है कि फिलहाल बिजली विभाग का निजीकरण नहीं होगा। यदि कभी निजीकरण हुआ तो पहले बिजली विभाग के इंजीनियरों और कर्मचारियों की सहमति ली जाएगी। इसके अलावा अगले 15 जनवरी 2021 तक लगातार समीक्षा होगी।
बिहार चुनाव
बिहार चुनाव के लिए NDA में सीट बंटवारे का ऐलान- जेडीयू के हिस्से में 122 सीटें और बीजेपी के हिस्से में 121 सीटें आई हैं। जेडीयू अपने हिस्से से जीतन राम मांझी की हिन्दुस्तान आवाम मोर्चा को 7 सीट देगी। इस तरह, जेडीयू 115 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। वहीं, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बताया कि एनडीए की विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) से भी बात चल रही है। बीजेपी आने वाले समय में अपने हिस्से से कुछ सीटें विकासशील इंसान पार्टी को देगी।
प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबांधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हमारी सरकार ने जो काम किया है, उसी के मुद्दे पर चुनावी मैदान में उतरेंगे। जनता मालिक है और वह फैसला करेगी। नीतीश ने कहा, ”बीजेपी-जेडीयू मिलकर काम कर रही हैं और मिलकर ही काम करेंगे। हम लोगों के मन में किसी भी तरह की कोई गलतफहमी नहीं है। हम मानते हैं कि किसी को कुछ कहने से आनंद आता है, तो उसे पूरी आजादी है।
भावपूर्ण श्रद्धांजलि
अनिल देवगन